मां बनने का सपना जब बार-बार टूटने लगे, तो IVF वो उम्मीद बनता है जिसे विज्ञान और दुआ दोनों साथ मिलकर जिंदा रखते हैं. लेकिन इस उम्मीद को हकीकत बनाने के लिए सिर्फ तकनीक ही नहीं, सही फैसलों और जागरूकता भी बहुत जरूरी होती है. IVF ट्रीटमेंट के दौरान अगर छोटी सी भी गलती की जाए तो यह खतरनाक हो सकती है. आइए जानते हैं कि IVF ट्रीटमेंट के दौरान किन गलतियों से बचना चाहिए, ताकि मां बनने का सपना साकार हो सके.
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IVF Treatment Tips: हर साल 25 जुलाई का दिन World IVF Day के रूप में मनाया जाता है. यह दिन उन लाखों परिवारों की उम्मीदों का दिन होता है, जो मां-बाप बनने के लिए IVF जैसे मेडिकल चमत्कार पर भरोसा करते हैं. लेकिन IVF एक तकनीक नहीं बल्कि एक इमोशनल जर्नी है इंतजार, डर, उम्मीद की. मां बनने की ख्वाहिश जब पूरी होती नहीं दिखाई देती है तो IVF आखिरी उम्मीद बनकर सामने आता है. IVF भले ही मॉडर्न और असरदार तरीका है लेकिन कई बार महिलाएं इस इलाज के दौरान कुछ ऐसी छोटी-छोटी गलतियां कर बैठती हैं, जो पूरे IVF प्रोसेस को बर्बाद कर सकती है. अगर आप या आपके परिवार में कोई IVF प्लान कर रहा है, तो जरा रुकिए. पहले इन 6 गलितयों को जान लीजिए जिससे उनसे बचा जाए. वरना महीनों की मेहनत और इंतजार और लाखों का खर्च सब कुछ मिट्टी में मिल सकता है.
World Embryologist Day 2025, जिसे विश्व आईवीएफ दिवस भी कहा जाता है, हर साल 25 जुलाई को उन वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है, जिनकी वजह से लाखों महिलाओं को मां बनने की उम्मीद मिलती है. इस तकनीक में एम्ब्रायोलॉजिस्ट की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होती है. यह वही लोग होते हैं जो लैब में जीवन की शुरुआत को संभालते हैं और उसे सुरक्षित रखने का काम करते हैं. World IVF Day 2025 के मौके पर आइए जानते हैं वे 6 गलतियां जिनसे हर महिला को IVF के दौरान बचना चाहिए.
भूलकर भी नहीं करना चाहिए ये गलतियां
ज्यादा स्ट्रेस नेगेटिव थिंकिंग
IVF के दौरान चिंता, डर और नेगेटिव सोच आना बहुत ही आम बात है. इसका कारण है कि इस इलाज के दौरान महिला को कई तरह की टेस्ट और इलाज करवाने पड़ते हैं. जिससे शारीरिक थकान के साथ मेंटल स्ट्रेस बढ़ जाता है. लेकिन आपको बता दें कि ये तनाव IVF की सफलता में बाधा बन सकते हैं. इसलिए प्रयास करे कि खुद को शांत रखें और मन को आराम दे.
डाइट और लाइफस्टाइल पर ध्यान न देना
नहेल्दी लाइफस्टाइल और जंक फूड जंक फूड, स्मोकिंग, शराब या पूरी नींद न लेना IVF के दौरान ये सभी चीजें सीधे फर्टिलिटी को प्रभावित करती हैं. हेल्दी डाइट और रूटीन आवीएफ की सफलता के लिए बहुत जरूरी है.
डॉक्टर से हर बात खुलकर न बताना
कई महिलाएं शर्म या किसी कारण से समस्याएं और साइड इफेक्ट्स खुलकर नहीं बताती हैं और आधी बातें छुपा लेती हैं, जिससे इलाज सही से नहीं हो पाता है. IVF में पारदर्शिता ही सबसे बड़ा हथियार है. इसलिए जरूरी है कि अपने डॉक्टर को खुलकर सारी बातें बताएं, ताकी सही से इलाज हो पाए.
इंटरनेट पर ज्यादा भरोसा करना
हर महिला का शरीर और उसकी बनावट अलग-अलग होती है. किसी और का अनुभव आपकी सिचुएशन पर लागू नहीं होता है. IVF में गूगलिंग खतरनाक हो सकती है. ट्रीटमेंट के दौरान किसी भी तरह की परेशानी होने पर गूगल पर सर्च करने के बजाय आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए. इंटरनेट की जानकारी हमेशा सही नहीं होती और यह आपके लिए खतरनाक भी हो सकती है.
बहुत ज्यादा आराम भी है खतरनाक
IVF ट्रीटमेंट के दौरान शरीर के लिए आराम जरूरी होता है. लेकिन बहुत ज्यादा आराम सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. हर समय आराम करते रहना शरीर और दिमाग दोनों के लिए नुकसानदेह हो सकता है. हल्की-फुल्की फिजिकल एक्टिविटी और लोगों से बातचीत आपको मेंटली मजबूत बनाती है, जो IVF के सफर में बेहद जरूरी है.
IVF को आखिरी विकल्प मानना
बहुत सारी महिलाएं IVF को तब अपनाती हैं जब बाकी सारे तरीके फेल हो चुके होते हैं. और अक्सर तब तक बहुत देर हो चुकी होती है. उम्र बढ़ने के साथ प्रेग्नेंसी की संभावना भी कम हो जाती है. अगर नेचुरल प्रेग्नेंसी नहीं हो रही है, तो IVF के बारे में समय पर सोच लेना ही समझदारी है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी इसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.