Coronavirus Symptoms: भारत में में कोविड-19 के नए वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 की एंट्री से कोरोना वायरस फिर लौट रहा है. इस बीच डॉक्टर ने बताया है कि संक्रमण तेजी से फैल रहा है, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि नए वेरिएंट गंभीर नहीं हैं.
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Covid-19 New Variant Symptoms 2025: भारत में कोविड-19 संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और देश में कोरोना वायरस के एक्टिव मामले बढ़कर 1010 हो गए हैं. देश में कोविड-19 के नए वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 की एंट्री से महामारी फिर लौट रही है. देश में सबसे ज्यादा मामले केरल में हैं, जहां 430 एक्टिव केस मौजूद हैं. दूसरे नंबर पर 210 केस के साथ महाराष्ट्र है, जबकि तीसरे नंबर पर दिल्ली (104) और चौथे नंबर पर गुजरात (83) है. हालांकि, इस बीच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने राहत दी है और बताया है कि संक्रमण तेजी से फैल रहा है, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि ये गंभीर नहीं हैं.
Covid-19 का नया वेरिएंट कितना घातक? डॉक्टर ने बताया
सर गंगा राम हॉस्पिटल के सीनियर कंसलटेंट डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन प्रोफेसर डॉक्टर एम वली ने बताया, 'कोरोना का नया वेरिएंट घातक नहीं है, लेकिन तेजी से फैल रहा है. अगर जरूरी ना हो तो घर से बाहर ना निकले. खुद को सेनिटाइज करें और मास्क जरूर पहनें. इसके लिए कोई वैक्सीन की जरूरत नहीं है. अगर आपको लक्षण है, जैसे बदन में दर्द, खांसी और बुखार है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं. पैनिक होने की जरूरत नहीं है. कोरोना बदल-बदलकर अपना रूप दिखा रहा है. इसमें चिंता वाली बात नहीं है. सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग और चीन में ज्यादा है. अगर आप इंटरनेशनल यात्रा कर रहे हैं तो जरूरी है कि सावधानी बरतें और मास्क जरूर लगाएं. हमें पता है कि कोरोना का कैसे इलाज करना है तो घबराने की जरूरत नहीं है.'
कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी चिंता की बात नहीं: आईसीएमआर
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने सोमवार को कहा कि भारत में कोविड-19 संक्रमण बढ़ रहा है, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि ये गंभीर नहीं हैं. बहल ने आश्वासन दिया कि सरकार सक्रिय रूप से मामलों की निगरानी कर रही है. बहल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि संक्रमण की संख्या में वृद्धि हुई है और हम इस पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि संख्या बढ़ रही है, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि अभी तक सभी कोविड मामलों में गंभीर मामलों का प्रतिशत आम तौर पर कम है.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत स्थापित भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, एनबी.1.8.1 और एलएफ.7, जेएन.1 कोविड वैरिएंट, देश में सार्स-कोव-2 मामलों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार हैं. बहल ने कहा कि ये सब-वेरिएंट प्राकृतिक या वैक्सीन-प्रेरित पिछली प्रतिरक्षा को चकमा दे सकते हैं. हालांकि, उनकी क्षमता पिछले ओमिक्रॉन और अन्य वेरिएंट से कम है. इसके साथ ही, उन्होंने मामलों में वृद्धि की स्थिति में 'सतर्कता बढ़ाने और तैयार रहने' की आवश्यकता पर जोर दिया.
उन्होंने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कोविड की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की। इसमें डीजीएचएस और आईसीएमआर ने भाग लिया. उन्होंने आगे कहा कि हम स्थिति पर बहुत बारीकी से नजर रख रहे हैं और आगे भी रखेंगे. इससे पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा था कि सभी अस्पतालों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं और सरकार कोविड मामलों पर कड़ी नजर रख रही है. पिछले सप्ताह दिल्ली सरकार ने कोविड-19 को लेकर एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी के अस्पतालों को बिस्तर, ऑक्सीजन, दवाओं और टीकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया था.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस)