Pakistan on Iran Israel War: ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका ने गुजश्ता शनिवार को हमला किया, जिसके बाद पाकिस्तान के लोग और वहां की सरकार अमेरिका के खिलाफ खड़े हो गए हैं. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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Pakistan on Iran Israel War: ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान और अमेरिका के बीच नजदीकियां बढ़ रही थी. राष्ट्रपति ट्रम्प और उनके अधिकारी पाकिस्तान की तारीफ करते थक नहीं रहे थे. इस बीच अमेरिका ने पाकिस्तानी सेना के फिल्ड मार्सल आसिम मुनीर को शाही दावत पर बुलाया, और जमकर खातिरदारी की. पाकिस्तान ने भी राष्ट्रपति ट्रम्प के लिए नोबेल पीस प्राइज की मांग की थी.
जानकारों का मानना है कि अमेरका ऐसा इस लिए कर रहा था, क्योंकि इजरायल-ईरान जंग को देखते हुए अमेरिका पाकिस्तान को अपने पक्ष में लाना चाहता था. गुजिश्ता शनिवार को अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकाने पर बमबारी कर दिया, इस हमले के बाद पाकिस्तान और वहां की जनता अमेरिका के खिलाफ खड़ी हो गई है. पाकिस्तान के सड़कों पर हजारों की तादाद में लोगों ने अमेरिका का विरोध किया. साथ ही पाकिस्तान की जनता ने अपनी सरकार से ट्रम्प के लिए नोबेल प्राइज की मांग को खारिज करने की अपील की है.
अमेरिका के खिलाफ पाकिस्तान में हो रहे प्रोटेस्ट
पाकिस्तान के लोग ईरान के परमाणु ठिकाने पर अमेरिके के हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका और इजरायल के खिलफ जमकर नारेबाजी की, और पाकिस्तान सरकार से ईरान की मदद करने की अपील की है. साथ ही एक प्रदर्शनकारी ने पाकिस्तान सरकार से अपील की है कि राष्ट्रपति ट्रम्प के लिए नोबेल पीस प्राइज की मांग को वापस लिया जाए. एक प्रदर्शनकारी ने ट्रम्प के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जब से ट्रम्प सत्ता में आए हैं, क्या उन्होंने गाजा में बमबारी रुकवाई है, उन्होंने पाकिस्तान की सरकार से सवाल पूछते हुए काह कि क्या हम इस ट्रम्प के लिए नोबेल प्राइज की मांग कर रहे हैं?
पाकिस्तान ने अमेरिका के खिलाफ क्या बोला
पाकिस्तानी सरकार ने ईरान पर अमेरिका द्वरा हमले की निंदा की है. साथ ही यूएन सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग में पाकिस्तान ने अमेरिका के खिलाफ रूस और चीन के साथ खड़ा हुआ और ईरान पर अमेरिका द्वारा हमले की निंदा की है. संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद ने रवीवार को यूएन सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग में ईरान का समर्थन करते हुए कहा कि वह रूस और चीन के साथ मिलकर ईरान के आत्म रक्षा के अधिकार का समर्थन करते हैं.
साथ ही इफ्तिखार अहमद सिक्योरिटी काउंसिल के मांग की कि ईरान पर इस हमले की निंदी की जाए. पाकिस्तान ने ईरान पर हमले को आतंरराष्ट्रीय कानूनों और सिक्योरिटी काउंसिल के कानूनों का उल्लंघन बताया है.