Tata Motors Q4 Result: शेयर में गिरावट कारण एक दिन पहले आए चौथी तिमाही के नतीजों को माना जा रहा है. टाटा मोटर्स ने मंगलवार को FY 2025 की चौथी तिमाही के लिए अपने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 51 प्रतिशत की बड़ी गिरावट गिरावट दर्ज की.
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Tata Motors Share Price: शेयर बाजार में तेजी के बीच भी बुधवार को टाटा मोटर्स के शेयर में गिरावट देखी जा रही है. कंपनी का शेयर बुधवार को दो प्रतिशत से भी ज्यादा गिरावट के साथ 691 रुपये पर देखा गया. शेयर में गिरावट कारण एक दिन पहले आए चौथी तिमाही के नतीजों को माना जा रहा है. टाटा मोटर्स ने मंगलवार को FY 2025 की चौथी तिमाही के लिए अपने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 51 प्रतिशत की बड़ी गिरावट गिरावट दर्ज की, जबकि कंपनी का रेवेन्यू स्थिर रहा और इसके जगुआर लैंड रोवर (JLR) बिजनेस में ग्रोथ दर्ज की गई.
कंपनी को लागत को कंट्रोल करने में मदद मिली
रेग्युलेटरी फाइलिंग के अनुसार जनवरी-मार्च 2025 की अवधि के लिए कंपनी का नेट प्रॉफिट 8,470 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले FY की इसी तिमाही में दर्ज 17,407 करोड़ रुपये से कम है. प्रॉफिट में गिरावट के बावजूद, टाटा मोटर्स का ऑपरेशन से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 0.4 प्रतिशत बढ़कर 1,19,503 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले की तिमाही में यह 1,19,033 करोड़ रुपये था. तिमाही के लिए कुल खर्च पिछले फाइनेंशिलय ईयर की इसी अवधि के 1,11,136 करोड़ रुपये की तुलना में 1,09,056 करोड़ रुपये रहा, जिससे कंपनी को लागत को कंट्रोल करने में मदद मिली.
चौथी तिमाही में EBITDA 16700 करोड़ रुपये रहा
मार्च तिमाही के लिए कंपनी की कुल आमदनी 1,21,012 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले की समान अवधि के 1,20,431 करोड़ रुपए से थोड़ी अधिक है. चौथी तिमाही में ईबीआईटीडीए (EBITDA) 16,700 करोड़ रुपये रहा, जो 4.1 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है. हालांकि, ब्याज और कर से पहले की आय (ईबीआईटी) बढ़कर 11,500 करोड़ रुपए हो गई, जो सालाना आधार पर 1,000 करोड़ रुपए की वृद्धि है.
जेएलआर की बिक्री 1.1 प्रतिशत बढ़ गई
टाटा मोटर्स ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 6 रुपए प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम डिविडेंड की भी घोषणा की. डिविडेंड कंपनी की आगामी सालाना आम बैठक (AGM) में अनुमोदन के अधीन है और अगर अनुमोदन हो जाता है, तो 24 जून तक या उससे पहले भुगतान किया जाएगा. परिणामों में एक उज्ज्वल बिंदु इसकी लग्जरी वाहन शाखा, जगुआर लैंड रोवर का प्रदर्शन था. उत्तरी अमेरिका और यूरोप में अपने उच्च-मार्जिन एसयूवी की मजबूत मांग के कारण जेएलआर की बिक्री मात्रा में 1.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
चीन में कमजोर मांग के कारण आई गिरावट
चीन में कमजोर मांग के कारण विकास की गति धीमी हो गई है, लेकिन मजबूत वैश्विक प्रदर्शन ने टाटा मोटर्स के घरेलू कारोबार में कमजोर बिक्री की भरपाई करने में मदद की है, जिसमें यात्री कार, ट्रक और बस शामिल हैं. एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, तिमाही के लिए जेएलआर का राजस्व 2.4 प्रतिशत बढ़ा. टाटा मोटर्स के ग्रुप सीएफओ पीबी बालाजी ने कहा कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 में अपना अब तक का सबसे अधिक वार्षिक राजस्व और प्रॉफिट बिफोर टैक्स (एक्सेप्शनल आइटम्स से पहले) रिकॉर्ड किया.
उन्होंने कहा कि टाटा मोटर्स का ऑटोमोटिव बिजनेस अब कंसोलिडेटेड बेसिस पर डेट-फ्री है, जिससे ब्याज लागत को कम करने में मदद मिली है. कंपनी ने भविष्य को देखते हुए टैरिफ और भू-राजनीतिक तनाव जैसी वैश्विक अनिश्चितताओं को स्वीकार किया, जो ऑटो उद्योग को प्रभावित कर सकती हैं. हालांकि, कंपनी को उम्मीद है कि प्रीमियम लग्जरी और भारतीय घरेलू बाजार इन चुनौतियों से निपटने में मजबूत होंगे. (इनपुट एजेंसी से भी)