आज 5 अगस्त है, सरप्राइज क्या है? कौन सा 'एटम बम' फोड़ेगी सरकार, क्यों सियासी गलियारों में हलचल
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आज 5 अगस्त है, सरप्राइज क्या है? कौन सा 'एटम बम' फोड़ेगी सरकार, क्यों सियासी गलियारों में हलचल

5 अगस्त की तारीख को कोट करते हुए सोशल मीडिया पर ये पोस्ट ट्रेंड कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर ये क्यों कहा जा रहा है कि 5 अगस्त को कुछ बड़ा होगा. 

आज 5 अगस्त है, सरप्राइज क्या है? कौन सा 'एटम बम' फोड़ेगी सरकार, क्यों सियासी गलियारों में हलचल

5 August: क्या देश में कल कुछ बहुत बड़ा होने वाला है? ये सवाल सिर्फ हमारा नहीं है, ये सवाल पूरे देश का है. पिछले 24 घंटे से पूरे देश में चर्चा चल रही है कि कल 5 अगस्त है और कल कुछ बड़ा होने वाला है. 5 अगस्त को लेकर कैसी-कैसी चर्चा चल रही है और क्यों चल रही है, पहले इसे समझते हैं.

जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि एक हफ्ते से चर्चा है कि सरकार 5 अगस्त को कोई बड़ा फैसला कर सकती है. एक यूजर ने 5 अगस्त की तारीख को ऐतिहासिक बताते हुए पूछा है कि क्या कल UCC यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड का बिल आने वाला है? एक दूसरे यूजर ने कहा है कि हैशटैग 5 अगस्त के साथ ये सवाल पूछा है कि यूसीसी या एनआरसी. आपके मुताबिक कल क्या होने वाला है?

5 अगस्त की तारीख को कोट करते हुए सोशल मीडिया पर ये पोस्ट ट्रेंड कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर ये क्यों कहा जा रहा है कि 5 अगस्त को कुछ बड़ा होगा. हम विस्तार से इसका विश्लेषण करेंगे लेकिन पहले आपको बताते हैं कि ये चर्चा क्यों हो रही है कि अगले 24 घंटे में देश में कुछ बड़ा होने वाला है.

राष्ट्रपति से मिले पीएम मोदी और अमित शाह
पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिर गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति से मुलाकात की है. आमतौर पर प्रधानमंत्री जब राष्ट्रपति से मिलने जाते हैं तो कोई विशेष अवसर होता है या औपचारिक मीटिंग होती है. यहां ध्यान देने की बात ये है कि एक ही दिन में महज कुछ घंटों के अंतराल में पहले पीएम मोदी ने राष्ट्रपति से मुलाकात की. फिर गृहमंत्री अमित शाह राष्ट्रपति से मिले. संसद सत्र के दौरान पीएम और गृहमंत्री का एक ही दिन चंद घंटों के अंतराल पर राष्ट्रपति से मिलने जाना, कहा जा रहा है ये सामान्य मुलाकात नहीं है.

इसलिए पॉलिटिकल कॉरिडोर से लेकर सोशल मीडिया तक ये चर्चा शुरू हो गई कि 5 अगस्त को कुछ बड़ा होने वाला है. सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट तैरने लगी की सरकार 5 अगस्त को कुछ बड़ा राजनीतिक फैसला करने वाली है. चर्चा के पीछे और वजह क्या है, ये हम आपको बताएंगे. लेकिन पहले ये समझते हैं कि सरकार का बड़ा फैसला क्या हो सकता है. आसानी से समझने के लिए इस विषय को हमने दो हिस्सों में बांटा है.

  • पहला - सरकार कोई अहम बिल या अध्यादेश ला सकती है. ये चर्चा इसलिए है क्योंकि अहम बिल या अध्यादेश के लिए राष्ट्रपति की मंजूरी या पूर्व जानकारी की जरूरत हो सकती है. एक ही दिन में पीएम और गृहमंत्री की राष्ट्रपति से मुलाकात ने इस चर्चा को दमदार बनाया है.

  • दूसरा - सरकार कोई कोई बड़ा राजनीतिक फैसला कर सकती है. किसी बड़े संवैधानिक या राजनीतिक नियुक्ति पर फैसला हो सकता है. इसके लिए राष्ट्रपति की सहमति जरूरी है. इसलिए एक ही दिन में पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति से मुलाकात की.

SIR को लेकर संसद में हंगामा
इसके अलावा संसद का सत्र चल रहा है. उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है. साथ ही संसद में बिहार में चुनाव आयोग के एसआईआर को लेकर हंगामा हो रहा है.

5 अगस्त 2019 को धारा 370 हटी
अब आप समझिए कि 5 अगस्त को कुछ बड़ा होने वाला है इस चर्चा के पीछे तर्क क्या है? हम आपको याद दिलाना चाहेंगे कि अब तक मोदी सरकार ने 5 अगस्त को दो ऐतिहासिक फैसले लिए हैं. पहला बड़ा फैसला 5 अगस्त 2019 को लिया गया था. 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म कर राज्य को दो हिस्सों में बांटने का फैसला हुआ था

5 अगस्त 2020 को राम मंदिर की आधारशिला
इस बड़े फैसले के ठीक एक साल बाद यानी 5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी थी. 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर निर्माण के पक्ष में  ऐतिहासिक फैसला सुनाया था. करीब 9 महीने बाद पीएम मोदी 5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी ने अयोध्या पहुंचकर भूमिपूजन किया और भव्य मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी.

5 अगस्त को क्या हो सकता है?
अब आपको समझ आ रहा होगा कि 5 अगस्त को कुछ बड़ा होने वाला की चर्चा सोशल मीडिया क्यों ट्रेंड कर रही है. यहां हम आपको एक और जानकारी शेयर करना चाहेंगे. फिलहाल दो मुद्दे बीजेपी के एजेंडा में सबसे ऊपर हैं. पहला- समान नागरिक संहिता और दूसरा- एक देश एक चुनाव

UCC को लेकर हो सकता है फैसला
सबसे ज्यादा चर्चा यूनिफॉर्म सिविल कोड की है. क्योंकि ये मुद्दा पिछले कई दशक से बीजेपी के कोर एजेंडा में रहा है. तो क्या अगले 24 घंटे में सरकार यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर कोई बड़ा कदम उठाने वाली है. इसे लेकर चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू कर दिया गया है. असम-गुजरात की बीजेपी सरकार राज्य स्तर पर यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने का ऐलान कर चुकी हैं. पीएम मोदी और अमित शाह भी यूसीसी के पक्ष में अपनी राय जता चुके हैं.

वन नेशनल, वन इलेक्शन
इसलिए सोशल मीडिया पर 5 अगस्त को कुछ बड़ा होने वाला है वाली पोस्ट्स में यूनिफॉर्म सिविल कोड की चर्चा सबसे ऊपर है. यहां हम आपको ये भी याद दिलाना चाहेंगे कि वन नेशन वन इलेक्शन पर विचार के लिए बनाई गई पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली कमेटी ने 14 मार्च को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. 30 जुलाई को एक देश एक चुनाव पर बनाई गई संयुक्त संसदीय समिति की छठी बैठक हुई थी. इस बैठक में 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह और आर्थशास्त्र की प्रोफेसर डॉ. प्राची मिश्रा ने अपनी राय रखी थी.

4 साल तक 5 अगस्त को कुछ नहीं हुआ
हम ये भी बताना चाहेंगे कि 2019 और 2020 के बाद हर वर्ष ये चर्चा जरूर होती है कि 5 अगस्त को कुछ बड़ा होने वाला है लेकिन वर्ष 2021, 2022, 2023 और 2024 में सरकार ने 5 अगस्त को कोई बड़ा फैसला नहीं किया. हम आपको ये जानकारी भी शेयर करना चाहेंगे कि लोकसभा की कार्यसूची के अनुसार कल 5 अगस्त को सदन में गोवा के लिए अनुसूचित जनजाति आरक्षण विधेयक और मर्चेंट शिपिंग बिल पर चर्चा प्रस्तावित है. फिलहाल आधिकारिक तौर पर लोकसभा में कामकाज का एजेंडा यही है.

पीएम ने क्यों की थी राष्ट्रपति से मुलाकात?
यहां आपको ये भी जरूर जानना चाहिए की प्रधानमंत्री जब भी विदेश दौरे से लौटते हैं तो परंपरा के मुताबिक वो राष्ट्रपति से मिलते हैं और विदेश दौरे की पूरी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपते हैं. राष्ट्रपति सरकार की मुखिया हैं. इसलिए प्रोटोकॉल के तहत पीएम मोदी ने राष्ट्रपति से मुलाकात की थी.

गृह मंत्री राष्ट्रपति से क्यों मिले थे?
वहीं कहा जा रहा है कि गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन बढ़ाने के मुद्दे पर राष्ट्रपति से मुलाकात की थी. मणिपुर में 6 महीने राष्ट्रपति शासन बढ़ाने का प्रस्ताव लोकसभा में पास हो चुका है. फिलहाल प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के राष्ट्रपति से मिलने के पीछे यही कारण बताया जा रहा है लेकिन मोदी सरकार की कार्यपद्धति ऐसी है कि बड़े-बड़े पॉलिटिकल एक्सपर्ट ये कहने से बचते हैं कि सरकार क्या करने वाली है.  मोदी सरकार अपने फैसलों से चौंकाती रही है. इसलिए हम कोई भविष्याणी नहीं करेंगे. फिलहाल तो हम यही कहेंगें कि 5 अगस्त को क्या बड़ा होने वाला है ये जानने के लिए बस चंद घंटे और इंतजार करना है.

उमर अब्दुल्ला ने भी किया ट्वीट
सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं के बीच जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने थोड़ी देर पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है. उमर अब्दुल्ला ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि मैं पूरी ईमानदारी से कहूंगा कि कल कुछ नहीं होगा. सौभाग्य से कुछ बुरा नहीं होगा. उमर ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि मैंने दिल्ली में लोगों से कोई मुलाकात या बातचीत नहीं की है. यह बस एक आंतरिक भावना है देखते हैं कल क्या होता है. यानी उमर अब्दुल्ला एक तरफ को दावा कर रहे हैं कि कल यानी 5 अगस्त को कुछ बड़ा नहीं होगा. वहीं दूसरी तरफ ये भी कह रहे हैं कि देखते हैं कल क्या होता है.

राहुल गांधी को लेकर भी चर्चा
पांच अगस्त को लेकर एक और चर्चा है. ये चर्चा भी सोशल मीडिया पर वायरल है. चर्चा है कि पांच अगस्त को राहुल गांधी चुनाव आयोग के खिलाफ कोई बड़ा खुलासा कर सकते हैं. राहुल गांधी ने चंद दिन पहले ही कहा था कि वो वोटिंग में धांधली को लेकर चुनाव आयोग के खिलाफ बड़ा खुलासा करेंगे. इसके बाद सोशल मीडिया पर ये चर्चा भी ट्रेंड कर रही है कि 5 अगस्त को राहुल गांधी बड़ा खुलासा करेंगे.

राहुल गांधी की बेंगलुरु रैली रद्द
हम आपको बताना चाहेंगे कि कल 5 अगस्त को राहुल गांधी पहले संसद जाएंगे. फिर वो झारखंड जाएंगे. राहुल गांधी कल झारखंड के पूर्व सीएम शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे. राहुल गांधी  5 अगस्त को बेंगलुरु में रैली करने वाले थे लेकिन झारखंड के पूर्व सीएम शिबू सोरेन के निधन के बाद ये कार्यक्रम 8 अगस्त तक टल गया है. अब राहुल गांधी वोटिंग में धांधली के खिलाफ 8 अगस्त को बेंगलुरु में रैली करेंगे. इसलिए फिलहाल राहुल गांधी 5 अगस्त को कुछ बड़ा खुलासा करने वाले हैं ये वाली चर्चा थमती दिख रही है.

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ताहिर कामरान

पत्रकारिता की रहगुज़र पर क़दम रखते हुए 2015 में एक उर्दू अख़बार से अपने सफ़र का आग़ाज़ किया. उर्दू में दिलचस्पी और अल्फ़ाज़ की मोहब्बत धीरे-धीरे पेशे में ढल गई. उर्दू के बाद हिंदी-पंजाबी अख़बारों म...और पढ़ें

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