ICC Netanyahu arrest Warrant: नेतन्याहू को अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) से राहत नहीं मिली है. नेतन्याहू के खिलाफ ICC ने अरेस्ट वारंट जारी किया था, जो आगे भी लागू रहेंगे. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
Trending Photos
ICC Netanyahu arrest Warent: अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) से इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू को बड़ा झटका मिला है. (ICC) ने बुधवार को नेतन्याहू और इजरायल के पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के खिलाफ जारी अरेस्ट वारंट को रद्द करने से इंकार कर दिया है. ICC के इस फैसले ने एक बार फिर नेतन्याहू की टेंशन बढ़ा दी है.
दरअसल, नेतन्याहू के आदेश पर गााज में इजरायली फौज जेनोसाइड कर रही है. इस आरोप में ICC नवंबर 2024 में नेतन्याहू और इजरायल के पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया था. इस फैसले के तहत अगर ये दोनों नेता ICC के सदस्य देशों में नहीं जा सकते हैं. अगर उन देशों में गए तो उन्हें गिरफ्तार कर दिया जाएगा. वहीं, इजरायल के तरफ से 9 मई 2025 को ICC में एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें नेतन्याहू और युआव गैलेंट पर से अरेस्ट वरेंट हटा लेने की मांग की गई थी, लेकिन ICC ने इस मांग को खारिज कर दिया है.
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) की प्री-ट्रायल चैंबर I ने कहा कि उसने 9 मई, 2025 को इजरायल के तरफ से दो गुजारिश की गई थी, जिसे हमने खारिज कर दिया है. प्री-ट्रायल चैंबर I ने आगे कहा कि पहले गुजारिश यह थी कि नेतन्याहू और गैलेंट के लिए गिरफ्तारी वारंट, रद्द करने या अमान्य करने की मांग की गई थी और दूसरा गुजारिश यह थी कि फ़िलिस्तीन की स्थिति पर हो रहे जांच रोक दी जाए. इजरायल ने यह तर्क देते हुए कहा था कि ICC के पास यह अधिकार नहीं है कि वह फिलिस्तीनी क्षेत्र में हुए अपराध की जांच करें. हालांकि कोर्ट ने इजरायल के इस तर्क को खारिज कर दिया है.
गौरतलब है कि इजरायल की सेना दुनिया के नजरों के सामने गाजा में हजारों टन बम गिरा चुकी है. इन हमलों से गाजा पूरी तरह बर्बाद हो गया है. इसके साथ ही गाजावासियों के बीच भुखमरी जैसी हालात है. लोगों के पास खाने के लिए खाना, पानी नहीं है. सबसे घिनौनी बात तो यह है कि मानवीय सहायता के लिए लाइन में लगे निहथे लोगों पर इजरायली फौज हमला कर रही है. इन घटनाओं की रिपोर्ट इंटरनेशनल मीडिया रोज़ दिखाती है, लेकिन इजरायल पर किसी चीज का दबाव नहीं दिख रहा है.