UPSC Success Story: 7 दिन पहले पिता का निधन, नहीं टूटने दी हिम्मत! हासिल किया 729वां रैंक, पढ़ें
Advertisement
trendingNow12727782

UPSC Success Story: 7 दिन पहले पिता का निधन, नहीं टूटने दी हिम्मत! हासिल किया 729वां रैंक, पढ़ें

UPSC Success Story of Amit Kumar: पढ़ें यूपीएससी में 729वीं रैंक हासिल करने वाले अमित कुमार की सफलता की कहानी. प्रेरणादायक है स्टोरी.. 

UPSC Success Story: 7 दिन पहले पिता का निधन, नहीं टूटने दी हिम्मत! हासिल किया 729वां रैंक, पढ़ें

UPSC Rank 729 Amit Kumar: यूपीएससी परीक्षा का रिजल्ट जारी हो चुका है. ऐसे में हम आपके लिए हर दिन यूपीएससी परीक्षा में सफल हुए कैंडिडेट्स की सफलता की कहानी लेकर आ रहे हैं. इस खबर में हम बात करेंगे बिहार के पूर्णिया जिले के अमित कुमार की, जिन्होंने देश की इस कठिन परीक्षा में 729वां रैंक हासिल किया है. बता दें, वर्तमान में अमित कुमार भागलपुर जिले में डीएसपी के पद पर तैनात हैं. हालांकि, इस बड़ी को हासिल करने की पीछे उन्होंने कई सारे दर्द झेले हैं, लेकिन हार ना मानते हुए अपनी मंजिल को हासिल किया.  

आईआईटी दिल्ली से बीटेक कंप्लीट किया
अमित कुमार ने जिन विपरीत हालात में इंटरव्यू दिया, वो हर उस अभ्यर्थी के लिए एक उदाहरण है जो अपने सपने को पूरा करना चाहते हैं लेकिन कुछ परिस्थितियों के कारण हार मानकर बैठ जाते हैं. अमित कुमार की शिक्षा की बात करें तो 10वीं की पढ़ाई उन्होंने सैनिक स्कूल नालंदा से साल 2008 में पूरी की. 2010 में राम बाग इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा पास की. वहीं, उन्होंने साल 2014 में आईआईटी दिल्ली से बीटेक की पढ़ाई की है. वह लगातार यूपीएससी के लिए तैयारी कर रहे थे, इस साल उनका ये पांचवा प्रयास था. 

सीबीएसई कक्षा 10वीं और 12वीं रिजल्ट की डेट और टाइम जल्द हो सकती जारी! cbse.nic.in पर ऐसे करें चेक

पहले ही प्रयास में क्रैक की BPSC
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि पहली बार में ही वह BPSC क्रैक करके 2022 में डीएसपी बन गए. वह अभी भागलपुर में तैनात हैं. वहीं, नौकरी के साथ-साथ उन्होंने सेल्फ स्टडी जारी रखी. ऑनलाइन पढ़ाई की. वहीं, इंटरव्यू राउंड से पहले का वक्त उनके लिए काफी मुश्किलों से भरा रहा. 

इंटरव्यू से 7 दिन पहले पिता का निधन
ऐसा इसलिए क्योंकि यूपीएससी के इंटरव्यू के सात दिन पहले एक हादसे ने पूरे परिवार को तोड़ दिया था. दरअसल, उनके पिता का निधन हो गया था. ऐसे में जो परिस्थिति थी उसे कोई भी नहीं समझ सकता है. अमित बताते हैं कि अगर आज पापा जीवित होते तो वे इस रिजल्ट को देखकर बेहद खुश होते. उनके रहने से इस सफलता की खुशी दोगुनी हो जाती. 
 
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इससे पहले वह विदेश में भी रह चुके हैं. उन्होंने जापान में एक कंपनी में पांच साल तक नौकरी की है. इसके बाद भारत आकर उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की. 

About the Author
author img

TAGS

Trending news

;