गाली गलौज और मारपीट सहनी पड़ती है, Saudi Arabia में फंसे मजदूरों ने लगाई मोदी सरकार से गुहार
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2760083

गाली गलौज और मारपीट सहनी पड़ती है, Saudi Arabia में फंसे मजदूरों ने लगाई मोदी सरकार से गुहार

Saudi Arabia News: सऊदी अरब में फंसे मजदूरों ने सरकार से गुहार लगाई है कि उन्हें वहां से निकाला जाए. उनके पास काम नहीं है और इंप्लोयर ने उनका पासपोर्ट भी छीन लिया है. उन्हें यहां रहकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

गाली गलौज और मारपीट सहनी पड़ती है, Saudi Arabia में फंसे मजदूरों ने लगाई मोदी सरकार से गुहार

Saudi Arabia News: सऊदी अरब के दमम शहर में पिछले चार महीने से फंसे नौ भारतीय प्रवासी मजदूर बेहद मुश्किल हालात में जी रहे हैं उनके इंप्लोयर ने न सिर्फ काम देना बंद कर दिया है, बल्कि उनके पासपोर्ट भी जब्त कर लिए हैं, जिससे वे भारत लौटने में असमर्थ हैं. इन सभी मजदूरों ने भारतीय सरकार से गुहार लगाई है कि वह इस मसले में उनकी मदद करें.

मजदूरों ने लगाई गुहार

ये सभी मजदूर अब भारतीय दूतावास (रियाद) और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से अपील कर रहे हैं कि वे हस्तक्षेप करें और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करें. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से आठ मजदूर क्लीनर के तौर पर और एक मजदूर फोरमैन के रूप पर अब्दुल्ला अली अल अब्दुलाल EST नामक कंपनी में काम करते थे, जिसे सऊदी अरामको साइट पर काम मिला हुआ था. लेकिन इस साल की शुरुआत में कंपनी ने अचानक काम देना बंद कर दिया और वर्क वीजा का रीनीवल भी नहीं कराया.

इंप्लोयर के पास है पासपोर्ट

अब ये सभी मजदूर अपने आवास में बिना काम, खाने और कानूनी मदद के फंसे हुए हैं. उनके पासपोर्ट अभी भी नियोक्ता के पास हैं, जिससे वे देश वापस नहीं लौट पा रहे हैं.

क्या बोले फंसे हुए मजदूर

वीडियो में मजदूर कहते दिख रहे हैं कि हम बिस्किट और चाय पर जिंदा हैं. कई बार तो वो भी नहीं मिलती. भारत में अपने परिवार से पैसे मांगने पड़ते हैं ताकि कुछ खा सकें, कभी मिलता है, कभी नहीं. हमें सिर्फ घर वापस जाना है," उन्होंने बताया कि उन्हें गाली गलौज और मारपीट का सामना करना पड़ रहा है.

कैसे हुआ मामले का खुलासा?

इस मामले का खुलासा तब हुआ जब तेलंगाना के निर्मल जिले के मजदूर सुधीर कुमार की पत्नी और मां ने 13 मई को निर्मल जिलाधिकारी ऑफिस में एक याचिका दी और सरकार से मदद मांगी. इसके बाद उन्होंने तेलंगाना एनआरआई सलाहकार समिति के मेंबर स्वदेश परिकिपंडला से मुलाकात की, जिन्होंने मदद का आश्वासन दिया.

फंसे हुए मजदूरों का नाम और पता क्या-क्या है?

सुखराम- बाराबंकी
गोपी विसराम- बाराबंकी
इमरान अबरार हुसैन- मुरादाबाद
सर्वेश कुमार- सीतापुर, उत्तर प्रदेश
रईस, सीतापुर, उत्तर प्रदेश
बबलू कुमार यादव- मधुबनी, बिहार
डबलू यादव- महाराजगंज, उत्तर प्रदेश
रामदीन राजकुमार- उन्नाव, उत्तर प्रदेश
सुधीर कुमार अनकाम- निर्मल, तेलंगाना

Trending news

;