ग्रेटा को इजरायल ने किया रिहा, लेकिन अधूरी रह गई गाजा के भूखे बच्चों को बचाने की कोशिश
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2795285

ग्रेटा को इजरायल ने किया रिहा, लेकिन अधूरी रह गई गाजा के भूखे बच्चों को बचाने की कोशिश

Israel Gaza War: गाजा के लोगों के लिए दवाइयां और खाना ले जाने के लिए ग्रटा थनबर्ग और उनके 11 साथी समुंद्र के रास्ते गाजा जाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन इजरायली फौज ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. अब इजरायल ने ग्रेटा थनबर्ग को रिहा कर दिया है. उनके 11 साथियों को भी रिहा करने का आदेश दिया गया है, लेकिन 8 ऐसे कार्यकर्ता हैं, जो अपने देश वापस आने से इंकार कर रहे हैं. बता दें कि हाल ही गाजा में खाना न मिलने के कारण 50 बच्चों की मौत हो गई है. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें. 

 

ग्रेटा को इजरायल ने किया रिहा, लेकिन अधूरी रह गई गाजा के भूखे बच्चों को बचाने की कोशिश

Israel Gaza War: इजरायल ने स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को मंगलवार 10 जून को अपने हिरास्त से रिहा कर दिया है. एक दिन पहले उन्हें और उनके साथ 11 दीगर कार्यकर्ताओं को इजरायली बलों ने हिरास्त में लिया था.  ये लोग गाजा में दवाईयां और खाने का सामान लेकर समुंद्र के रास्ते गाजा जा रहे थे. लेकिन इजरायली फौज ने उन्हें गाजा पहुंचने से पहले गिरफ्तार कर लिया और उनके नाव समेत फोन इत्यादि को जब्त कर लिया. इस घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर इजरायल का विरोध हो रहा था. अब इजरायल ने बड़ा कदम उठाते हुए ग्रेटा थनबर्ग को छोड़ दिया है. 

इजरायल के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर के इस बात की जानकारी दी है. पोस्ट में लिखा गया है कि "ग्रेटा थनबर्ग स्वीडन (फ्रांस के रास्ते) के लिए इजरायल से रवाना हो गई हैं." साथ ही मंत्रालय ने उनकी दो तस्वीरें जारी कीं, जिनमें से एक में वह विमान में चढ़ रही हैं और उनके हाथ पीठ के पीछे हैं और दूसरी तस्वीर में वह विमान के अंदर बैठी हैं. इजरायल के आंतरिक मंत्री मोशे अर्बेल ने पुष्टि की कि कई कार्यकर्ताओं को निर्वासन के लिए हवाई अड्डे पर ले जाया गया और कहा कि उन्होंने निर्देश दिया है कि फ्लोटिला में शामिल सभी 12 प्रतिभागियों को उनके मूल देशों में वापस भेज दिया जाए. 

इजरायली विदेश मंत्रालय ने क्या कहा
वहीं,  विदेश मंत्रालय ने कहा कि जो कार्यकर्ता स्वेच्छा से इजराइल छोड़ने के लिए सहमत होने वाले दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए राजी हुए हैं, उनसे मंगलवार को विमान से उनके देश छोड़ने की उम्मीद है. साथ ही मंत्रालय ने बताया कि जो लोग इनकार करेंगे, उन्हें उनके निर्वासन को अधिकृत करने के लिए ट्रिब्यूनल के समक्ष लाया जाएगा. 

अपने मुल्क वापस आने से इंकार कर रहे हैं, कार्यकर्ता
इजराइल में मौजूद कानूनी अधिकार समूह अदालाह ने कहा कि 12 कार्यकर्ताओं में से 4 तत्काल अपने मुल्क लौटने के लिए तैयार हो गए हैं, वहीं, 8 कार्यकर्ता वापसी का विरोध कर रहे हैं. अब उन्हें अदालत की सुनवाई तक हिरासत में रखा जाएगा. 

गिरफ्तारी नहीं अपहरण है- फ्रीडम फलोटिला गठबंधन
गौरतलब है कि आंतरराष्ट्रीय पार्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और उनके 11 साथियों ने गाजा में इजरायली जुल्म और वहां उत्पन्न मानवीय संगक के खिलाफ मैडलीन नामक नाव से समुंद्र के रास्ते इजरायली घेरे को तोड़कर गाजा जाने की कोशिश कर रहे थे. हालांकि इजरायली सेना ने इस ग्रुप को गाजा पहुंचने से पहले समुंद्र में ही गिरफ्तार कर लिया, और IDF ने इन कार्यकर्ताओं को सुंद्र के बीच नाव पर ही घंटों तक रखा, और अंधेरा हो जाने पर अशदोद बंदरगाह पर लाया गया. इजराइल के इस कदम को फ्रीडम फ्लोटिला गठबंधन ने गैरकानूनी बताया है, और इसे "अपहरण" कहा है.

Trending news

;