Reliance Power Market Cap: कोरोना महामारी का समय काफी लोगों की लाइफ में भूचाल लेकर आया. इस दौरान अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर हजारों करोड़ के कर्ज में दब गई, लेकिन अब यह कंपनी कर्ज मुक्त हो गई है और तेजी से आगे बढ़ रही है.
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Anil Ambani Future Plan: अनिल अंबानी ने कोरोना महामारी के बाद तेजी से 'कम बैक' किया है. पिछले एक साल के दौरान उन्होंने कंपनियों का कर्ज तेजी से कम किया है. जब उनकी गाड़ी पटरी से उतरी तो उन्हें बैंकों का बकाया चुकाने के लिए पत्नी टीना अंबानी तक के गहने उन्हें बेचने पड़े. लेकिन अब साल 2025 की शुरुआत उनके लिए काफी अच्छी रही. 1 जनवरी को ही अनिल अंबानी की एक कंपनी ने 1286 करोड़ रुपये का लोन चुकाने का ऐलान किया था. कर्ज का यह चुकता रिलायंस पावर की सब्सिडियरी कंपनी सासन पावर लिमिटेड ने आईआईएफसीएल (IIFCL) के 150 मिलियन डॉलर (1286 करोड़) का भुगतान किया.
रिन्यूएबल एनर्जी पर फोकस कर रहा ग्रुप
इससे पहले भी उन्होंने रिलायंस ग्रुप की कंपनियों से जुड़े हजारों करोड़ के लोन का भुगतान किया. IIFCL और बाकी कंपनियों का लोन री-पेमेंट करने से पैरेंट कंपनी रिलायंस पावर की बैलेंस शीट मजबूत हुई. कंपनी भविष्य में रिन्यूएबल एनर्जी पर फोकस कर रही है. एक समय छोटे अंबानी (अनिल अंबानी) की रिलायंस कम्युनिकेशंस देश के टेलीकॉम सेक्टर में सबसे आगे थी. लेकिन कंप्टीशन बढ़ने के साथ कंपनी का कर्ज बढ़ता चला गया. अनिल अंबानी के बिजेस को कर्ज पर निर्भर रहना पड़ा. कुछ गलत फैसलों के कारण और इंडस्ट्री के बदलते रुझान के उनकी कंपनी पतन की तरफ बढ़ गई.
तेजी से कम किया कर्जदाताओं का लोन
अब स्थिति यह है कि अनिल अंबानी की प्रमुख कंपनियों में से एक रिलायंस कैपिटल कर्ज चुकाने के लिए बेची जा रही है. हिंदुजा ग्रुप की इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) की तरफ से कंपनी के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाई गई है. आईआईएचएल चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने बताया कि ग्रुप की बैंक में हिस्सेदारी 15% से बढ़ाकर 26% करने के लिए सरकारी मंजूरी मिल गई है. यह हिस्सेदारी धीरे-धीरे बढ़ाई जाएगी. आईआरडीएआई (IRDAI) जब इस करार को मंजूरी दे देगा तो कर्जदाताओं को बकाया रकम चुका दी जाएगी.
कोविड के दौरान सबसे बुरे दौर से गुजरे
कभी दुनिया के शीर्ष अरबपतियों की लिस्ट में रहने वाले अनिल अंबानी कोविड महामारी के दौरान अपने सबसे बुरे दौर से गुजरे. उनके खराब वक्त का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्हें कर्ज चुकाने के लिए पत्नी के गहने तक गिरवी रखने पड़े. लेकिन इस सबके बीच भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अब फिर से दमदार तरीके से वापसी करने में जुटे हुए हैं. उनके रिलायंस ग्रुप से जुड़ी कंपनियों ने पिछले एक साल में तेजी से लोन कम किया है. उनकी इस जर्नी में दोनों बेटे भी पूरा साथ दे रहे हैं. बेटा जय अनमोल अंबानी, जय अंशुल अंबानी से लेकर बहू कृषा शाह भी परिवार के बिजनेस को आगे ले जाने के लिए लगे पड़े हैं.
हजारों करोड़ का कर्ज चुकाया
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर जून 2024 तक 17,812 करोड़ रुपये का कर्ज था. जिसे उन्होंने नए साल शुरू होते ही पूरी तरह से खत्म कर दिया. अब उनकी इस कंपनी पर जीरो कर्ज है. दूसरी तरफ रिलायंस इंफ्रा ने भी अपना काफी कर्ज हल्का किया है. पिछले दिनों रिलायंस कैपिटल को निप्पॉन का निवेश मिलने के बाद रिलायंस पावर के कर्जमुक्त होने की खबर आई थी. दोनों कंपनियों के तेजी से कर्ज कम होने का असर यह हुआ कि रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रा के शेयर में तेजी देखी गई. पिछले दिनों अनिल अंबानी ने इंफ्रा सेक्टर में नई कंपनी भी शुरू कर दी. इन खबरों से निवेशकों का भरोसा अनिल अंबानी के प्रति फिर से बढ़ रहा है.
बेटों ने बुरे वक्त में दिया पूरा साथ
अनिल अंबानी के दोनों ही बेटों ने बुरे वक्त में उनका पूरा साथ दिया है. जय अनमोल अंबानी और जय अंशुल अंबानी ने की मेहनत और निवेशकों का भरोसा अंबानी को फिर से आगे बढ़ने में मदद कर रहा है. बेटों की काबिलियत के दम पर मीडिया की तरफ से दोनों को 'अनमोल रत्न' कहकर पुकारा जा रहा है. अपनी मेहनत के दम पर अनिल अंबानी के बड़े बेटे जय अनमोल अंबानी ने अपने बिजनेस की नेटवर्थ करीब 2000 करोड़ के पार पहुंचा दी. अंबानी की कंपनियों के ऊपर से कर्ज का बोझ कम होने और नए ऑर्डर मिलने के पीछे बेटे जय अनमोल अंबानी और जय अंशुल अंबानी का हाथ बताया जा रहा है.
निवेशकों का भरोसा बढ़ने से चढ़ा मार्केट कैप
अनिल अंबानी की कंपनियों पर बाजार का भरोसा बढ़ रहा है, तभी तो निवेशक भी इनवेस्टमेंट को तरजीह दे रहे हैं. रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रा के शेयर में पिछले कुछ समय से तेजी देखी जा रही है. शुक्रवार को बंद हुए कारोबारी सत्र में रिलायंस इंफ्रा का मार्केट कैप 10,192.46 करोड़ रुपये और रिलायंस पावर का 16,614 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. दोनों कंपनियों का कुल मार्केट कैप करीब 27000 करोड़ रुपये का हो गया है. सहयोगी वेबसाइट www.india.com की रिपोर्ट के अनुसार 10 मार्च 2025 तक अनिल अंबानी की नेटवर्थ बढ़कर 530 मिलियन डॉलर (करीब 4500 करोड़ रुपये) पर पहुंच गई है.
रंग लाई अनमोल अंबानी की मेहनत
जय अनमोल अंबानी ने 18 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत रिलायंस म्यूचुअल फंड से की थी. वह बतौर इंटर्न 2014 में कंपनी से जुड़े थे, उसके बाद ही कंपनी का बिजनेस धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगा. इसके बाद वह रिलायंस निपॉन एसेट मैनेजमेंट और रिलायंस होम फाइनेंस के बोर्ड मेंबर बन गए. लेकिन दूसरी तरफ अनिल अंबानी पर लगातार कर्ज बढ़ रहा था. इसके बाद अनमोल ने ग्रुप की कमान संभाली और जापानी कंपनी निपॉन को रिलायंस में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिये तैयार कर लिया.