Indian Air Defence Systems: इंडियन एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 के सामने पाकिस्तान कहीं नहीं टिक पाया और इसने 300 किलोमीटर दूर एक एईडब्ल्यूएंडसी/सीएलआईएनटी एयरक्राफ्ट को भी मार गिराया.
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S-400 Air Defence Systems: पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के तीन महीने बाद भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने बड़ा खुलासा किया है और कुछ ऐसी बातें बताई हैं, जिनका पहले जिक्र नहीं हुआ था. एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने बेंगलुरु में आयोजित 16वें एयर चीफ मार्शल एलएम कात्रे मेमोरियल लेक्चर में बोलते हुए भारतीय वायु रक्षा प्रणाली की ताकत को उजागर किया. उन्होंने बताया कि भारत के इंडियन एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 से पाकिस्तानी वायुसेना के कम से कम 5 लड़ाकू विमान और एक एयरक्राफ्ट को मार गिराया.
इंडियन एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 के सामने पाकिस्तान कहीं नहीं टिक पाया और इसने किसी वीडियो गेम की तरह पाकिस्तान फाइटर जेट को मार गिराया. इतना ही नहीं भारत के एडवांस्ड एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 ने 300 किलोमीटर दूर एक एईडब्ल्यूएंडसी/सीएलआईएनटी एयरक्राफ्ट को भी मार गिराया. भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा, 'यह वास्तव में अब तक का सबसे बड़ा सतह से हवा में मार करने वाला हमला है, जिसके बारे में हम बात कर सकते हैं. यह सतह से हवा में टारगेट हिंटिंग का अभी तक का रिकॉर्ड है.'
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने बताया कि भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा एस-400 मिसाइल सिस्टम बेहद आधुनिक है और लंबी दूरी से दुश्मन के लड़ाकू विमानों को भी नष्ट कर सकता है. यह एयर डिफेंस सिस्टम अब भारतीय हवाई क्षेत्र की सुरक्षा का एक अहम हिस्सा बन चुका है. उन्होंने आगे कहा कि वायुसेना की तैयारियों और टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता का जिक्र करते हुए बताया कि किस तरह भारतीय वायुसेना ने कम समय में तेज और प्रभावी कार्रवाई की.
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने आगे बताया, 'यह एक उच्च तकनीक वाला युद्ध था. 80 से 90 घंटों के युद्ध में हम इतना नुकसान पहुंचाने में सक्षम थे कि उन्हें (पाकिस्तान) यह स्पष्ट हो गया था कि अगर वे इसे जारी रखते हैं तो उन्हें इसकी और अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी. इसलिए, वे आगे आए और हमारे डीजीएमओ को संदेश भेजा कि वे बात करना चाहते हैं. इसके बाद हमारी ओर से इसे स्वीकार कर लिया गया.'
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस)