CJI BR Gavai: भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बी आर गवई ने अपने रिटायरमेंट के बाद के प्लान से लोगों को रूबरू कराया है. उन्होंने कहा कि मैं 24 नवंबर के बाद कोई भी सरकारी पद स्वीकार नहीं करूंगा.
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CJI BR Gavai Future Plan: आपने अक्सर देखा होगा कि कोई बड़ा कलाकार या फिर प्लेयर अपने करियर से रिटायर लेकर राजनीति में एंट्री कर लेता है. प्रशासनिक अधिकारियों को भी अक्सर ऐसे करते हुए देखा गया है. हालांकि भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बी आर गवई अपने रिटायरमेंट के बाद का जो प्लान बताया है उसने हर किसी का दिल जीत लिया. उन्होंने कहा कि वह सेवानिवृत्ति के बाद सलाह और मध्यस्थता का काम करेंगे और कोई भी सरकारी पद स्वीकार नहीं करेंगे.
नहीं लेंगे सरकारी पद
वह अमरावती जिला एवं सत्र न्यायालय में स्वर्गीय टी आर गिल्डा मेमोरियल ई-लाइब्रेरी के उद्घाटन के अवसर बोलते हुए सीजेआई गवई ने कहा मैंने पहले भी कई मौकों पर घोषणा की है कि मैं 24 नवंबर के बाद कोई भी सरकारी पद स्वीकार नहीं करूंगा, मैं परामर्श और मध्यस्थता का काम करूंगा. बता दें कि 23 नवंबर को सीजेआई का कार्यकाल खत्म हो जाएगा.
कहां से की थी पढ़ाई?
बता दें कि जस्टिस गवई ने कानून की पढ़ाई अमरावती विश्वविद्यालय से की थी. लॉ की डिग्री लेने के बाद 25 साल की उम्र में उन्होंने वकालत शुरू की. जस्टिस बी आर गवई को 2003 में बांबे हाई कोर्ट का एडिशनल जज और 2005 में स्थायी जज बनाया गया. 24 मई, 2019 को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में पदोन्नत होने से पहले उन्होंने 16 वर्षों तक बॉम्बे हाईकोर्ट के जज में के रूप में कार्य किया था. जज रहते हुए इनके कई फैसले काफी ज्यादा चर्चित थे.
कहां हुआ जन्म?
जस्टिस गवई का जन्म 24 नवंबर 1960 को महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ था. जस्टिस गवई के पिता रामाकृष्ण सूर्यभान गवई महाराष्ट्र के दिग्गज रानेता थे. वो एमएलसी, राज्यसभा सदस्य और तीन राज्यों के गवर्नर रहे थे. आंबेडकरवादी राजनीति करने वाले उनके पिता ने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई) की स्थापना की थी. ऐसे में अब देखने वाली बात होगी कि CJI रिटायर होने के बाद क्या काम करते हैं.