Vantara on Madhuri: हथिनी माधुरी विवाद पर अब वनतारा का बयान आ गया है. बयान में वनतारा ने कहा है कि माधुरी को शिफ्ट करने का फैसला न्यायिक अधिकार के तहत लिया गया था, वनतारा ने किसी भी स्तर पर माधुरी के स्थानांतरण की पहल नहीं की.
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Vantara: सुप्रीम कोर्ट और बॉम्बे हाईकोर्ट के निर्देशों के तहत हाथी 'मधुरी' की देखभाल में लगे वनतारा ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखा है. वनतारा ने कहा है कि उसका हस्तक्षेप सिर्फ कोर्ट के निर्देशों के पालन तक सीमित रहा है और उनकी मंशा कभी भी जैन मठ की धार्मिक आस्थाओं में हस्तक्षेप करने की नहीं रही.
विज्ञप्ति में लिखा,'वनतारा जैन मठ और कोल्हापुर के लोगों के लिए माधुरी के गहरे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को स्वीकार करता है. दशकों से वह गहन आध्यात्मिक साधना और सामुदायिक जीवन का अभिन्न अंग रही हैं. हम उन श्रद्धालुओं, जैन मठ के की भावनाओं को समझते हैं और उनका सम्मान करते हैं जिन्होंने कोल्हापुर में माधुरी की मौजूदगी के प्रति अपनी चिंता जाहिर की है.
उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में वनतारा की भागीदारी कोर्ट की तरफ से जारी निर्देशों का सख्ती से पालन करने तक ही सीमित रही है. माधुरी को शिफ्ट करने का फैसला न्यायिक अधिकार के तहत लिया गया था और वनतारा की भूमिका एक स्वतंत्र बचाव और पुनर्वास केंद्र के रूप में देखभाल, पशु चिकित्सा सहायता और आवास प्रदान करना था. वनतारा ने किसी भी स्तर पर माधुरी के स्थानांतरण की पहल नहीं की, न ही धार्मिक रीति-रिवाजों या भावनाओं में दखल करने का कोई इरादा था.
वनतारा ने जैन मठ और राज्य सरकार के सहयोग से कोल्हापुर के नंदनी क्षेत्र में एक सैटेलाइट पुनर्वास केंद्र बनाने का प्रस्ताव रखा है. इस केंद्र में अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक सुविधाएं मौजूदी कराई जाएंगी. जैसे:-
जोड़ों और मांसपेशियों के आराम के लिए विशेष हाइड्रोथेरेपी तालाब
प्राकृतिक गतिविधियों के लिए बड़ा जलाशय
लेजर थेरेपी और मेडिकल रूम
रात के आराम के लिए शेड
खुला हरा-भरा वातावरण, जहां जजीरों की जरूरत न हो
पशु चिकित्सा सुविधा 24x7
सॉफ्ट रबर प्लेटफॉर्म और रेत के टीले ताकि पैर संबंधी बीमारियों से राहत मिले
इन सुविधाओं के लिए जमीन की पहचान जैन मठ और महाराष्ट्र सरकार के परामर्श से की जाएगी. आवश्यक अनुदान और अनुमति प्राप्त होने पर, वनतारा की टीम संबंधित अफसरों के साथ मिलकर शुरू करने के लिए तैयार है. वनतारा ने लोगों से अपील की है कि आइए हम लोग हम विरोध में नहीं बल्कि एकता के साथ आगे बढ़ें और माधुरी के प्रति प्रेम रखें.
वनतारा व्यवस्थापनाच्या वरिष्ठ अधिकार्यांसोबत मी आज मुंबईत सविस्तर चर्चा केली.
महादेवी हत्तीण (माधुरी) पुन्हा सुखरुप नांदणी मठाकडे परत देण्यासाठी महाराष्ट्र सरकारने जी याचिका करण्याचे ठरविले, त्यात सहभागी होण्याचा निर्णय वनताराने घेतला असल्याचे त्यांनी मला आश्वस्त केले आहे.
या… pic.twitter.com/GOSc9ovVVM— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) August 6, 2025
इस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी ट्वीट करते हुए जानकारी दी है कि- आज मुंबई में वनतारा प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मेरी चर्चा हुई. उन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि वनतारा ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा महादेवी हथिनी (माधुरी) को नंदनी मठ में सुरक्षित वापस लाने के लिए दायर की गई याचिका में शामिल होने का निर्णय लिया है. इस चर्चा के दौरान उन्होंने मुझे बताया कि हमने सिर्फ माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का पालन किया है और हमने महादेवी हथिनी को अपने कब्जे में लेने की कोई कोशिश नहीं की है.
उन्होंने आगे लिखा,'वनतारा ने कोल्हापुर जिले में नंदनी मठ के पास वन विभाग के जरिए चुनी गई जगह पर इस महादेवी हथिनी के लिए एक पुनर्वास केंद्र स्थापित करने में राज्य सरकार को हर संभव सहायता प्रदान करने की इच्छा व्यक्त की है. उन्होंने यह भी कहा कि हम अलग-अलग समुदायों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हैं.