Cloud Burst in Uttarkashi News: उत्तरकाशी के धराली गांव मंगलवार दोपहर बादल फटने से खीरगंगा में बाढ़ आ गई. बाढ़ ने निचले इलाके में ही भारी तबाही नहीं मचाई है, बल्कि महाराष्ट्र के लोगों को गहरा झटका दिया है. जानें पूरी खबर.
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Uttarkashi flash floods: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धाराली गांव में मंगलवार को बादल फटने से भयानक तबाही मची हुई है. अचानक बाढ़ और मलबे ने पूरे गांव को तहस-नहस कर दिया है. इस आपदा ने कई घर, होटल और दुकानें बहा दीं. लेकिन इस त्रासदी का दर्द सिर्फ उत्तराखंड तक सीमित नहीं रहा, बल्कि महाराष्ट्र के जलगांव जिले तक पहुंच गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जलगांव के 16 लोग इस हादसे में लापता हो गए, जिससे उनके परिवारों के लिए हर पल मौत से कम नहीं.
जलगांव के 16 लोग उत्तरकाशी में आई आपदा में लापता
जलगांव के कलेक्टर आयुष प्रसाद के अनुसार, इस सप्ताह की शुरुआत में उत्तराखंड के उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के बाद, महाराष्ट्र के जलगांव जिले के 16 लोगों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है. स्थिति पर अपडेट देते हुए, प्रसाद ने कहा, "सूचना मिली है कि जलगांव जिले के 19 लोग उत्तरकाशी में हैं, जिनमें से तीन लोगों से संपर्क हो गया है.
महाराष्ट्र सरकार ने क्या कहा?
16 लोगों से अभी तक संपर्क नहीं हो पाया है." उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र सरकार और जलगांव जिला प्रशासन लापता व्यक्तियों का पता लगाने के लिए उत्तराखंड सरकार और उत्तरकाशी जिला प्रशासन के साथ सक्रिय रूप से समन्वय कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, "महाराष्ट्र सरकार और जिला प्रशासन ने उत्तराखंड सरकार और उत्तरकाशी जिला प्रशासन से संपर्क करने की कोशिश की है. हमें उत्तराखंड सरकार से पूरा सहयोग मिल रहा है."
धराली में बादल फटने से आई अचानक बाढ़
उत्तरकाशी के पहाड़ी क्षेत्र धराली में बादल फटने से आई अचानक बाढ़ के कारण जल स्तर में अचानक वृद्धि हुई, जिससे बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा और प्रभावित क्षेत्रों में सड़क संपर्क बाधित हुआ है. इस बीच, धराली में हुए विनाशकारी बादल फटने के बाद लगभग 190 लोगों को बचाया गया है, जिससे क्षेत्र में भारी बाढ़ और भूस्खलन हुआ है. भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना (IAF), ITBP, NDRF, SDRF, BRO और स्थानीय स्वयंसेवक लापता लोगों की तलाश के लिए एक संयुक्त बचाव और राहत अभियान में लगे हुए हैं.
बचाव कार्य तेज, सेना भी लगी
प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत अभियान जोरों पर है. भारतीय सेना के एक बयान के अनुसार, बुधवार दोपहर 3 बजे तक कुल तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 50 लोग लापता बताए जा रहे हैं. पैदल सेना और इंजीनियरिंग टीमों सहित 225 से अधिक सेना के जवान खोज, बचाव और राहत कार्यों के लिए जमीन पर हैं. लड़ाकू इंजीनियर मलबा हटाने और आवाजाही बहाल करने में सहायता के लिए धराली पहुंच गए हैं.
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पीएम मोदी ने हर संभव मदद देने को कहा
बुधवार को इलाके का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री धामी ने दोहराया कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही घटना के पीड़ितों के लिए व्यवस्था करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
इस खबर से जुड़ें पांच सवाल-जवाब जो आपको भी जानने चाहिए.
सवाल: उत्तरकाशी में क्या हुआ?
जवाब: उत्तरकाशी के धाराली में बादल फटने से बाढ़ और भूस्खलन हुआ, जिससे कई लोग लापता हो गए और इलाके में भारी नुकसान हुआ.
सवाल: जलगांव के कितने लोग लापता हैं?
जवाब: जलगांव के 16 लोग लापता हैं. 19 में से तीन से संपर्क हो गया है.
सवाल: बचाव के लिए क्या हो रहा है?
जवाब: सेना, वायुसेना, NDRF, SDRF और स्थानीय लोग मिलकर बचाव कार्य कर रहे हैं. 190 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है.
सवाल: सरकार क्या कर रही है?
जवाब: महाराष्ट्र और उत्तराखंड सरकार मिलकर काम कर रही हैं. मुख्यमंत्री धामी और पीएम मोदी हालात पर नजर रखे हैं और मदद का भरोसा दिया है.
सवाल: क्या रास्ते और मौसम की स्थिति ठीक है?
जवाब: सड़कें और पुल टूट गए हैं, जिससे बचाव में दिक्कत हो रही है. खराब मौसम के कारण हेलिकॉप्टर भी अभी उड़ान नहीं भर पा रहे.