Pro Palestine नारे सुनते ही भागे इजराइली राजदूत; अफ्रीकी छात्रों का प्रदर्शन; Video
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Pro Palestine नारे सुनते ही भागे इजराइली राजदूत; अफ्रीकी छात्रों का प्रदर्शन; Video

Palestine: वेस्ट अफ्रीका की एक यूनिवर्सिटी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में अफ्रीकी छात्र इजराइल राजदूत की मुखालिफत करते नजर आ रहे हैं.

Pro Palestine नारे सुनते ही भागे इजराइली राजदूत; अफ्रीकी छात्रों का प्रदर्शन; Video

Palestine: वेस्ट अफ्रीका सेनेगल की राजधानी डकार की एक यूनिवर्सिटी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. ये वीडियो एक हफ्ते पहले का बताया जा रहा है. दरअसल, इजराइल के राजदूत युवाल वाक्स एक यूनिवर्सिटी पहुंचे थे. इसी दौरान स्टूडेंट्स फिलिस्तीनी झंडा ले आए और 'फ्री फिलिस्तीन' जैसे नारे लगाने लगे. आखिरकार उन्हें कैंपस से भागना पड़ा. 

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वीडियो

इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. कुछ लोग स्टूडेंट के इस बर्ताव को सही बता रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसकी मुखालिफत करते नजर आ रहे हैं.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, युवाल वाक्स को डकार में मौजूद शेख़ अंता डियोप यूनिवर्सिटी (Cheikh Anta Diop University-UCAD) में 'इंटरनेशनल रिलेशन की नीति' पर एक कॉन्फ्रेंस में स्पीच देने के लिए आए थे. यह यूनिवर्सिटी सेनेगल की सबसे बड़े और फेमस एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स में से एक है.

जैसे ही वाक्स प्रोग्राम वाली साइट पर पहुंचे, दर्जनों छात्र बाहर जमा हो गए और नारेबाज़ी शुरू कर दी. छात्र 'फ्री गाज़ा', 'फ्री फिलिस्तीन' और 'इजरायल वॉर क्रिमिनल है' जैसे नारे लगा रहे थे. कई छात्रों ने फिलिस्तीनी झंडे लहराए और इजरायली राजदूत को कार्यक्रम में बोलने से रोक दिया.

यूनिवर्सिटी छोड़कर वाक्स

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि छात्र जोर-जोर से नारे लगाते हुए वाक्स का विरोध कर रहे हैं और उनकी मौजूदगी पर आपत्ति जता रहे हैं. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने वाक्स को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला और वह बिना भाषण दिए ही यूनिवर्सिटी छोड़कर चले गए. छात्रों का विरोध वहां खत्म नहीं हुआ. उन्होंने यूनिवर्सिटी के बाहर तक वाक्स का पीछा किया और नारेबाजी जारी रखी.

युवाल वाक्स केवल सेनेगल ही नहीं, बल्कि गाम्बिया, गिनी, गिनी-बिसाउ, केप वर्डे और चाड के लिए भी इजरायल के अनिवासी राजदूत (Non-Resident Ambassador) हैं.  गौरतलब है कि इजरायल ने 2 मार्च 2024 से गाजा में खाद्य सामग्री, दवाओं और मानवीय मदद की आपूर्ति पर रोक लगा दी है, जिससे वहां की स्थिति बेहद गंभीर हो चुकी है. इजरायली सेना ने अक्टूबर 2023 से गाजा में जबरदस्त सैन्य कार्रवाई की है, जिसमें अब तक 54,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. इनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.

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