Indian Haji Death News: इस साल दुनिया भर से करीब 16 लाख 73 हजार से ज्यादा हाजियों ने हज की नियत से पवित्र मक्का शहर का रुख किया. सऊदी अरब सरकार ने हाजियों के लिए कई खास इंतजाम किए थे. हालांकि, इस दौरान हज के सफर कई हाजियों की मौत हो गई है, जिनको सऊदी अरब के नियमों के तहत वहां की मिट्टी में सुपुर्द खाक कर दिया गया.
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Delhi News Today: हर साल की तरह इस बार पूरी दुनिया के मुसलमानों हज के फरायज को अंजाम देने के लिए सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में इकट्ठा हुए. पांच दिनों तक चलने वाला हज, ईद-उल-अजहा (बकरीद) के बाद खत्म हो गया, जिसके बाद भारत के साथ दुनियाभर के हाजियों का अपने मुल्क लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है. भारतीय हाजियों का देश में पहुंचने उनके परिजन रिश्तेदार एयरपोर्ट पर गर्मजोशी से स्वागत कर रहे हैं.
हालांकि, कुछ हाजी ऐसे भी हैं, जो हज के लिए मक्का तो पहुंचे लेकिन वहां से अब कभी वापस नहीं लौट सकेंगे. दरअसल, हज के दौरान और उसके बाद कुल 37 भारतीय हाजियों का सऊदी अरब में इंतकाल हो गया है. बीते 13 जून तक इन 37 हाजियों के मौतों की पुष्टि की जा चुकी है.
सऊदी कानून के मुताबिक, हज यात्रा के दौरान अगर किसी का इंतकाल हो जाता है, तो उन्हें वहीं की पाक सरजमीन पर सुपुर्द-ए-खाक (दफन) कर दिया जाता है. एक तरफ यह अपने प्रियजनों को खोने का दर्द है, वहीं दूसरी तरफ हज के दौरान मौत होना और उस पवित्र भूमि की मिट्टी नसीब होना बेहद सौभाग्यशाली भी माना जाता है.
हज के दौरान जिन 37 हाजियों की मौत हुई है, उनमें से 30 हाजी हज कमेटी ऑफ इंडिया के माध्यम से गए थे, जबकि 7 हाजी निजी टूर ऑपरेटरों के जरिए हज के सफर पर गए थे. इंतकाल करने वाले 37 हाजियों में से एक हाजी का ताल्लुक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से था. उनका नाम अजीज अहमद है. उनकी वापसी की फ्लाइट 3 जून को थी, लेकिन 2 जून को उनका इंतकाल हो गया. यानी हज पूरा होने के बाद जब वे वतन वापस लौटने की तैयारी कर रहे थे, तभी उनका अचानक उनकी मौत हो गई.
मीडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली एम्बार्केशन पॉइंट से कुल 15 हजार 69 हाजी हज के सफर पर रवाना हुए थे, जिनमें 8 हजार 37 पुरुष और 7 हजार 32 औरतें शामिल थीं. इनमें से 2 हजार 865 हाजी दिल्ली के निवासी थे, जबकि बाकी हाजियों का ताल्लुक देश के दूसरे अलग-अलग राज्यों से था. जिन्होंने दिल्ली को अपना एम्बार्केशन पॉइंट चुना था.
इस साल दुनिया भर से कुल 16 लाख 73 हजार 230 हाजियों ने हज अदा किया. इनमें से 1 लाख 66 हजार 654 स्थानीय हाजी थे, जबकि 15 लाख 2 हजार 576 हाजी दूसरे देशों से आए थे. इनमें महिला हाजियों की संख्या 7 लाख 95 हजार 389 थी, जबकि पुरुष हाजियों की संख्या 8 लाख 77 हजार 184 थी.
इसमें सबसे सकारात्मक बात यह है कि पिछले साल के मुकाबले इस बार हज पर मौतों का आंकड़ा कम है. माना जा रहा है कि पिछले साल बड़ी संख्या में हुई मौतों के बाद सऊदी अरब सरकार ने बिना हज वीजा के किसी को भी हज करने की इजाजत नहीं दी. पिछले साल हुई मौतों में यह बात सामने आई थी कि ज्यादातर लोगों के पास हज वीजा नहीं था.
हाजियों की वतन वापसी का यह सिलसिला 12 जून से शुरू हुआ है और अगले महीने 10 जुलाई तक जारी रहेगा. इस दौरान दिल्ली एम्बार्केशन पॉइंट से जाने वाले हाजी 37 उड़ानों के जरिये वापस आएंगे. 25 जून तक वापस आने वाले हाजी सऊदी अरब के जेद्दा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से आएंगे, जबकि 26 जून से 10 जुलाई तक आने वाले सभी हाजी मदीना मुनव्वरा से दिल्ली वापस होंगे.
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