Kolkata Rape Case: कोलकाता के लॉ कॉलेज में सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा पर पहले भी कई मामले दर्ज हो चुके हैं. वहीं उसके पिता ने भी उससे पहले ही दूरी बना ली थी.
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Kolkata Gangrape case: कोलकाता के लॉ कॉलेज गैंगरेप मामले में पुलिस ने 3 आरोपी समेत 1 सिक्योरिटी गार्ड को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के नाम मोनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी है. इनमें से मोनोजीत मिश्रा मुख्य आरोपी है, हालांकि यह पहला अपराध नहीं है, जिसमें मोनोजीत का नाम जुड़ा है. बताया जा रहा है कि उस पर पहले भी कई मामले दर्ज किए जा चुके हैं. 31 साल का यह व्यक्ति हिस्ट्रीशीटर है.
क्रिमिनल लॉयर हा मोनोजीत
'HT'की रिपोर्ट के मुताबिक मोनोजीत मिश्रा अलीपुर कोर्ट में क्रिमिनल लॉयर है. वह कॉलेज का वर्तमान छात्र नहीं है. वह कॉलेज में कैजुअल बेसिस पर काम कर रहा था. कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल नैना चटर्जी के मुताबिक उन्हें 45 दिन पहले ही कॉट्रैक्ट बेसिस पर कॉलेज की गवर्निंग बॉडी ने भर्ती किया था. नैना चटर्जी का कहना है कि TMC विधायक अशोक कुमार देब गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष हैं. उन्होंने अपनी सिफारिश में शामिल होने से मना किया है.
पहले भी दर्ज हो चुके हैं कई मामले
'द टेलीग्रीफ' के मुताबिक मोनोजीत मिश्रा पर पहले भी कई बार मारपीट, तोड़फोड़, चोरी और यौन उत्पीड़न के मामलों में चार्जशीट दाखिल हुई है. अखबार ने एक सीनियर ऑफिसर के हवाले से बताया,' मोनोजीत मिश्रा एक हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ कोलकाता पुलिस क्षेत्राधिकार में कई मामले और आरोप पत्र दर्ज हैं.' उसके खिलाफ कसबा, अलीपुर, कालीघाट, हरिदेवपुर और टॉलीगंज पुलिस स्टेशन में कई FIR दर्ज की गई हैं. साल 2019 में उसके खिलाफ कॉलेज कैंपस के अंदर एक महिला के कपड़े फाड़ने को लेकर चार्जशीट दाखिल की गई थी. उसी साल न्यू ईयर के दिन उसपर अपने एक दोस्त के घर से म्यूजिक सिस्टम, सोने की चेन और परफ्यूम समेत कई सामान चोरी करने का आरोप लगा था. साल 2022 में उसपर एक महिला का शोषण करने का आरोप लगा था और साल 2024 में कॉलेज के एक गार्ड पर हमला करने और कैंपस की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में पुलिस में शिकायत दर्ज हुई थी.
पिता ने बनाई दूरी
बता दें कि मोनोजीत मिश्रा कालीघाट के एक मिडिल क्लास फैमिली से आता है. उसके पिता रॉबिन मिश्रा एक मंदिर के पुजारी हैं. वहीं उसका मां न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से पीड़ित है. मोनोजीत के पिता ने उससे लगातार झगड़ों और राजनीतिक गतिविधियों के कारण पहले ही दूरी बना ली थी. मिश्रा ने इससे पहले पिछले साल आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बलात्कार और हत्या के मामले को लेकर सोशल मीडिया पर बलात्कारियों को मौत की सजा देने कि मांग की थी.
TMC ने खुद को मामले से किया दूर
सोशल मीडिया पर मोनोजीत मिश्रा ने खुद को लॉ कॉलेज में TMC की स्टूडेंट यूनियन TMCP का पूर्व यूनिट हेड बताया है. उसे कई TMC के नेताओं के साथ तस्वीरों में भी देखा गया है, हालांकि आक्रोश के बीच TMC ने उससे दूरी बनाई है. TMCP के प्रदेश अध्यक्ष त्रिनंकुर भट्टाचार्जी का कहना है कि मिश्रा जब छात्र था तो उसे TMCP के साउथ कोलकाता जिले में सबसे निचला पद दिया गया था. नई समिति में उसका नाम नहीं शामिल किया गया. कॉलेज की गवर्निंग बॉडी के प्रमुख और TMC के विधायक अशोक देब ने भी कहा,' मैंने कभी उनके नाम की सिफारिश नहीं की. लोग अक्सर मेरे साथ तस्वीरें खिंचवाते हैं. मुझे उनके निजी कार्यों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.'