Viral Video : लंदन की सड़कों पर गुटखा और पान की थूक से बने लाल दागों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. लोगों ने इस पर नाराजगी जताते हुए इसे शर्मनाक और घिनौनी आदत बताया है. यह वीडियो सफाई, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक जिम्मेदारी पर नई बहस को जन्म दे रहा है.
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Viral Video : एक वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भारी नाराजगी पैदा कर दी है. इस वीडियो में लंदन की सड़कों पर लाल धब्बे दिखाई दे रहे हैं, जिनके बारे में दावा किया जा रहा है कि ये गुटखा और पान थूकने के कारण हैं. वीडियो के साथ लिखा गया कैप्शन है, "गुटखा और पान थूकने की आदत अब लंदन तक पहुंच गई है, शर्मनाक और घिनौना!" इस क्लिप ने एक बार फिर सफाई, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सांस्कृतिक जिम्मेदारी को लेकर बहस छेड़ दी है.
गुटखा खाने वाले लंडन में फैला रहे गंदगी
गुटखा आमतौर पर सुपारी, तंबाकू और कई फ्लेवरिंग का मिश्रण होता है. इस दक्षिण एशिया के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर चबाया जाता है. इसे थूकने पर यह लाल धब्बा छोड़ता है, और अब यही समस्या लंदन और लीसेस्टर जैसे प्रवासी-बहुल इलाकों में देखने को मिल रही है. इस समस्या से निपटने के लिए, हाल ही में लीसेस्टर सिटी काउंसिल ने अंग्रेजी और गुजराती में दो भाषाओं में साइनबोर्ड लगाए हैं, जिन पर चेतावनी दी गई है: "सड़क पर पान थूकना अस्वच्छ और असामाजिक है. ऐसा करने पर आप पर जुर्माना लगाया जा सकता है." लीसेस्टरशायर पुलिस के अनुसार, स्पिन्नी हिल्स, नॉर्थ एविंगटन और बेलग्रेव जैसे इलाकों में पान के धब्बे एक आम समस्या बन चुके हैं. हालांकि, ZEE News इस वायरल वीडियो के सत्यती का पुष्टि और समर्थन नहीं करता.
कितना है जुर्माना?
वैसे यह पहली बार नहीं है जब इस पर कार्रवाई हुई हो. लंदन के उत्तर में स्थित ब्रेंट काउंसिल ने 2010 में ही थूकने पर जुर्माना लगाना शुरू कर दिया था. 2014 में लागू किए गए पब्लिक स्पेसेज़ प्रोटेक्शन ऑर्डर (PSPO) के तहत £80 यानी करीब 9200 रुपये तक का जुर्माना तय किया गया. यहां तक कि बिलबोर्ड पर सख्त शब्दों में लिखा गया: “इट्स नैस्टी मैन! डोंट स्पिट पान.”
क्या बोले यूजर्स?
— Meru (@MeruBhaiya) August 3, 2025
इस वायरल वीडियो पर ऑनलाइन प्रतिक्रियाएं तीखी रही हैं. एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा, "वाह, शानदार! गुटखा और पान थूकना हमारी सबसे बड़ी सांस्कृतिक देन... सच में सभ्यता का गौरवपूर्ण क्षण है!" एक अन्य व्यक्ति ने वेम्बली जैसे इलाकों में इस आदत के सामान्य होते जाने पर चिंता जताई और सख्त प्रतिबंध लगाने की मांग की. एक तीसरे यूजर ने तो थूकने वालों को सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा करने की बात कही, ताकि लोगों में नागरिक जिम्मेदारी की भावना पैदा हो. सिर्फ सफाई और सौंदर्य के नजरिए से ही नहीं, बल्कि यह आदत स्वास्थ्य के लिहाज से भी बेहद खतरनाक है.