Indian Railway: भारतीय रेलवे की ट्रेनों में सीट रिजर्वेशन की व्यवस्था है. टिकट बुकिंग के समय यात्रियों को उनकी सीट अलॉट कर दी जाती है. टिकट बुक करते वक्त हमेशा मन में सवाल रहता है कि टिकट में लोअर बर्थ मिलेगा या नहीं.
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Indian Railway: भारतीय रेलवे की ट्रेनों में सीट रिजर्वेशन की व्यवस्था है. टिकट बुकिंग के समय यात्रियों को उनकी सीट अलॉट कर दी जाती है. टिकट बुक करते वक्त हमेशा मन में सवाल रहता है कि टिकट में लोअर बर्थ मिलेगा या नहीं. खासकर बुजुर्ग और महिलाओं और दिव्यांगों के लिए लोअर बर्थ की सबसे ज्यादा डिमांड रहती है. लोअर बर्थ को लेकर अब रेल मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है.
किन्हें मिलेगा लोअर बर्थ
रेल सफर को और आरामदायक और सरल बनाने के लिए रेलवे की ओर से लोअर बर्थ एलोकेशन को बढ़ाया गया है. रेल सफर को सुगम बनाने के लिए रेलवे ने लोअर बर्थ के लिए प्रायोरिटी पर उन लोगों को रखा है, जिन्हें मिडिल और अपर बर्थ पर सफर करने में परेशानी हो सकती है. रेलवे की ओरसे लोअर बर्थ की प्राथमिकता कुछ खास लोगों के लिए तय कर दी है जिससे अब सिर्फ उन्हें ही ट्रेन में नीचे की सीट देने के लिए प्रायॉरिटी दी जाएगी. लोकसभा में रेलमंत्री की ओर से जानकारी दी गई कि रेलवे की आरक्षण प्रणाली में ऐसा सिस्टम बनाया गया है, जिससे लोअर बर्थ के लिए योग्य यात्रियों को प्राथमिकता दी जाती है. इस नियम के तहत अगर कोई यात्री टिकट बुकिंग के दौरान विशेष सीट का चयन नहीं करता है, तो उसे उपलब्धता और योग्यता के आधार पर लोअर बर्थ दी जाती है.
इन यात्रियों को मिलेगी प्रायोरिटी
रेलवे में महिलाओं, बुजर्गों और दिव्यांगों यात्रियों के लिए लोअर बर्थ की प्रायोरिटी देने की बात कही है. दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक संसद में पूछे गए सवाल के जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों के लिए लोअर बर्थ की उपलब्धता को सुनिश्चित करने की पहल की जा रही है.
इन लोगों के लिए लोअर बर्थ की सुविधा
रेलवे के नियम के मुताबिक 45 साल और उससे अधिक उम्र की महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को लोअर बर्थ की प्रमुखता दी जाती है, यदि वे बर्थ के बारे में कोई विशेष चयन नहीं करते हैं, तो उन्हें स्वचालित रूप से निचली बर्थ आवंटित की जाती है, हालांकि इसमें शर्त है कि लोअर सीट की उपलब्धता हो. लोअर बर्थ के लिए आरक्षित कोटा होगा, जिसके तहत स्लीपर क्लास में प्रति कोच 6-7 निचली बर्थ, एसी में प्रति कोच 4-5 निचली बर्थ, टू एसी में प्रति कोच 3-4 निचली बर्थ होगा.