Eid Ul Adha: ईद-उल-अजहा से पहले इजराइल ने लेबनान में बड़े हमले किए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक आईडीएफ ने 8 इमारतों को निशाना बनाया है. पूरी खबर पढ़े के लिए स्क्रॉल करें.
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Eid Ul Adha: ईद-उल-अजहा से एक दिन पहले इज़राइली सेना ने लेबनान की राजधानी बेरूत के साउथ में कई ठिकानों पर हवाई हमले किए. इज़राइल ने दावा किया कि इन जगहों पर हिज़्बुल्लाह के जरिए बनाए जा रहे अंडरग्राउंड ड्रोन मैनुफैक्चरिंग सेंटर मौजूद थे.
इज़राइल ने हमले से पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि वह चार जगहों पर आठ इमारतों को निशाना बनाएगा. यह पिछले एक महीने में पहली बार है जब इज़राइल ने बेरूत के बाहरी इलाकों में हमला किया है. हालांकि हिज़्बुल्लाह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जिन जगहों पर हमला हुआ, वहां कोई ड्रोन निर्माण केंद्र नहीं था. हिज़्बुल्लाह के एक अधिकारी ने कहा, "इज़राइल, खासकर प्रधानमंत्री नेतन्याहू, इलाके में जंग को जारी रखना चाहते हैं."
लेबनान की सेना ने भी दावा किया कि उन्होंने इज़राइल से हमले को रोकने की अपील की थी और कहा था कि वे खुद उन जगहों की जांच कर लेंगे, जैसा कि सीजफायर समझौते में तय हुआ था. लेकिन, इज़राइल ने इनकार कर दिया, जिसके बाद लेबनानी सैनिकों को उन इलाकों से हटना पड़ा.
लेबनान के राष्ट्रपति जोसेफ औन और प्रधानमंत्री नवाफ सलाम ने इन हमलों की कड़ी निंदा की है. राष्ट्रपति औन ने इसे इंटरनेशनल समझौतों और मानवीय कानूनों का खुला उल्लंघन बताया है और कहा कि यह हमला पाक त्योहार से पहले की गई उकसाने वाली कार्रवाई है. उन्होंने कहा कि इज़राइल, लेबनान को एक चिट्ठी भेजने वाला डाकघर बनाकर अमेरिका को संदेश देना चाहता है.
इज़राइल के रक्षा मंत्री इज़राइल काट्ज़ ने हमले को सटीक और सफल बताया और कहा कि इज़राइल किसी भी कीमत पर युद्धविराम के नियमों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने लेबनान सरकार को हिज़्बुल्लाह की गतिविधियों के लिए जिम्मेदार ठहराया.
इज़राइली सेना ने कहा कि हिज़्बुल्लाह ईरान की मदद से हज़ारों ड्रोन तैयार करने की कोशिश कर रहा है और ये ड्रोन मु्स्तकबिल में इज़राइल के खिलाफ हमलों में इस्तेमाल हो सकते हैं.
हिज़्बुल्लाह और इज़राइल के बीच तनाव 8 अक्टूबर 2023 से शुरू हुआ, जब हिज़्बुल्लाह ने गाज़ा में हमास के समर्थन में सीमा पार से रॉकेट दागे. इसके जवाब में इज़राइल ने हवाई हमले शुरू कर दिए और यह झड़पें सितंबर 2024 में एक बड़े युद्ध में बदल गईं.
इस युद्ध में लेबनान में 4,000 से अधिक लोगों की मौत हुई, जिनमें सैकड़ों नागरिक शामिल थे. अप्रैल 2025 तक लेबनानी सरकार ने बताया कि युद्धविराम के बाद भी इज़राइली हमलों में 190 लोग मारे गए और 485 घायल हुए.