चुकंदर के जूस से कम हो सकता है हाई ब्लड प्रेशर, जानिए कैसे करता है असर
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चुकंदर के जूस से कम हो सकता है हाई ब्लड प्रेशर, जानिए कैसे करता है असर

अगर आप या आपके परिवार के किसी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो एक घरेलू उपाय फायदेमंद हो सकता है. हाल ही में हुई एक स्टडी में सामने आया है कि  चुकंदर में पाए जाने वाले प्राकृतिक नाइट्रेट्स बुजुर्गों में ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में असरदार हो सकते हैं. आइए जानें कि चुकंदर का जूस कैसे असर करता है.

 

चुकंदर के जूस से कम हो सकता है हाई ब्लड प्रेशर, जानिए कैसे करता है असर

Beetroot Juice benefits: अगर किसी को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो उनके लिए चुकंदर का जूस फायदेमंद हो सकता है. एक नई रिसर्च में सामने आया है कि चुकंदर का जूस पीने से बुजुर्गों का ब्लड प्रेशर कम नार्मल हो सकता है. यह रिसर्च इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर ने की है. यूनिवर्सिटी की रिसर्च से जानकारी मिली है कि वृद्ध व्यक्तियों में नाइट्रेट युक्त चुकंदर के रस का बल्ड प्रेशर कम करने वाला प्रभाव उनके मौखिक माइक्रोबायोम में विशिष्ट परिवर्तनों के कारण हो सकता है. नाइट्रेट शरीर के लिए जरूरी होता है और इसे सब्जी-युक्त आहार के एक प्राकृतिक भाग के रूप में सेवन किया जाता है.

रिसर्च के दौरान 60 से 70 साल की उम्र के लोगों को दो हफ्तों तक दिन में दो बार चुकंदर का गाढ़ा जूस पीने को दिया गया. नतीजा ये रहा कि उनका ब्लड प्रेशर पहले से कम हो गया. हालांकि, फ्री रेडिकल बायोलॉजी एंड मेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित निष्कर्षों से पता चलता है कि इसका युवा वर्ग में प्रभाव नहीं देखा गया.

एक्सेटर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एंडी जोन्स ने कहा, इस स्टडी से पता चलता है कि नाइट्रेट से भरपूर चीजें जैसे चुकंदर, मुंह के अंदर मौजूद माइक्रोबायोम (बैक्टीरिया) को इस तरह से बदल सकती हैं, जिससे शरीर में सूजन कम होती है और ब्लड प्रेशर भी घटता है. अब जरूरत है कि इस पर और बड़े स्तर पर रिसर्च की जाए, ताकि यह भी जाना जा सके कि उम्र, जीवनशैली और जेंडर इस प्रभाव को कितना बदलते हैं."

स्टडी में कुल 39 युवा प्रतिभागियों (30 साल से कम उम्र) और 36 बुजुर्गों (60-70 साल की उम्र) को शामिल किया गया. सभी को दो हफ्ते तक नियमित रूप से नाइट्रेट-युक्त चुकंदर का जूस पिलाया गया. इसके बाद दो हफ्ते तक उन्हें ऐसा ही जूस दिया गया जिसमें नाइट्रेट निकाल दिया गया था.

रिसर्च में पाया गया कि बुजुर्गों के मुंह में मौजूद कुछ हानिकारक बैक्टीरिया, जैसे Prevotella, की मात्रा चुकंदर के असली जूस से कम हो गई. वहीं, Neisseria जैसे फायदेमंद बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ गई.

वैज्ञानिकों का मानना है कि जब मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया ज्यादा होते हैं, तो शरीर नाइट्रेट को नाइट्रिक ऑक्साइड में सही तरीके से नहीं बदल पाता. जबकि नाइट्रिक ऑक्साइड शरीर की रक्त नलिकाओं यानी ब्लड वेसल्स को सही ढंग से काम करने में मदद करता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है.

इस स्टडी की एक और खास बात यह रही कि इसमें यह बताया गया कि अगर किसी को चुकंदर पसंद नहीं है, तो वो नाइट्रेट की पूर्ति दूसरी सब्ज़ियों से भी कर सकते हैं. यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर एनी वन्हाटालो ने कहा कि अगर आपको चुकंदर पसंद नहीं है, तो चिंता की बात नहीं है. पालक, सौंफ, अजवाइन और केला जैसी सब्ज़ियां भी नाइट्रेट से भरपूर होती हैं. जो शरीर के लिए फायदेमंद हैं.

(आईएएनएस)

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी इसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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