'अब काबा मेरी आंखों के सामने', 20 साल कड़ी मेहनत, अब हज पर पहुंचा सफाई कर्मी
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'अब काबा मेरी आंखों के सामने', 20 साल कड़ी मेहनत, अब हज पर पहुंचा सफाई कर्मी

HAJJ 2025: इंडोनेशिया से हज के लिए सऊदी अरब आए एक शख्स ने हज को अपनी 20 साल की कड़ी मेहनत का फल बताया है. इंडोनेशिया के इस बुजुर्ग ने हज के लिए 20 साल सफाई कर्मचारी के रुप में काम करने के बाद पैसे जमा किए है. इस साल उनका यह ख्याब पूरा हो रहा है. 

 

'अब काबा मेरी आंखों के सामने', 20 साल कड़ी मेहनत, अब हज पर पहुंचा सफाई कर्मी

HAJJ 2025: दुनियाभर के मुसलमान का ख्याब होता है कि वह अपनी जिंदगी में एक बार मक्का का दीदार जरूर करें, जिसके लिए वह कई सालों तक कड़ी मेहनत करते हैं और पैसे जमा करते हैं. कुछ ऐसी ही एक खबर इंडोनेशिया से सामने आई है, जहां एक बुजुर्ग ने 20 साल की कड़ी मेहनत के बाद इस साल अपना हज को ख्वाब पूरा किया है.

इंडोनेशिया में सफाई कर्मचारी के रूप में काम करने वाले एक बुजुर्ग ने 20 साल की कड़ी मेहनत से पैसे जमा किए और इस साल हज के लिए सऊदी अरब पहुंच गए हैं.  सऊदी अरब की मीडिया के मुताबिक इंडोनेशिया से हज के लिए आने वाले बुजुर्ग का नाम सिमिन है, जो एक सफाई कर्मचारी हैं. हज के लिए पैसे जमा करने में उनकी पत्नी भी मदद की थी.

हज का ख्याब 20 साल पुराना
सऊदी मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में बुजुर्ग ने बताया है कि हज करने का उनका ख्वाब 20 साल पुराना है, जो  20 साल की कड़ी मेहनत के बाद इस साल पूरा हो रहा है. उन्होंने कहा , "मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि मैं काबा को अपनी आखों से देखूगां." इस इंटरव्यू में बुजुर्ग ने बताया कि मुश्किल हालातों होने के बावजूद 1984 से अपनी पत्नी के साथ मिलकर हज के लिए पैसे जमा किए और अब इतने पैसे जमा कर लिए है कि इस साल हाजियों की लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराने में कामयाब हो गए हैं.

बुजुर्ग ने इस हज का ख्वाब पूरा होने पर सबसे पहले अल्लाह का शुक्रिया अदा किया और बाद में हर उस शख्स का शुक्रिया अदा किया है, जिन्होंने हज को कामयाब बनाने में उनकी मदद की हैं.    

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