IAS ऑफिसर डी कृष्ण भास्कर ने 5 साल में ऐसा क्या किया? आनंद महिंद्रा तारीफ करते नहीं थक रहे
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IAS ऑफिसर डी कृष्ण भास्कर ने 5 साल में ऐसा क्या किया? आनंद महिंद्रा तारीफ करते नहीं थक रहे

Anand Mahindra Monday Motivation: बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा एक मेहनती आईएएस अधिकारी डी. कृष्ण भास्कर की तारीफ करते नहीं थक रहे. तेलंगाना के राजन्ना-सिरसिल्ला जिले में कलेक्टर के रूप में काम करते हुए कृष्ण भास्कर ने 2020 में इतिहास रच दिया.

 

IAS ऑफिसर डी कृष्ण भास्कर ने 5 साल में ऐसा क्या किया? आनंद महिंद्रा तारीफ करते नहीं थक रहे

Anand Mahindra Viral Post: बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा एक मेहनती आईएएस अधिकारी डी. कृष्ण भास्कर की तारीफ करते नहीं थक रहे. तेलंगाना के राजन्ना-सिरसिल्ला जिले में कलेक्टर के रूप में काम करते हुए कृष्ण भास्कर ने 2020 में इतिहास रच दिया. उन्होंने चार साल से कम समय में भूजल स्तर को छह मीटर बढ़ा दिया. सोमवार को एक्स पर आनंद महिंद्रा ने इस अधिकारी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश में, जहां अर्थव्यवस्था खेती पर निर्भर है, पानी की कमी बड़ी समस्या है. कृष्ण भास्कर ने इस समस्या का नया हल निकाला.

भास्कर ने कैसे किया कमाल?

'द बेटर इंडिया' को दिए इंटरव्यू में कृष्ण भास्कर ने बताया कि उन्होंने पानी की कमी को रोकने के लिए क्या किया. उनके नेतृत्व में जिले ने पानी बचाने का बड़ा अभियान चलाया. टैंकों को बेहतर बनाया गया, पाइप से पानी की व्यवस्था की गई, जलाशयों के लिए जमीन ली गई, पानी के स्रोतों की सफाई की गई और खाइयां खोदी गईं. भास्कर ने कहा कि छोटे टैंकों की सफाई की गई, जो जलाशयों के पास थे. इससे पानी की उपलब्धता बढ़ी.

 

 

उन्होंने बताया, "ये छोटे टैंक स्थानीय लोगों के लिए बहुत जरूरी थे. कुछ टैंक, जो सालों से सूखे थे, अब फिर से भर गए हैं और लोग उनकी देखभाल कर रहे हैं." जिले में 699 टैंकों की पहचान की गई, जिनमें से 450 इस साल पूरी तरह भर गए. एक खास योजना 'गुड़ी चेरुवु' में मंदिरों के पास टैंकों की क्षमता बढ़ाई गई, जिससे पानी की कमी दूर हुई.

कौन हैं डी. भास्कर?

डेवेरकोंडा कृष्ण भास्कर एक आईएएस अधिकारी हैं. अभी वह तेलंगाना सरकार में उद्योग निदेशक के पद पर हैं. अपने शानदार करियर में उन्हें 2019 और 2020 में लगातार दो साल प्रधानमंत्री पुरस्कार मिला. 2019 में सिद्धिपेट जिले में मिशन इंद्रधनुष को सफल बनाने के लिए उन्हें सम्मानित किया गया. 2020 में राजन्ना-सिरसिल्ला जिले में जनसेवा और शिकायत निवारण को बेहतर करने के लिए यह पुरस्कार मिला. भास्कर ने IIT खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. उनके पास इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए डिग्री भी है.

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