बरसात में कहीं बढ़ न जाए जोड़ों का दर्द, बचना चाहते हैं तो अभी से बदलें अपनी 5 आदतें
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बरसात में कहीं बढ़ न जाए जोड़ों का दर्द, बचना चाहते हैं तो अभी से बदलें अपनी 5 आदतें

इस बात से शायद काफी कम लोग वाकिफ होंगे कि ऑस्टियोआर्थराइटिस और रुमेटीइड आर्थराइटिस  जैसी इंफ्लेमेंट्री कंडीशंस बरसात के मौसम में बढ़ जाती हैं, इसलिए कुछ बातों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है. 

बरसात में कहीं बढ़ न जाए जोड़ों का दर्द, बचना चाहते हैं तो अभी से बदलें अपनी 5 आदतें

Joint Pain In Monsoon: मानसून के दौरान जोड़ों का दर्द काफी कॉमन है, खासकर आर्थराइटिस या पुरानी इंजरी वाले लोगों में. ऐसा एटमॉस्फेरिक प्रेशर में बदलाव, हाई ह्यूमिडिटी और ठंडे तापमान के कारण होता है, जिससे जोड़ों में सूजन या अकड़न हो सकती है. नम मौसम फिजिकल एक्टिविटीज को भी सीमित कर सकता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन कम हो सकता है और अकड़न बढ़ सकती है.

बरसात में ज्वॉइंट पेन से कैसे बचें?
ऑस्टियोआर्थराइटिस और रुमेटीइड गठिया जैसी सूजन से जुड़ी इस मौसम में काफी ज्यादा बढ़ जाती हैं. इसके अलावा, हवा में नमी ज्वॉइंट्स के आसपास की नसों और मांसपेशियों को अफेक्ट कर सकती है, जिससे वो ज्यादा सेंसिटिव और दर्दनाक हो जाते हैं. आई जानते हैं कि मानसून सीजन में ज्वॉइंट पेन को कैसे मैनेज किया जा सकता है.

1. फिजिकली एक्टिव रहें
ये बात सच है मानसून के मौसम में बाहर निकलना मुश्किल होता है, जिससे फिजिकल एक्टिविटीज कम हो जाती है है, लेकिन लचीलापन और ब्लड फ्लो बनाए रखने के लिए एक्टिव रहना जरूरी है. हल्के स्ट्रेचिंग, योग, या घर के अंदर चलना जोड़ों को गतिशील रख सकता है और अकड़न या सूजन को कम कर सकता है.

2. जोड़ों को गर्म और ढका रखें
ठंड और नमी जोड़ों के दर्द को बढ़ा सकती है. गर्म कपड़े पहनें, ज्वॉइंट फ्रेंडली रैप का इस्तेमाल करें, या अफेक्टेड एरियाज को ढंक कर ठंडी हवा के संपर्क में आने से बचाएं. हीटिंग पैड या वार्म कंप्रेस भी मसल्स को आराम देने और अकड़न को शांत करने में मदद कर सकते हैं.

3. हेल्दी वेट मेंटेन रखें
बॉडी का एक्सट्रा वेट जोड़ों पर, खासकर घुटनों और कूल्हों पर ज्यादा दबाव डालता है. हल्का, एंटी-इंफ्लेमेंट्री भोजन करना और एक्टिव रहना वेट मेंटेन रखने या कम करने में मदद कर सकता है, जिससे मानसून के दौरान जोड़ों पर तनाव कम होता है.

4. गर्म तेल से मालिश करें
गर्म सरसों, तिल या नारियल के तेल से जोड़ों की मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है. ये जोड़ों को चिकनाई भी देता है और खास तौर से ऐसा ठंडी मानसून की सुबह में सूदिंग होता है.

5. पानी पीते रहें
ठंडे मौसम में लोगों को कम पानी पीने की आदत होती है, लेकिन डिहाइड्रेश जोड़ों की चिकनाई को कम कर सकता है और परेशानी बढ़ा सकता है. गर्म हर्बल चाय, सूप, या बस सही मात्रा में पानी पीने से आपके ज्वॉइंट्स को हेल्दी रखने में मदद मिल सकती है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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