क्या टैल्क पाउडर से बढ़ता है कैंसर का खतरा? जानिए क्या है सच्चाई
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क्या टैल्क पाउडर से बढ़ता है कैंसर का खतरा? जानिए क्या है सच्चाई

टैल्क पाउडर को बहुत लोग हर दिन फ्रेशनेस और डेली केयर के का हिस्सा बना लिए हैं. अगर आप भी टेल्क पाउडर का इस्तेमाल करते हैं तो जरा सावधान हो जाइए. हाल ही में हुए हेल्थ रिसर्च ने इसके इस्तेमाल को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं. दावा किया जा रहा है कि लंबे समय तक टैल्क पाउडर का उपयोग करने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. आखिर इसमें कितना सच है और क्या टैल्क से दूरी बनानी चाहिए? आइए विस्तार से जानते हैं...

 

क्या टैल्क पाउडर से बढ़ता है कैंसर का खतरा? जानिए क्या है सच्चाई

Talc Powder Risk: गर्मी के मौसम में पसीने और बदबू से बचने के लिए बहुत से लोग टैल्क पाउडर का प्रयोग करते हैं. टैल्क पाउडर को बेबी पाउडर भी कहते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि यह पाउडर सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है? हील ही के एक रिसर्च और हेल्थ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि लंबे समय तक टैल्क पाउडर का प्रयोग करने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. आइए विस्तार से जानते हैं.

क्यों उठ रहा है सवाल?
टैल्क पाउडर में पाया जाने वाला मुख्य तत्व टैल्क एक नेचुरल मिनरल है, जो सिलिकॉन, मैग्नीशियम और ऑक्सीजन का होता है. कुछ मेडिकल रिपोर्ट्स के मुताबिक टैल्क में कभी-कभी एस्बेस्टस नामक हानिकारक पदार्थ भी मिल सकता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. कई इंटरनेशनल मेडिकल स्टडीज में यह बात सामने आई है कि काफी समय तर टैल्क पाउडर का इस्तेमाल करने से ओवरी कैंसर और कुछ मामलों में फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. यही कारण है कि कई देशों में इसके इस्तेमाल को लेकर सख्त गाइडलाइंस जारी की जा रही हैं.

क्या टैल्क पाउडर से दूरी बनाना जरूरी है?
टैल्क पाउडर जिसे बेबी पाउडर भी कहा जाता है. अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स शिशुओं पर किसी भी तरह के पाउडर के इस्तेमाल से मना करती है. इसके पीछे की वजह यह है कि पाउडर के महीन कण अगर बच्चे के फेफड़ों में चले जाएं, तो सांस की गंभीर समस्या हो सकती है. ऐसे में पैरेंट्स को बेहतर होगा कि वे अपने डॉक्टर से बेबी पाउडर के सुरक्षित विकल्पों के बारे में सलाह लें.

किन-किन कैंसर का रहता है खतरा

ओवेरियन कैंसर
महिलाओं द्वारा टैल्क पाउडर का उपयोग जेनिटल एरिया करने से ओवेरियन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. 

फेफड़ों का कैंसर 
टैल्क पाउडर सांस के जरिए लगातार अंदर जा सकता है, इससे फेफड़ों का कैंसर होने के चांस बढ़ जाते हैं.

इसके साथ ही टैल्क कुछ खाद्य उत्पादों जैसे च्यूइंग गम, कैंडी और दवाओं की कोटिंग में डाला जाता है. लेकिन इससे हाने वाले खतरे कम हैं और इनका अभी कोई सही प्रमाण नहीं मिला है.

जहां तक बात टैल्क पाउडर और कैंसर के बीच संबंध का सवाल है, यह पूरी तरह साबित नहीं हुआ है. लेकिन बहुत से लोग एहतियात के तौर पर इसका इस्तेमाल कम कर रहे हैं. अगर आप भी टैल्क से बचना चाहते हैं, तो टैल्क-फ्री पाउडर, नेचुरल कॉस्मेटिक्स, डियोड्रेंट और दूसरे विकल्प चुन सकते हैं.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी इसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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