पब्लिक सेक्टर के तीन बैंकों से पहले एसबीआई और बैंक ऑफ बड़ौदा ने सरकार को 10000 करोड़ रुपये से ज्यादा का चेक सौंपा था. जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान प्रॉफिट में जोरदार ग्रोथ से सरकार की राजकोषीय स्थिति मजबूत होने की उम्मीद है.
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Dividend To Govt: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 31 मार्च 2025 को पूरे हुए वित्तीय वर्ष के लिए तीन पब्लिक सेक्टर के बैंकों से सरकार की तरफ से 5,304 करोड़ रुपये के डिविडेंड के चेक प्राप्त किए. वित्त मंत्री को उनके नॉर्थ ब्लॉक ऑफिस में पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के एमडी और सीईओ अशोक चंद्रा ने FY 2024-25 के लिए 2,335 करोड़ रुपये के डिविडेंड का चेक दिया. वहीं, बैंक ऑफ इंडिया (BOI) के एमडी और सीईओ रजनीश कर्नाटक ने 1,353 करोड़ रुपये का चेक दिया.
सरकार की राजकोषीय स्थिति मजबूत होने की उम्मीद
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 1,616 करोड़ रुपये का तीसरा चेक इंडियन बैंक के एमडी और सीईओ बिनोद कुमार ने वित्त मंत्री सीतारमण को सौंपा. इससे पहले 8,076.84 करोड़ रुपये और 2,762 करोड़ रुपये का डिविडेंड का चेक क्रमश: एसबीआई और बैंक ऑफ बड़ौदा ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए वित्त मंत्री को दिया था. पब्लिक सेक्अर की देश की शीर्ष कंपनियों ने 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान मुनाफे में जोरदार ग्रोथ दर्ज की है, जिससे सरकार की राजकोषीय स्थिति और मजबूत होने की उम्मीद है.
SBI और एलआईसी को हुआ इतना फायदा
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने क्रमशः 18,643 करोड़ रुपये और 19,013 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट जनवरी-मार्च अवधि के दौरान दर्ज किया है. वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए एसबीआई का नेट प्रॉफिट 70,901 करोड़ रुपये, जबकि एलआईसी (LIC) का नेट प्रॉफिट 48,151 करोड़ रुपये रहा है. वहीं, कोल इंडिया ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 9,604 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है.
इसके अलावा, जनवरी-मार्च तिमाही में दिग्गज सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने 7,265 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था. इस दौरान ओनएनजीसी ने भी 6,448 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था. वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में एनटीपीसी ने 7,897 करोड़ रुपए, पावर ग्रिड ने 4,143 करोड़ रुपए और पीएफसी ने 8,358 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था. (IANS)