BJP ने कांग्रेस से सवाल किया कि जब 10 साल तक मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी ने ऐसी बैठकों में हिस्सा नहीं लिया तो अब वह इस पर सवाल क्यों उठा रही है. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने अंत में कहा कि कांग्रेस के पास याददाश्त नहीं है.
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All Party Meeting: संसद के मानसून सत्र के एक दिन पहले सर्वदलीय बैठक हुई. बैठक खत्म होते ही आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए. इसी कड़ी में बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए निशाना साधा है. पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी की सर्वदलीय बैठकों में भागीदारी को लेकर झूठ फैला रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बार बार यह भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है कि प्रधानमंत्री ऐसी बैठकों से दूर रहते हैं. जबकि सच्चाई कुछ और है.
असल में बीजेपी नेता अमित मालवीय ने सोशल ट्विटर पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि यूपीए सरकार के दौरान न तो तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और न ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कभी किसी सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि 2013 से 2014 के बीच सभी बैठकें केवल संसदीय कार्य मंत्री की अध्यक्षता में हुईं और उसमें प्रधानमंत्री या सोनिया गांधी नहीं थे.
PM मोदी ने खुद इन बैठकों में भाग लेना शुरू किया
इतना ही नहीं अमित मालवीय ने बताया कि 2014 में सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इन बैठकों में भाग लेना शुरू किया और यह संवाद और जिम्मेदारी का एक नया उदाहरण था. 2014 से 2021 तक पीएम मोदी ने नियमित रूप से सर्वदलीय बैठकों में भाग लिया ताकि संसद का संचालन बेहतर हो सके.
कांग्रेस एक बार फिर बेनकाब हो गई — प्रधानमंत्री की सर्वदलीय बैठकों में भागीदारी को लेकर सफेद झूठ बोला गया।
आइए तथ्यों पर नज़र डालें
यूपीए सरकार के दौरान, संसद के सुचारू संचालन के लिए आयोजित एक भी सर्वदलीय फ्लोर लीडर्स मीटिंग में उस समय के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह या…
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 20, 2025
मनमोहन- सोनिया ने हिस्सा नहीं लिया
मालवीय ने क्लियर किया कि 2021 के बाद यह जिम्मेदारी रक्षा मंत्री और संसदीय कार्य मंत्री ने संभाली. जो यूपीए काल में भी होता था. उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि जब 10 साल तक मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी ने ऐसी बैठकों में हिस्सा नहीं लिया तो अब वह इस पर सवाल क्यों उठा रही है. मालवीय ने अंत में कहा कि कांग्रेस के पास न तो याददाश्त है.. ना स्थिरता और ना ही विश्वसनीयता. Ians Input