गाजा में मौत बन गई भूख; दूध और दवा की कमी से दो मांओं की गोद हुई सूनी
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गाजा में मौत बन गई भूख; दूध और दवा की कमी से दो मांओं की गोद हुई सूनी

Gaza Food Starvation: गाजा में इस समय मानवीय जीवन भयावह हालात में पहुंच गए हैं. हार्वर्ड डेटावर्स ने इजरायली जुल्म की वजह से वहां पैदा हुए हालात को एक रिपोर्ट जारी की है. गाजा में इस समय खाने-पीने और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी की वजह से कई लोग मौत की कगार पर खड़े हैं. महज कुछ दिनों के अंदर गाजा में अबतक भूख से 244 लोगों की मौत हो गई है.  

 

 

भूखमरी और खाने पीने की किल्लत मासूमों की मौत
भूखमरी और खाने पीने की किल्लत मासूमों की मौत

Gaza Humanitarian Crisis 2025: गाजा में फिलिस्तीन के बेगुनाह मजलूमों पर इजरायल सरकार लगातार जुल्म कर रही है. यहूदी फौज ने गाजा की बीते 8 महीने से नाकाबंदी कर दी है, जिसकी वजह से फिलिस्तीन के लोगों के पास खाने-पीने का सामान, दवाएं और दूसरी जरुरी चीजें नहीं पहुंच रही हैं. इसकी वजह से 20 लाख से ज्यादा आबादी वाले गाजा में लोग भूख और प्यास से परेशान हैं और खाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं.

इजरायली घेराबंदी की वजह से गाजा में भुखमरी और बेबी फॉर्मूला के कमी की वजह से बीते जुमेरात (26 जून) दो और बच्चों की मौत हो गई. दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में मौजूद नासिर अस्पताल से बच्चों के शवों को लाए जाने के बाद दोनों मृतकों के परिवारों ने उनका अंतिम संस्कार किया. दोनों नवजात बच्चों की मौत बुनियादी स्वास्थ्य सुविधा और पोषण संबंधी चीजों न मिलने की वजह से हुई. 

चिकित्सा सूत्रों ने पिछले हफ्ते ही चेतावनी दी थी कि बेबी फॉर्मूला की लगातार कमी, जारी घेराबंदी और जंग की वजह से सेहत का निजाम चरमरा गया है. इससे फिलिस्तीन के मासूम नवजात बच्चों की जिंदगी पर खतरा मंडरा रहा है. इन समस्याओं की वजह से गाजा के बच्चों की भयावह तस्वीरें सामने आई हैं. वहां के मजलूम लगातार अंतरराष्ट्रीय समुदाय से नाकाबंदी हटाने और बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने की गुहार लगा रहे हैं.

इसी तरह की एक तस्वीर सामने आई है, जिसने दुनिया को झकझोर कर रख दिया है. पांच महीने के निदाल के चाचा महमूद शरब ने बताया कि बच्चे की मौत खाना और बेबी फॉर्मूला के कमी की वजह से हुई है. गाजा चिकित्सा सूत्रों के मुताबिक, यहां के अस्पताल में ऐसे कई और मामले हैं जिन्हें तुरंत बेहतर इलाज की जरुरत है, साथ ही ही उन्हें दूध और उचित पोषण की जरुरत है. अगर यह चीजें समय पर नहीं मिलीं तो कई और बच्चों को हम खो देंगे. 

किंडा नाम बच्ची की भी इसी तरह मौत हुई है. किंडा का जन्म अभी महज 10 दिन पहले हुआ था. किंडा के वालिद मोहम्मद अल-हम्स ने बताया कि उनकी बेटी की मौत कुपोषण और दवाइयों की कमी की वजह से हुई है. 

मीडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा में खाने पीने और दवा के कमी की वजह से मरने वालों की संख्या अब 244 हो गई है, जिनमें से ज्यादातर बच्चे और बुजुर्ग हैं. मानवीय स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और राहत के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं. यूएस और इजरायल ने यूनाइटेड नेशन पर रोक लगा दी है. 

फिलिस्तीन के लोगों को कंट्रोल करने और उनको हटाने के मकसद से अमेरिका और इजरायल समर्थित गाजा ह्यूमैनिटेरिया फाउंडेशन गिने चुने इलाकों में मानवीय सहायता पहुंचाने का काम कर रहा है. हार्वर्ड डेटावर्स ने इजरायल के मंसूबों को बेनकाब करते हुए चौंकाने वाले रिपोर्ट पेश किया है. यह रिपोर्ट सामने आने के बाद पूरी दुनिया के शांति और अमन पसंद लोगों ने इसकी कड़ी निंदा की है. 

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