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Sundar Pichai Career Advice For Gen Z: गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई अब $1.1 बिलियन (करीब ₹9,100 करोड़) की नेटवर्थ के साथ आधिकारिक तौर पर अरबपति बन चुके हैं. लेकिन उनकी सफलता सिर्फ पैसों तक सीमित नहीं है. पिचाई का मानना है कि सबसे अच्छे कर्मचारी वही होते हैं जो खुद के सबसे बड़े क्रिटिक (आलोचक) होते हैं.
Lex Fridman के पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान पिचाई ने कहा- 'कई बार आप ऐसे लोगों के साथ काम करते हैं जो इतनी मेहनत और कमिटमेंट से काम करते हैं कि अगर उन्होंने कुछ गलत किया हो, तो उन्हें खुद उससे ज्यादा बुरा लगता है, जितना आपको.'
सुंदर पिचाई का सफर: प्रोडक्ट मैनेजर से गूगल के CEO तक
52 वर्षीय सुंदर पिचाई 2004 में गूगल से प्रोडक्ट मैनेजर के रूप में जुड़े थे. उस समय शायद ही किसी ने सोचा होगा कि वही इंसान आगे चलकर दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी को $2.3 ट्रिलियन की वैल्यू तक पहुंचाएगा. पिचाई ने इंटरव्यू में बताया कि अपने करियर में कई बार उन्हें ऐसे लोगों के साथ काम करने का मौका मिला जो उनसे बेहतर थे. शुरुआत में यह उन्हें डराने वाला लगता था, लेकिन यही डर उन्हें आगे बढ़ाने वाला बना. उन्होंने कहा- “आपको अपने जीवन में कुछ बार ऐसा अनुभव करना चाहिए, जब आप ऐसे लोगों के साथ काम कर रहे हों जो आपकी क्षमताओं को स्ट्रेच कर दें. यही आपको असली ग्रोथ देता है.”ॉ
अनकंफर्टेबल सिचुएशन से ही आती है ग्रोथ
पिचाई का कहना है कि अगर आप हमेशा अपने कम्फर्ट जोन में रहेंगे, तो कभी अपनी असली क्षमता को नहीं जान पाएंगे. उन्होंने कहा, “खुद को अनकंफर्टेबल सिचुएशन में डालें. कई बार आप खुद हैरान रह जाएंगे कि आपने कितना अच्छा किया,” यही सोच उन्हें गूगल के को-फाउंडर्स लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन की नजर में ले आई. और 2015 में वह गूगल के सीईओ बन गए.
Gen Z के लिए पिचाई की सलाह: पैशन को फॉलो करो
सुंदर पिचाई का मानना है कि करियर के फैसले सिर्फ लॉजिक से नहीं, बल्कि पैशन से भी लेने चाहिए. उन्होंने कह, “जब आप कोई काम करें, तो दिल से पूछें कि क्या आपको ये करना सच में अच्छा लगता है. अगर हां, तो आप उसमें लंबे समय तक टिक पाएंगे और सफल होंगे.”
टीमवर्क है सफलता की कुंजी
गूगल में सफलता का राज पिचाई के मुताबिक सही लोगों को ढूंढना है. “ऐसे लोग ढूंढिए जो मिशन-ओरिएंटेड हों, जिनमें बेस्ट करने की भूख हो और जो दूसरों को मोटिवेट कर सकें. ऐसे लोग मिलकर बड़े से बड़ा लक्ष्य पूरा कर सकते हैं.” वह मानते हैं कि अगर आपकी टीम में कमिटेड लोग हैं, तो आपको बार-बार सख्त होने की जरूरत नहीं पड़ती.
अरबपति बनने के बावजूद विनम्रता
हाल ही में अरबपति बने पिचाई की नेटवर्थ गूगल के को-फाउंडर्स की तुलना में बहुत कम है. जहां पिचाई की दौलत $1.1 बिलियन है, वहीं लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन की संपत्ति क्रमशः $163 बिलियन और $174 बिलियन है. लेकिन पिचाई का फोकस सिर्फ पैसों पर नहीं, बल्कि अपनी टीम और कंपनी की ग्रोथ पर है. यही वजह है कि वह दुनिया के सबसे रिस्पेक्टेड सीईओ में गिने जाते हैं.