Kolkata Law College Rape Case: कोलकाता के एक लॉ कॉलेज में छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म को लेकर TMC के 2 नेताओं ने विवादित बयान दिया, जिसकी अब आलोचना की जा रही है.
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Kolkata Rape Case: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक लॉ कॉलेज में फर्स्ट ईयर की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया. घटना की हर कोई कड़ी निंदा कर रहा है. वहीं अब इसको लेकर राजनीतिक विवाद भी बढ़ने लगा है. बता दें कि TMC सरकार के 2 नेताओं ने घटना को लेकर सोशल मीडिया पर टिप्पणी की, जिसकी हर तरफ आलोचना हो रही है. पार्टी नेताओं के इस बयान से खुद को अलग कर रही है. वहीं TMC की सांसद महुआ मोइत्रा ने भी खुद को इस बयान से अलग करते हुए अपनी पार्टी के दोनों नेताओं पर निशाना साधा है.
महुआ मोइत्रा का बयान
महुआ मोइत्रा ने शनिवार 28 जून 2025 को TMC के 2 नेताओं कल्याण बनर्जी और मदन मित्रा की टिप्पणियों से खुद को अलग किया. उन्होंने इसको लेकर अपनी प्रतिक्रिया भी जाहिर की. सांसद ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर एक पोस्ट में लिखा,'भारत में महिलाओं के प्रति द्वेष पार्टी लाइनों से परे है.' उन्होंने कहा कि बस फर्क ये है कि TMC इन घृणित टिप्पणियों की निंदा करती है, चाहे कोई भी उन्हें करे. महुआ ने यह पोस्ट TMC के ऑफिशियल हैंडल पर किए गए पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा है. TMC के पोस्ट में सांसद बनर्जी और विधायक मित्रा के टिप्पणियों की निंदा की गई है और पार्टी ने खुद को उन टिप्पणियों से अलग बताया है.
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आरोपियों को किया गिरफ्तार
बता दें कि कोलकाता पुलिस ने शुक्रवार 27 जून 2025 को साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज के कैंपस से लॉ स्टूडेंट का सामूहिक बलात्कार करने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपियों में से 2 आरोपी वर्तमान में कॉलेज के छात्र हैं. वहीं तीसरा और मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा पूर्व छात्र है. पीड़िता ने घटना के 1 दिन बाद 26 जून 2025 को मामले में FIR दर्ज की.
नेताओं की टिप्पणी 3212
मामले पर TMC के कल्याण बनर्जी और विधायक मदन मित्रा ने विवादास्पद टिप्पणी की. उन्होंने सवाल किया कि अगर एक दोस्त अपने दोस्त के साथ दुष्कर्म करता है तो क्या किया जा सकता है? बनर्जी ने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए, लेकिन क्या स्कूलों में पुलिस हो सकती है? उन्होंने कहा कि यह छात्रों ने एक अन्य छात्रा के साथ किया. उसकी (पीड़िता की) सुरक्षा कौन करेगा? इस बीच विधायक मित्रा ने भी विवाद खड़ा करते हुए कहा कि अगर छात्रा घटनास्थल पर नहीं जाती तो यह अपराध नहीं होता. उन्होंने कहा,' अगर कॉलेज बंद होने के समय कोई आपको बुलाता है और यूनिट में पद की पेशकश करता है तो मत जाइए. इससे कुछ अच्छा नहीं होगा.' दोनों नेताओं के इन बयानों की जमकर आलोचना हो रही है. भाजपा के पश्चिम बंगाल के को इंचार्ज अमित मालवीय ने कहा,' यह स्पष्ट रूप से पीड़ित को दोषी ठहराना है.'