Sudhanshu Trivedi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर में अमेरिका द्वारा मध्यस्थता के आरोपों को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला था. अब इस पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है. BJP सांसद त्रिवेदी ने कहा कि 'नया मुल्ला ज्यादा प्याज खाता है, लेकिन यहां गैर-मुल्ला इस कदर प्याज खाने में लगे हैं' कि उसे एहसास ही नहीं कि वह इस देश के आत्मसम्मान और सेना के शौर्य का कितना तौहीन कर रहे हैं.
Trending Photos
Sudhanshu Trivedi slams Rahul Gandhi: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के सरेंडर वाले बयान पर सियासत गरमा गई है. भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस नेता पर हमलावर है. राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया है. सुधांशु त्रिवेदी ने हिंदी की एक मशहूर कहावत का जिक्र करते हुए राहुल गांधी की आलोचना की. उन्होंने बुधवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान से पता चलता है कि उनकी मानसिकता कितनी खतरनाक हो गई है.
राहुल गांधी में परिपक्वता और गंभीरता का अभाव: त्रिवेदी
भाजपा सांसद ने आगे कहा कि बेहद घटिया और निम्नस्तरीय बयान देकर राहुल गांधी यह दिखा रहे हैं कि उनमें परिपक्वता और गंभीरता का अभाव है. सांसद त्रिवेदी ने कहा, हिंदी में एक मशहूर कहावत है-'नया मुल्ला ज्यादा प्याज खाता है, लेकिन यहां गैर-मुल्ला इस कदर प्याज खाने में लगे हैं' कि उसे एहसास ही नहीं कि वह इस देश के आत्मसम्मान और सेना के शौर्य का कितना तौहीन कर रहे हैं.
त्रिवेदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'एक तरफ, भारत द्वारा अलग-अलग देशों में भारत का पक्ष रखने के लिए भेजे गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल, जिसमें कांग्रेस समेत विपक्ष के सांसद भी शामिल हैं, वापस आ रहे हैं. दूसरी तरफ, बेहद घटिया, घटिया स्तर के बयान देकर, स्वयंभू, स्वयंभू, सर्वोच्च नेता, विपक्ष के नेता राहुल गांधी दुनिया को बता रहे हैं कि विपक्ष का नेता बनने के बाद भी उनमें वह गंभीरता और परिपक्वता नहीं है, जिसकी इस पद को जरूरत है. मामला सिर्फ उनकी परिपक्वता की कमी का नहीं है, बल्कि यह गंभीर है. जिस तरह से राहुल गांधी ने हमारे सशस्त्र बलों की वीरता और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर सेना अधिकारियों की तुलना आत्मसमर्पण से की, उससे पता चलता है कि उनकी मानसिकता कितनी बीमार और खतरनाक हो गई है.'
'क्या राहुल गांधी पाकिस्तानियों से एक कदम आगे निकलना चाहते हैं?'
उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान पाकिस्तानी आर्मी चीफ या किसी आतंकवादी समूह द्वारा भी नहीं दिए गए हैं. राज्यसभा सदस्य त्रिवेदी ने आगे कहा,'अभी तक कांग्रेस के नेता पाकिस्तानी मीडिया में सुर्खियां बटोरते थे, उनके बयान पाकिस्तानी संसद में उद्धृत किए जाते थे. लेकिन पहली बार राहुल गांधी ने कुछ ऐसा कहा है जो पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने भी नहीं कहा है, न ही पाकिस्तान के किसी आतंकवादी संगठन ने. यहां तक कि मसूद अजहर या हाफिज सईद ने भी ऐसा कुछ नहीं कहा है. इनमें से किसी ने भी नहीं कहा कि भारत ने आत्मसमर्पण किया है. मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं- क्या वह इन लोगों से एक कदम आगे निकलना चाहते हैं? अभी तक वह पाकिस्तान के लोगों, पाकिस्तानी सेना और आतंकवादी संगठनों को कवर फायर दे रहे थे. क्या वह अब उनके नेता बनने की कोशिश कर रहे हैं?'
राहुल गांधी का बयान
ज्ञात हो कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर में अमेरिका द्वारा मध्यस्थता के आरोपों को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला था. उन्होंने आरोप लगाया कि डोनाल्ड ट्रंप के फोन आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुरंत सरेंडर कर दिया. राहुल गांधी ने कहा कि जबकि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1971 के युद्ध में अमेरिका के सामने घुटने नहीं टेके.
भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा था, 'अब मैं आरएसएस-बीजेपी को अच्छी तरह समझ गया हूं. अगर उन पर थोड़ा सा दबाव डाला जाए तो वे डरकर भाग जाते हैं. जब ट्रंप ने मोदीजी को- मोदीजी क्या कर रहे हो, नरेंद्र-सरेंडर कहा और 'जी हजूर' कहकर नरेंद्रजी ट्रंप के पीछे चले गए. जबकि 1971 के युद्ध में इंदिरा गांधी ने घुटने नहीं टेके. उन्होंने तब कहा था मुझे जो करना है मैं करूंगा. यही अंतर है. यही इनका चरित्र है, ये सभी ऐसे ही हैं. आजादी के आंदोलन के समय से ही इन्हें सरेंडर लेटर लिखने की आदत है.'
इनपुट- ANI