Coronavirus Active Cases: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 363 नए मामले सामने आए है, जिसके देश में बाद एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 3961 हो गई है.
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Coronavirus Active Cases in India: भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है और कई महीनों बाद कोविड-19 (Covid-19) के मामलों में पहली बार इतनी वृद्धि देखी गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 203 नए मामले सामने आए है, जिसके देश में बाद एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 3961 हो गई है. 11 दिनों में कोरोना वायरस के एक्टिव मामले 15 गुना से ज्यादा तेजी से बढ़े हैं. बता दें कि 22 मई को देश में कोविड-19 के एक्टिव केस (Covid-19 Active Case) की संख्या 257 थी, जो अब बढ़कर 3961 हो गई है.
केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में सबसे खराब हालात
केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में में कोविड-19 के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. केरल में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा 1435 सक्रिय मामले सामने हैं, जिसके बाद महाराष्ट्र में 506 और दिल्ली में 483 मामले हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में केरल में 35, दिल्ली में 47 और महाराष्ट्र में 21 नए मामले सामने आए हैं.
कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य
राज्य | कोरोना के एक्टिव केस |
---|---|
केरल | 1435 |
महाराष्ट्र | 506 |
दिल्ली | 483 |
गुजरात | 338 |
पश्चिम बंगाल | 331 |
कर्नाटक | 253 |
तमिलनाडु | 189 |
उत्तर प्रदेश | 157 |
मास्क पहनें और भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहें
सरकार और स्वास्थ्य विभाग लोगों से सतर्क रहने, मास्क पहनने और भीड़भाड़ वाले इलाकों से बचने की अपील की है. अस्पतालों में आने वाले पांच प्रतिशत इन्फ्लुएंजा और शत प्रतिशत गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी से संबंधित मरीजों की कोरोना जांच कराने का निर्देश दिया गया है. यदि किसी को सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द आदि जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो निकटतम स्वास्थ्य केंद्रों में रिपोर्ट करने को कहा गया है.
कोरोना वायरस के इन वेरिएंट की वजह से बढ़ा संक्रमण
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने कोरोना वायरस के संक्रमण में मौजूदा वृद्धि के पीछे 4 वेरिएंट को कारण बताया है. उन्होंने कहा कि मौजूदा उछाल ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट मुख्य रूप से एलएफ.7, एक्सएफजी, जेएन.1 और एनबी.1.8.1 के कारण है. इनमें अब तक हल्के लक्षण दिखाई दिए हैं. उन्होंने आगे कहा कि हम स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. इस समय, कुल मिलाकर, हमें निगरानी करनी चाहिए, सतर्क रहना चाहिए लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है.