ऑपरेशन महादेव से लेकर सिंदूर तक...जानिए कौन रखता है इंडियन आर्मी के मिशन के नाम?
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ऑपरेशन महादेव से लेकर सिंदूर तक...जानिए कौन रखता है इंडियन आर्मी के मिशन के नाम?

भारतीय सेना जब कोई बड़ा मिशन चलाती है तो उसे एक खास नाम दिया जाता है, जैसे ऑपरेशन महादेव या सिंदूर. इन नामों के पीछे इमोशनल और स्ट्रैटेजिक सोच होती है. ये नाम सैनिकों के जोश को बढ़ाते हैं और मिशन की पहचान बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं.

 

ऑपरेशन महादेव से लेकर सिंदूर तक...जानिए कौन रखता है इंडियन आर्मी के मिशन के नाम?

भारतीय सेना जब किसी बड़े ऑपरेशन को अंजाम देती है तो उसे एक खास नाम दिया जाता है जैसे ऑपरेशन महादेव, ऑपरेशन सिंदूर या ऑपरेशन त्रिशूल. ये नाम ना सिर्फ मिशन की पहचान बनते हैं, बल्कि सैनिकों के मनोबल को भी बढ़ाते हैं. पर क्या आपने कभी सोचा है कि इन ऑपरेशनों को ऐसे नाम कौन देता है और इनका मतलब क्या होता है? आइए जानते हैं इसके पीछे की पूरी कहानी.

  1. मिशन को मिलते हैं खास नाम
  2. हर नाम में होता है गहरा संदेश

ऑपरेशन महादेव
28 जुलाई 2025 को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के पास लिडवास इलाके में सेना, पुलिस और CRPF ने मिलकर 3 आतंकियों को मार गिराया. इस ऑपरेशन का नाम रखा गया 'ऑपरेशन महादेव'. इस मिशन में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े तीन आतंकी मारे गए हैं, जिनमें एक सुलेमान शाह उर्फ हाशिम मूसा भी शामिल था. यह वही आतंकवादी है, जो पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था. इस ऑपरेशन को 'महादेव' नाम इसलिए दिया गया क्योंकि यह कार्रवाई महादेव पीक के पास वाले इलाके में हुई. 

क्या था ऑपरेशन सिंदूर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई निर्दोष लोगों का जान गई. इसके जवाब में भारत ने PoK में बने आतंकी ठिकानों पर सीधा हमला किया. इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना और सेना ने मिलकर पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को तबाह किया और 100 से ज्यादा आतंकवादियों को मार गिराया. इसमें वह आतंकी भी शामिल थे जो पहले IC-814 हाईजैक, पुलवामा हमला, और दूसरे बड़े हमलों में शामिल रहे थे. सेना ने इस ऑपरेशन में SCALP मिसाइल और अन्य आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया, जिससे दुश्मन को बड़ा नुकसान पहुंचा. इस पूरे मिशन का नाम भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' रखा. सिंदूर नाम इसलिए रखा गया क्योंकि यह एक भावना से जुड़ा है, जो शहीदों की पत्नियों की कुर्बानी और सम्मान को दर्शाता है. यह नाम उन तमाम पतियों की शहादत और उनकी पत्नी की टूटी मांग से जुड़ा हुआ था.

कौन तय करता मिशन के नाम?
सेना के ऑपरेशन के नाम आमतौर पर उस टीम या यूनिट द्वारा तय किए जाते हैं, जो मिशन को अंजाम दे रही होती है. ये नाम सोच-समझकर रखे जाते हैं, ताकि मिशन की पहचान बनी रहे, इमोशनल कनेक्शन हो और यह सीक्रेट बाहर ना जाए. कुछ नाम पौराणिक किरदारों से जुड़े होते हैं, जैसे महादेव, त्रिशूल या अर्जुन. ये नाम सैनिकों को हिम्मत और प्रेरणा देने का काम करते हैं.

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