भारत का पहला हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक हुआ तैयार, अब दिल्ली से हरिद्वार रहेगा सिर्फ 20 मिनट दूर! जानें इसकी ये खासियतें
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भारत का पहला हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक हुआ तैयार, अब दिल्ली से हरिद्वार रहेगा सिर्फ 20 मिनट दूर! जानें इसकी ये खासियतें

भारत का पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन तेजी से बदला जा रहा है. इसे और आधुनिक बनाने की लगातार तैयार चल रही है. इस दिशा में अब देश का पहला हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक भी तैयार हो चुका है, जिसे रेल मंत्रालय और आईआईटी मद्रास ने मिलकर तैयार किया है.

भारत का पहला हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक हुआ तैयार, अब दिल्ली से हरिद्वार रहेगा सिर्फ 20 मिनट दूर! जानें इसकी ये खासियतें

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे लगातार पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को अत्याधुनिक और सुविधाजनक बनाने की दिशा में काम कर रही है. वंदे भारत पहले ही लोगों की कई समस्याओं को खत्म कर चुकी है. वहीं, बुलेट ट्रेन का भी पहला ट्रैक तैयार किया जा रहा है, जो मुंबई से अहमदाबाद के बीच बनाया जा रहा है. हालांकि, इसके खत्म होने से पहले ही भारत का पहला हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक तैयार कर लिया है. इसे रेल मंत्रालय की मदद से IIT मद्रास ने बनाया है और यह 422 मीटर लंबा ट्रैक है. इस ट्रैक की जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया के जरिए दी है.

  1. जल्द मिलेगी हाइपरलूप ट्रेन की सुविधा
  2. IIT मद्रास ने मिलकर किया तैयार

अश्विनी वैष्णव ने दी जानकारी

अश्विनी वैष्णव ने अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया है. इसके साथ उन्होंने बताया, 'सरकार और शिक्षण संसाथन मिलकर आने वाले कल के लिए ट्रांसपोर्ट में इनोवेशन कर रहे हैं. इस प्रोजेक्ट के लिए रेलवे ने फंड दिया और IIT मद्रास कैंपस ने इसे बनाया है.'

उन्होंने आगे बताया कि आईआईटी मद्रास को दो बार एक-एक मिलियन डॉलर का ग्रांट दिया जा चुका है और अब इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए एक और मिलियन डॉलर का अनुदान देने का वक्त आ चुका है. 

क्या होता है हाइपरलूप ट्रैक

हाइपरलूप ट्रैक एक ऐसी टेक्नोलॉजी होती है, जिसके तहत ट्रेनों को एक अलग तरह से तैयार किए गए ट्यूब में चलाया जाता है. इस टेक्नोलॉजी की वजह से ट्रेन हाई स्पीड में दौड़ सकती हैं, जिससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट तेजी से दौड़ने के कारण काफी वक्त बचाया जा सकता है.

जल्द इस्तेमाल में आने की उम्मीद

अब भारत में पहला हाइपरलूप ट्रैक तैयार हो गया है तो ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस ट्रेन का ट्रायल भी शुरू किया जा सकता है. दूसरी ओर अश्विनी वैष्णव का कहना है कि जब भी कमर्शियल रन के लिए पूरी तरह तैयार हो जाता है तो उसके बाद ही तय किया जाएगा कि इसे कब और कहां इस्तेमाल किया जाएगा. इसे 40-50 किमी लंबे स्ट्रैच पर ही शुरू कर सकते हैं.

क्या होती है स्पीड

बता दें कि हाइपरलूप ट्रेन की स्पीड बुलेट ट्रेन से भी काफी तेज होती है. बताया जा रहा है कि भारत में बने इस पहले हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक के जरिए 350 किमी की दूरी सिर्फ 30 मिनट में तय की जा सकेगी. जहां बुलेट ट्रेन की हाई स्पीड 450 किमी होती है, वहीं हाइपरलूप ट्रेन की स्पीड कम से कम 600 किमी और अधिकतम 1100 किमी तक हो सकती है. अनुमान लगाया जा रहा है कि टेस्ट सफल पर दिल्ली से जयपुर तक का सफर सिर्फ 30 मिनट में किया जा सकेगा. इसके अलावा दिल्ली से हरिद्वार की दूरी करीब 200 किमी है, जिसे तय करने में लगभग 20 मिनट का ही वक्त लगेगा.

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भावना साहनी

ज़ी न्यूज में चीफ सब एडिटर. वर्तमान में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन से जुड़ी खबरें लिख रही हैं. मीडिया इंडस्ट्री में 10 साल का अनुभव. इंडिया टीवी, न्यूज़बाइट्स और ज़ी हिन्दुस्तान में इंटरनेशनल, डिफेंस और...और पढ़ें

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