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Ahmedabad Air India Plane Crash: अहमदाबाद में 12 जून को 242 यात्रियों वाला एयर इंडिया विमान उड़ान के कुछ मिनटों बाद क्यों धड़ाम से नीचे गिरा और आग के गोले में तब्दील हो गया, इसकी बड़ी वजह सामने आई है. एयर इंडिया के पायलटों ने तबाही के उन आखिरी पलों जैसे हालात पैदाकर ये परखा कि किन वजहों से ऐसा हुआ.
एयर इंडिया के पायलटों ने सिमुलेशन के जरिये विमान के हालात को जानने की कोशिश की, जो प्लेन क्रैश के वक्त पैदा हुई थीं. पायलटों ने लैंडिंग गियर लगाने के साथ प्लेन के पंखों को पीछे वापस खींचा. इसमें पाया गया कि विंग फ्लैप सिकुड़ना, दुर्घटना की वजह नहीं हो सकती.
सूत्रों के हवाले से ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्लाइट सिमुलेटर में एयर इंडिया के पायलटों ने प्लेन के नीचे गिरने के दौरान कौन सी तकनीकी खामियां सामने आती हैं, उन्हें देखा और संभावित वजहों को तलाशा. हालांकि एयर इंडिया ने इस जांच को लेकर कुछ कहने से मना कर दिया है.
रिपोर्ट के अनुसार, बोइंग 787 की फ्लाइट एआई 181 के मलबे की तस्वीरों को देखने से पता चलता है कि उसके फ्लैप (पंख) खुले हुए थे, न कि सिकुड़े हुए, जैसा कि पहले कहा जा रहा था. फ्लैप की वजह से एयरक्राफ्ट को टेकऑफ के दौरान ऊपर उठने या लैंडिंग के दौरान गति कम करने में मदद मिलती है. रिपोर्ट के जरिये तमाम विशेषज्ञों ने संभावना जताई है कि तकनीकी खामियों की वजह से प्लेन क्रैश हो सकता है.
दोनों इंजन हुए फेल
विमानन विशेषज्ञ और पूर्व नौसेना पायलट कैप्टन स्टीव शिबनर ने कहा कि दोनों इंजन का एक साथ फेल होना हादसे की एक वजह हो सकता है. उड़ान के तुरंत बाद ram air turbine का इस्तेमाल टेकऑफ के तुरंत बाद दोनों इंजन फेल होने की संभावना की ओर इशारा करता है.
सिमुलेशन की ये प्रक्रिया विमान हादसे की हो रही आधिकारिक जांच से अलग है. एयरक्रॉफ्ट एक्सीडेंट इनवेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) विमान दुर्घटना के कारणों की जांच कर रहा है. सूत्रों का कहना है कि प्लेन क्रैश के संभावित हालातों का पता लगाने के लिए ये सिमुलेशन किया गया.
दुर्घटना के फुटेज के आधार पर एयर इंडिया पायलटों ने पाया कि विमान का लैडिंग गियर थोड़ा आगे की ओर झुका हुआ था, जो बताता है कि टेकऑफ के बाद पहियों के अंदर आने की प्रक्रिया प्रारंभ होने वाली थी. लेकिन उसी वक्त लैंडिंग गियर के दरवाजे नहीं खुले थे, जो संकेत देता है कि विमान में अचानक पावर लॉस (इलेक्ट्रिसिटी फेल) या हाइड्रोलिक फेल की स्थिति बनी होगी.
प्लेन का ब्लैकबॉक्स पहले ही निकाला जा चुका है. उसका डेटा भी डाउनलोड किया जा चुका है. माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में स्पष्ट तौर पर पता चल जाएगा कि विमान हादसे के आखिरी क्षणों में क्या हुआ था. AAIB की दिल्ली लैब में इसकी तहकीकात चल रही है.