Tejas a1 Fighter Jet: भारत को इस महीने के आखिर में इजरायल से तेजस A1 फाइटर जेट्स मिलेंगे, जिनमें इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम, डर्बी रडार-गाइडेड मिसाइलें और हेलमेट माउंटेड साइट जैसी आधुनिक तकनीकें होंगी. 83 तेजस जेट्स में भारतीय कंपनियों द्वारा निर्मित सिस्टम लगाए जा रहे हैं, जो 'आत्मनिर्भर भारत' को बढ़ावा देता है.
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Tejas a1 Fighter Jet: भारत को जून महीने के आखिर में इजरायल से ताकतवर तेजस फाइटर जेट्स मिलने वाले हैं. भारत को मिलने वाला हल्के लड़ाकू विमान तेजस (HAL Tejas) का नया वैरिएंट कुछ नई तकनीकों के साथ आएगा. भारत को मिलने वाले तेजस A1 वैरिएंट में इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम और डर्बी रडार-गाइडेड मिसाइलें होंगी, जो दुश्मन को पस्त करने की ताकत रखते हैं.
आधुनिक सिस्टम इंटीग्रेट किए जा रहे
जेरूशलम पोस्ट की एक रिपोर्ट बताती है कि तेजस A1 वैरिएंट में करोड़ों की लगात से आधुनिक सिस्टम इंटीग्रेट किए जा रहे हैं. सभी 83 तेजस फाइटर जेट्स में नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. इंटीग्रेट किए जाने वाले सिस्टम भारतीय कंपनियों की साझेदारी से बने हैं. इसलिए ये 'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया' से जुड़ी पहल भी है.
तेजस जेट में ये तीन खास चीजें
इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम: इस सिस्टम के लगने से फाइटर जेट दुश्मन के रडार और मिसाइल को बेअसर करने की ताकत हासिल कर लेगा.
डर्बी रडार-गाइडेड मिसाइलें: ये हवा में मार करने में सक्षम मिसाइलें हैं, जिनका इस्तेमाल राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स द्वारा किया जाता है. ये मिसाइलें कम दूरी से लेकर दृश्य सीमा से परे तक हवाई खतरों से निपट लेती हैं.
हेलमेट माउंटेड साइट: अब इन फाइटर जेट्स में पायलट्स को हेलमेट माउंटेड साइट भी मिलने वाला है. इसका मतलब है कि टारगेट को अपनी आंखों से सिग्नल दिया जा सकेगा और उसका खात्मा हो जाएगा.
तेजस Mk2 पर भी चल रहा है काम
दूसरी ओर, HAL तेजस के नेक्स्ट वैरिएंट यानी 'तेजस Mk2' पर काम कर रही है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि तेजस का नया वैरिएंट 'कनार्ड विंग्स' सरीखी आधुनिक सुविधाओं और तकनीकों से लैस होगा. कहा जा रहा है कि भारत का तेजस Mk2 फाइटर जेट तकनीक और ताकत के मामले में फ्रांस के राफेल लड़ाकू विमान के समान होने वाला है.