Israel Gaza War: इजरायल और हमास के बीच जारी जंग को 2 साल होने वाले हैं, 23वें महीने में दाखिल होने से पहले इजरायल के कुछ सीनियर अफसरों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को खत लिखा है और नेतन्याहू के फैसलों पर अंकुश लगाने की मांग की है.
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Benjamin Netanyahu: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को लेकर कहा जा रहा है कि उनकी कुर्सी खतरे में है. क्योंकि अब उन्हीं के मुल्क में उनके खिलाफ आवाज उठनी शुरू हो गई है. नेतन्याहू के लिए बुरी खबर यह है कि कोई आम आदमी उनके खिलाफ नहीं है बल्कि देश की दिग्गजों ने उनके खिलाफ आवाज बुलंद की है. दावा है कि ईरान की खुफिया एजेंसी के चीफ समेत 600 से ज्यादा रिटायर्ड सुरक्षा अधिकारी उन्हें उनके पद से हटाना चाहते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नेतन्याहू के खिलाफ इन 600 अफसरों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम एक खत लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा है कि वह गाजा में जंग खत्म करने के लिए नेतन्याहू पर दबाव डालें. बताया जा रहा है कि इजरायली अफसरों के जरिए लिखा गया है यह खत भी मीडिया में सामने आ गया है. इस ओपन लेटर में उन्होंने ट्रंप से कहा है कि वो नेतन्याहू के फैसलों पर अंकुश लगाएं. इस पत्र पर मोसाद के तीन पूर्व प्रमुखों तामिर पार्डो, इफ्रेम हेलेवी और डैनी याटोम ने भी दस्तखत किये हैं.
शिन बेट सुरक्षा सेवा के पूर्व डायरेक्टर अमी अयालोन ने कहा,'पहले यह युद्ध न्यायपूर्ण और रक्षात्मक युद्ध था लेकिन जब हमने सभी सैन्य लक्ष्य हासिल कर लिए तो अब यह न्यायपूर्ण युद्ध नहीं रह गया. ट्रंप को लिखे खत के साथ जारी हुए एक वीडियो में अयालोन ने चेतावनी दी कि गाजा के खिलाफ चल रही जंग अब 23वें महीने के करीब है और यह युद्ध अब इजरायल को अपनी सुरक्षा, पहचान खोने की तरफ ले जा रहा है.
खत में कहा गया कि हम जो गाजा से जंग लड़ रहे हैं उसमें जो भी ताकत की दम पर हासिल किया जा सकता था, वो हमने हासिल कर लिया. जैसे हमास की सैन्य संरचनाओं को तबाह करना और शासन स्थापित करना. इसके बाद वाले लक्ष्य सिर्फ समझौते की बुनियाद पर ही हासिल किए जा सकते हैं, जैसे कि बंधकों रिहा करवाना.
बता दें कि हाल के हफ्तों में इजरायल पर जंग रोकना का अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ा है लेकिन इजरायल में कुछ लोग, जिनमें नेतन्याहू की गठबंधन सरकार के मंत्री भी शामिल हैं, इजरायली सेना को आगे बढ़ने और गाजा पर पूरी तरह या आंशिक रूप से कब्जा करने पर जोर दे रहे हैं.