NATO Russia Ukraine: यह सही है कि सीधे तौर पर NATO यूक्रेन को घातक हथियार नहीं देता है. मगर सदस्य देश अब मिलकर उसकी रक्षा को लेकर निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं. इससे क्लियर है कि रूस के सामने NATO पीछे हटने को तैयार नहीं बल्कि अब रणनीतिक और सैन्य रूप से पहले से कहीं ज्यादा एकजुट दिखाई दे रहा है.
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दुनिया कब से सुन रही है कि रूस यूक्रेन युद्ध खत्म होगा. मगर इसके आसार दिख नहीं रहे हैं. इसी बीच अमेरिकी नेतृत्व वाले NATO ने अब एक नया सैन्य रणनीतिक कदम उठाया है. संगठन ने यूक्रेन को भारी हथियारों की नियमित आपूर्ति शुरू कर दी है. नीदरलैंड्स ने 500 मिलियन यूरो करीब 578 मिलियन डॉलर की एयर डिफेंस सिस्टम, गोला बारूद और अन्य सैन्य सहायता देने का ऐलान किया है. इसी तरह स्वीडन डेनमार्क नॉर्वे ने मिलकर 500 मिलियन डॉलर की सैन्य सहायता देने का साझा निर्णय लिया है. इसमें एयर डिफेंस, एंटी टैंक हथियार, गोला बारूद और स्पेयर पार्ट्स शामिल हैं.
यूक्रेन की जरूरतों के आधार पर तैयार..
असल में एपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक NATO का क्लियर कहना है कि ये सहायता पैकेज यूक्रेन की प्राथमिक जरूरतों के आधार पर तैयार किए जाएंगे और तेजी से नियमित अंतराल में पहुंचाए जाएंगे. इसमें से अधिकतर हथियार अमेरिका से खरीदे गए हैं. इस महीने दो खेपें भेजी जाएंगी जबकि नॉर्डिक देशों का साझा पैकेज सितंबर में पहुंचने की उम्मीद है. इस दौरान रूस का हमला लगातार तेज हो रहा है और उसका अगला निशाना यूक्रेन का पूरब स्थित पोक्रोव्स्क शहर है.
नागरिकों की जान बचाने में मदद
रिपोर्ट के मुताबिक रूस की बमबारी से अब तक 12,000 से अधिक यूक्रेनी नागरिकों की जान जा चुकी है. इधर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने नीदरलैंड्स का आभार जताते हुए कहा कि यह सहायता पूरे यूरोप को रूसी आतंक से सुरक्षा देगी. उन्होंने कहा कि जब रूस अपने हमलों को और तेज करने की कोशिश कर रहा है ऐसे समय में यह समर्थन हमारे नागरिकों की जान बचाने में मदद करेगा.
हथियारों की आपूर्ति NATO के जरिए
इन सबके बीच जर्मनी ने भी शुक्रवार को घोषणा की कि वह यूक्रेन को दो और पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम देगा. इसके बदले अमेरिका ने जर्मनी को भरोसा दिलाया है कि वह उसकी भंडार भरने के लिए नए सिस्टम प्राथमिकता में भेजेगा. यह सिस्टम केवल अमेरिका में बनते हैं जिससे अमेरिका की रणनीतिक भूमिका अहम हो जाती है. हालांकि ट्रंप प्रशासन ने यूक्रेन को सीधे सैन्य सहायता देने से इनकार किया है लेकिन अमेरिका से खरीदी जा रही हथियारों की आपूर्ति NATO सहयोगियों के जरिए हो रही है.
Kiel Institute के मुताबिक जून 2025 तक यूरोपीय देशों ने रूस यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से 72 बिलियन यूरो करीब 83 बिलियन डॉलर की सैन्य सहायता दी है. जबकि अमेरिका की तरफ से अब तक 65 बिलियन डॉलर की सहायता दी गई है.
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FAQ
Q1: NATO ने यूक्रेन को कौन सी नई सैन्य सहायता दी है?
Ans: देशों ने एयर डिफेंस सिस्टम एंटी टैंक हथियार गोला बारूद और स्पेयर पार्ट्स भेजने की घोषणा की है.
Q2: क्या अमेरिका भी इस सैन्य मदद में शामिल है?
Ans: अधिकतर सैन्य उपकरण अमेरिका से खरीदे जा रहे हैं और उसके स्टॉक से सप्लाई की जा रही है.
Q3: रूस का अगला निशाना यूक्रेन में कौन सा शहर है?
Ans: रूस पूर्वी यूक्रेन के पोक्रोव्स्क शहर पर कब्जे की कोशिश कर रहा है, जो एक अहम लॉजिस्टिक हब है.