NMC: स्टूडेंट्स की सुनो, फीस और रैगिंग की शिकायतों के लिए नया पोर्टल लॉन्च; अब मिलेगी तुरंत हेल्प!
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NMC: स्टूडेंट्स की सुनो, फीस और रैगिंग की शिकायतों के लिए नया पोर्टल लॉन्च; अब मिलेगी तुरंत हेल्प!

Fees Ragging Portal: हर मेडिकल कॉलेज, विश्वविद्यालय और राज्य विभाग में एक शिकायत निवारण समिति बनाई जाएगी, जिसमें सीनियर अधिकारी शामिल होंगे.

NMC: स्टूडेंट्स की सुनो, फीस और रैगिंग की शिकायतों के लिए नया पोर्टल लॉन्च; अब मिलेगी तुरंत हेल्प!

मेडिकल छात्रों की परेशानियों को दूर करने के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने एक खास सिस्टम बनाया है. अब स्टूडेंट्स की शिकायतों को सुलझाने के लिए तीन लेवल वाला एक सॉल्यूशन मैकेनिजम होगा. इसके साथ ही, छात्र अपनी शिकायतें सीधे दर्ज करा सकें, इसके लिए एक ऑनलाइन पोर्टल भी लॉन्च किया गया है.

क्यों पड़ी इस कदम की जरूरत?

हर साल हजारों मेडिकल छात्रों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, देशभर के मेडिकल कॉलेजों में सालाना 5,000 से ज्यादा शिकायतें आती हैं. इनमें मुख्य समस्याएं रैगिंग, मानसिक उत्पीड़न, वजीफे (स्टाइपेंड) में देरी और ज्यादा फीस वसूलना शामिल हैं. UGC की 2023 की रिपोर्ट बताती है कि अकेले मेडिकल कॉलेजों से 700 से ज़्यादा रैगिंग के मामले सामने आए थे. डर या कार्रवाई न होने के कारण कई छात्र शिकायत करने से हिचकिचाते हैं, जिससे समस्याएं और बढ़ जाती हैं. कई बार इसके गंभीर परिणाम होते हैं, जैसे पढ़ाई छोड़ना, मानसिक तनाव और यहां तक कि आत्महत्या भी.

आम समस्याएं जो छात्र झेलते हैं-

  • जरूरत से ज्यादा फीस वसूलना

  • वजीफे (स्टाइपेंड) का देर से मिलना या न मिलना

  • रैगिंग या मानसिक उत्पीड़न

  • इंटर्नशिप में बेवजह की रुकावटें

  • शिक्षकों या कर्मचारियों का गलत व्यवहार

  • सिलेबस, अटेंडेंस, परीक्षाओं और मूल्यांकन से जुड़ी दिक्कतें

अब ऐसे सुलझेंगी शिकायतें

  • शिकायतों को तीन लेवल पर सुलझाया जाएगा:

  • मेडिकल कॉलेज/ संस्थान लेवल पर: सबसे पहले शिकायत कॉलेज या संस्थान में दर्ज की जाएगी.

  • संबंधित यूनिवर्सिटी लेवल पर: अगर कॉलेज लेवल पर समस्या हल नहीं होती, तो शिकायत यूनिवर्सिटी में जाएगी.

  • राज्य DME (डायरेक्टरेट ऑफ मेडिकल एजुकेशन) या स्वास्थ्य एवं मेडिकल एजुकेशन विभाग लेवल पर: अगर विश्वविद्यालय स्तर पर भी समाधान नहीं मिलता, तो मामला राज्य के उच्च अधिकारियों के पास जाएगा.

अगर इन तीनों लेवल पर भी समस्या का समाधान नहीं होता है, तो छात्र सीधे NMC के ऑनलाइन पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

हर मेडिकल कॉलेज, विश्वविद्यालय और राज्य विभाग में एक शिकायत निवारण समिति बनाई जाएगी, जिसमें सीनियर अधिकारी शामिल होंगे. संस्थानों को अपनी वेबसाइट पर इस समिति और ऑनलाइन शिकायत लिंक के बारे में पूरी जानकारी देनी होगी. हर शिकायत का रिकॉर्ड रखा जाएगा, जिसमें यह बताया जाएगा कि शिकायत कब मिली, क्या कार्रवाई हुई और उसे हल करने में कितना समय लगा.

ऑनलाइन शिकायत कैसे करें?

  • अगर आपकी शिकायत कॉलेज या यूनिवर्सिटी लेवल पर हल नहीं हुई है, तो NMC पोर्टल पर जाएं.

  • सबसे पहले, पोर्टल पर रजिस्टर करें.

  • अपनी शिकायत की पूरी डिटेल भरें.

  • इसके बाद, NMC टीम जरूरी कार्रवाई करेगी.

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छात्रों को यह ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें पहले उसी लेवल पर शिकायत दर्ज करनी चाहिए जहां समस्या शुरू हुई थी. हर लेवल पर शिकायतों को तेजी से और पारदर्शी तरीके से हल किया जाएगा. कॉलेजों और यूनिवर्सिटी को अपनी वेबसाइटों पर पूरी प्रक्रिया और समिति की जानकारी साफ-साफ दिखानी होगी.

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चेतन शर्मा

चेतन शर्मा 2013 से मीडिया इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं. हिंदुस्तान अखबार से करियर की शुरुआत करते हुए दैनिक भास्कर, NBT में भी काम किया. साल 2016 में डिजिटल मीडिया में कदम रखा और जनसत्ता डॉट कॉम से ...और पढ़ें

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