Trade Unions Protest: इस हड़ताल से कुछ सार्वजनिक और इंडस्ट्रियल सेवाओं पर काफी असर पड़ने की उम्मीद है. आयोजकों के अनुसार, बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं, खासकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक और सहकारी संस्थान, बाधित हो सकते हैं.
Trending Photos
Bharat Bandh July 9: एक दर्जन से ज्यादा सेंट्रल ट्रेड यूनियनों ने किसान और ग्रामीण मजदूर संगठनों के साथ मिलकर कल, बुधवार 9 जुलाई को देशव्यापी हड़ताल (भारत बंद) का ऐलान किया है. इस भारत बंद का मकसद केंद्र सरकार की 'कॉर्पोरेट-समर्थक और मजदूर-विरोधी' नीतियों का विरोध करना है.
इस बड़े विरोध प्रदर्शन में सार्वजनिक परिवहन, वित्तीय और औद्योगिक क्षेत्रों के शामिल होने से रोजमर्रा के जीवन में रुकावटों की आशंका जताई जा रही है. कई लोग यह सोच रहे हैं कि क्या स्कूल, कॉलेज और दफ्तर खुले रहेंगे, या उन्हें परिवहन जाम और सड़क प्रदर्शनों के कारण बंद करना पड़ेगा या कामकाज में बदलाव करना होगा?
9 जुलाई को भारत बंद: क्या स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे?
फिलहाल, 9 जुलाई को स्कूल, कॉलेज और प्राइवेट दफ्तरों को बंद रखने का कोई आधिकारिक नोटिस नहीं आया है. हालांकि, अप्रत्यक्ष रूप से दिक्कतें आ सकती हैं. भले ही कोई पूरी तरह से बंद का ऐलान न हुआ हो, लेकिन कई शहरों में सड़क जाम और स्थानीय विरोध प्रदर्शनों के कारण परिवहन में देरी या आवाजाही में कमी आ सकती है. ऐप-बेस्ड कैब सर्विसेज, सरकारी बसें और ऑटो-रिक्शा सीमित संख्या में चल सकते हैं, खासकर बड़े शहरों और इंडस्ट्रियल टाउन्स में जहां यूनियनों का प्रभाव ज्यादा है.
अधिकारियों ने शैक्षणिक संस्थानों या कमर्शियल एस्टेब्लिशमेंट के लिए कोई औपचारिक बंद का नोटिस जारी नहीं किया है. माता-पिता, छात्र और यात्री बेहतर होगा कि स्थानीय जानकारी का इंतजार करें, जो उनके संबंधित संस्थानों (चाहे वह शैक्षणिक हो या दफ्तर/उद्योग) द्वारा शेयर की जा सकती है.
9 जुलाई को भारत बंद: कौन सी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं?
इस हड़ताल से कुछ सार्वजनिक और इंडस्ट्रियल सेवाओं पर काफी असर पड़ने की उम्मीद है. आयोजकों के अनुसार, बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं, खासकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक और सहकारी संस्थान, बाधित हो सकते हैं. चेक क्लियरेंस, ग्राहक सहायता और ब्रांच के अंदर के लेन-देन में देरी हो सकती है.
प्रभावित होने वाले अन्य क्षेत्रों में कोयला खनन, डाक सेवाएं, सरकारी विभाग और कुछ राज्यों में सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क शामिल हैं. खबरों के अनुसार, नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (NMDC) और स्टील और खनन क्षेत्रों के अन्य PSU (सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम) के मजदूर भी इस बंद में हिस्सा ले रहे हैं.
भारत बंद के लिए कैसे तैयार रहें?
हालांकि स्कूल, कॉलेज या दफ्तरों के लिए कोई आधिकारिक राष्ट्रव्यापी बंद नहीं है, फिर भी लोगों को सलाह दी जाती है कि वे पहले से योजना बना लें. यात्रा में बाधाएं, विरोध मार्च और अवरुद्ध सड़कें आवागमन को प्रभावित कर सकती हैं, खासकर उन शहरों में जहां यूनियन एक्टिविटीज ज्यादा है. यह सलाह दी जाती है कि स्थानीय सलाह जरूर देखें, यात्रा के लिए अतिरिक्त समय निकालें, और विरोध प्रदर्शनों के लिए जाने जाने वाले इलाकों से बचें.
6300000 लोगों ने भरा रेलवे में नौकरी के लिए भरा, आपने चेक किया सिलेक्ट हुआ या रिजेक्ट?