पीसीओएस का नाम सुनते ही कई यंग गर्ल्स को घबराहट होने लगती है, ऐसे में अगर किसी को ये बीमारी डायग्नोज हो जाए, तो टेंशन में आना लाजमी है. हालांकि प्रोपर प्लानिंग के जरिए इसे मैनेज किया जा सकता है.
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PCOS Survival Plan: पीसीओएस यानी 'पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम', आज की कई महिलाओं की कॉमन, लेकिन सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम बन चुकी है. हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण होने वाला ये डिसऑर्डर पीरियड्स को इरेगुलर करता है, वजन बढ़ाता है, चेहरे पर बाल उगाता है और प्रेग्नेंसी में भी दिक्कत पैदा करता है. जैसे ही महिलाओं को इसका पता चलता है, वो अक्सर मानसिक रूप से टूटने लगती हैं. लेकिन घबराने की बजाय सही जानकारी और लाइफस्टाइल में चेंज लाने से इस सिचुएशन को कंट्रोल किया जा सकता है.
मायूस न हों, बनाएं स्मार्ट सर्वाइवल प्लान
1. सही डाइट लें
PCOS से जूझ रही महिलाओं के लिए हेल्दी डाइट बेहद जरूरी है. प्रोसेस्ड फूड, शुगर और हद ज्यादा कार्ब्स से दूरी बनाएं. इसके बजाय हाई-फाइबर फूड (जैसे ब्रोकली, पालक), प्रोटीन (जैसे दाल, अंडा, पनीर) और गुड फैट्स (जैसे नट्स, अवोकाडो) को डाइट में शामिल करें. दिन में 3 की बजाय 5-6 छोटे मील्स खाएं ताकि ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहे.
2. रेगुलर एक्सरसाइज जरूरी
PCOS वेट गेन से जुड़ा होता है, इसलिए रोजाना कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटीज जरूरी है. वॉकिंग, योग, साइकलिंग या डांस जैसी कोई भी ऐक्टिविटी करें. ये इंसुलिन रेजिस्टेंस को घटाती है और पीरियड्स को रेगुलर करने में मदद करती है.
3. स्ट्रेस मैनेजमेंट भी है अहम
स्ट्रेस हार्मोनल इम्बैलेंस को और बिगाड़ता है. मेडिटेशन, ब्रीदिंग एक्सरसाइज और भरपूर नींद से तनाव को कम किया जा सकता है. सोशल मीडिया की तुलना और परफेक्शन के प्रेशर से दूर रहना भी फायदेमंद होता है.
4. रेगुलर चेकअप और डॉक्टर से सलाह
PCOS का इलाज एक बार में नहीं होता, यह एक प्रोसेस है. डॉक्टर के संपर्क में रहें, हार्मोन लेवल और पीरियड्स की मॉनिटरिंग करवाते रहें. यदि जरूरत हो, तो दवाएं या हार्मोनल थैरेपी भी ली जा सकती है.
5. खुद से प्यार करें और पॉजिटिव रहें
PCOS से लड़ना एक मेंटल और फिजिकल जर्नी है. खुद को दोषी न समझें, हर शरीर की जरूरत अलग होती है. धैर्य रखें और छोटे-छोटे बदलावों को सेलिब्रेट करें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.