टेंशन, नींद की कमी और माइग्रेन में राहत का सबब है ये योगासन? इसकी प्रैक्टिस भी सबसे सेफ
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टेंशन, नींद की कमी और माइग्रेन में राहत का सबब है ये योगासन? इसकी प्रैक्टिस भी सबसे सेफ

कई लोग योग करने से इसलिए भी कतराते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि ये मुझसे नहीं होगा, लेकिन भ्रामरी प्राणायाम बेहद आसान है, इसे कोई भी कर सकता है. 

टेंशन, नींद की कमी और माइग्रेन में राहत का सबब है ये योगासन? इसकी प्रैक्टिस भी सबसे सेफ

Bhramari Pranayama: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्ट्रेस, एंग्जाइटी और नींद की कमी जैसी परेशानियां आम बात है. ऐसे में प्राणायाम मेंटल प्रेशर या फिजिकल इशूज से लड़ने का एक मजबूत तरीका है. चर्चा करते हैं बेहद फायदेमंद भ्रामरी प्राणायाम के बारे में, जो बहुत ही ऑसान और पॉपुलर प्राणायाम है, जिसे करने से बेशुमार फायदे मिलते हैं.

सबसे सेफ योगासन
भ्रामरी के फायदे एक नहीं, बल्कि कई सारे हैं. ये न सिर्फ मेंटल हेल्थ के लिए अच्छा है बल्कि हर किसी के लिए सेफ भी है. भ्रामरी की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसे कोई भी शख्स, चाहे बच्चा हो, बुजुर्ग हो, कभी भी और कहीं भी कर सकता है. भ्रामरी के कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं, जो इसे और भी खास बनाता है. मिसाल के तौर पर, कपालभाति को कुछ कंडीशन जैसे हाई बीपी, प्रेग्नेंसी, मेंस्ट्रुअल साइकिल, या पेट की सर्जरी के बाद नहीं करना चाहिए, लेकिन भ्रामरी में ऐसी कोई पाबंदी नहीं है.

हर कोई कर सकता है भ्रामरी
योग एक्सपर्ट कविता अरोड़ा ने बताया, “4 या 5 प्राणायाम बहुत फेमस हैं. इसमें कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी भी है. इसमें भ्रामरी बहुत खास है. भ्रामरी की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसे कोई भी कभी भी कर सकता है. इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं. इसे बच्चे से लेकर उम्रदराज तक हर कोई कर सकता है और इसके अनगिनत फायदे भी होते हैं.”

इन परेशानियों में राहत का सबब
उन्होंने बताया, “आज के वक्त में स्ट्रेस, एंग्जाइटी, डिप्रेशन, नींद की कमी जैसी परेशानियों में भ्रामरी बहुत ज्यादा फायदा देता है. रिसर्च में भी ये बात सामने आई है कि इसे करने से पॉजिटिविटी, फोकस और माइंडफुलनेस बढ़ता है.”

उन्होंने आगे बताया, “जिन लोगों को रात में नींद न आने की समस्या है, वे अपने बेड पर बैठकर भी भ्रामरी कर सकते हैं, इससे उन्हें काफी मदद मिलती है और अच्छी नींद आती है. अगर आपको रात में नींद नहीं आ रही, तो बिस्तर पर बैठकर 5 से 11 राउंड भ्रामरी करने से नींद में सुधार हो सकता है. इसे करने का तरीका भी बेहद आसान है, शांत बैठें, आंखें बंद करें, कानों को अंगूठे से ढकें और 'हम्म' की आवाज निकालें. खास बात यह है कि भ्रामरी को आप दिन के साथ ही रात में भी कर सकते हैं. छात्रों के साथ ही माइग्रेन के मरीजों के लिए भी भ्रामरी फायदेमंद होता है."

अच्छी सेहत का मंत्र
कुल मिलाकर, भ्रामरी एक ऐसा सिंपल और इफेक्टिव प्राणायाम है, जो मेंटल पीस, बेहतर फोकस और अच्छी सेहत के लिए हर किसी को करना चाहिए. इसे करने की कोई सीमा नहीं है और इसके फायदे अनंत हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि इसे रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल करना चाहिए.

तो चाहे आप तनाव से जूझ रहे हों या बेहतर फोकस चाहते हों, भ्रामरी प्राणायाम आपके लिए एक आसान और असरदार उपाय है, जो कि समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार साबित हो सकता है.

(इनपुट-आईएएनएस)

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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