Opposition Stand on Nagpur violence: महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. फिल्म छावा की रिलीज के बाद नितेश राणे और कई बीजेपी नेताओं ने मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर कई विवादित बयान दिए हैं. इन बयानों का इतना असर हुआ है कि नागपुर में हिंसा भड़क गई है.
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Nagpur Violence: महाराष्ट्र में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए हिंदू संगठनों ने सड़कों पर उतरकर खूब हंगामा किया है. इसी बीच कुरान जलाने की अफवाह फैल गई, जिसके बाद नागपुर शहर में हिंसा भड़क गई. दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और तोड़फोड़ शुरू कर दी. इस हिंसा में कई लोग जख्मी हुए हैं. नागपुर हिंसा को लेकर देश में सियासत जारी है. विपक्ष ने बोजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला है.
जानें मायावती ने क्या कहा?
बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने आज यानी 18 मार्च को कहा कि किसी की कब्र को नुकसान पहुंचाना सही नहीं है क्योंकि इससे राज्य में शांति और सद्भाव खराब हो रहा है. मायावती ने कहा कि सरकार को ऐसे उपद्रवी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने हिंसा प्रभावित नागपुर में भी असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
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प्रियंका चतुर्वेदी ने बीजेपी पर बोला हमला
शिवसेना (उबाठा) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने भी नागपुर में सोमवार को हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा. चतुर्वेदी ने दावा किया कि महाराष्ट्र को रणनीतिक रूप से निवेश के लिए अनाकर्षक बनाने की दिशा में ले जाया जा रहा है, ताकि पड़ोसी राज्य गुजरात को लाभ उठाने में मदद मिल सके.
वंचित बहुजन आघाड़ी के चीफ ने क्या कहा?
वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने नागपुर हिंसा मामले में नितेश राणे और टी राजा के खिलाफ जमकर हमला बोल है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के एक जहरीले मंत्री खुलेआम समाज में नफरत फैला रहे हैं और उसे बांट रहे हैं. इतना ही नहीं, महाराष्ट्र में नफरत फैलाने के लिए बाहर से लोगों को लाया जा रहा है. यह एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है. नागपुर समेत पूरे इलाके के लोगों से अपील है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें. प्रकाश अंबेडकर के निशाने पर नितेश राणे और तेलंगाना के बीजेपी विधायक टी राजा सिंह थे.
कांग्रेस ने सांसद ने क्या कहा?
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, "पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है, वे क्या करेंगे? यह सब पुलिस की निगरानी में हो रहा है. यह सीएम का घर है, इसलिए उन्हें देखना चाहिए कि क्या हो रहा है. अगर आप नफरत फैलाएंगे, तो देश में शांति भंग होगी और विकास नहीं होगा. अगर उन्होंने सरकार बनाई है, तो उन्हें लोगों के कल्याण के लिए काम करना चाहिए, लेकिन वे 400 साल पुराने मुद्दों को खोद रहे हैं."
राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने क्या कहा?
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, "नागपुर में शांति होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए. बीजेपी ने ऐसी परिस्थितियों में अपनी सहयोगी एजेंसियों को विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति कैसे दी? वे अपनी अक्षमता से लोगों का ध्यान हटाने के लिए ऐसी घटनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं."
चंद्रशेखर ने क्या कहा?
नागपुर हिंसा पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि नागपुर में जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, वह पहले कभी नहीं देखी गई. जिस तरह से यह घटना हुई, वह स्पष्ट रूप से साजिश का मामला है. वहीं, सपा के राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने नागपुर की घटना पर कहा कि भाजपा यही चाहती थी और वही हो रहा है.