DNA Analysis: आज संसद भवन से सुबह-सुबह तस्वीरें आईं. इसके बाद बीजेपी और एनडीए की पार्टियों के सांसद ने आज जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया. NDA सांसदों ने जो बैनर हाथ में लिया हुआ था. उनमें लिखा है-महिला सांसद का अपमान, नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे. यानी ये प्रदर्शन. समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव के समर्थन में था.
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DNA Analysis: ISI की धर्मांतरण वाली 'लेडी ब्रिगेड' के बाद. अब हम समाजवादी पार्टी की महिला सांसद डिंपल यादव की बात करेंगे. जो एक मुस्लिम धर्मगुरु के निशाने पर हैं. और बड़ी बात ये है कि इस बार उन्हें उनके विरोधी संगठन NDA का साथ मिल रहा है.
आज संसद भवन से सुबह-सुबह तस्वीरें आईं. इसके बाद बीजेपी और एनडीए की पार्टियों के सांसद ने आज जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया. NDA सांसदों ने जो बैनर हाथ में लिया हुआ था. उनमें लिखा है-महिला सांसद का अपमान, नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे. यानी ये प्रदर्शन. समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव के समर्थन में था. लेकिन प्रदर्शन करने वाले उनके विरोधी दल यानी सत्तापक्ष NDA के सांसद थे. क्योंकि ये मामला महिला की अस्मिता से जुड़ा है. अब आप एक और बैनर के बारे में जानिए, जिसमें लिखा है- नारी गरिमा पर प्रहार, नहीं करेंगे कभी स्वीकार. यानी एनडीए सांसदों का साफ-साफ मानना है कि नारी की गरिमा के ख़िलाफ़ कोई भी टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. भले ही वो महिला किसी भी विचारधारा या पार्टी की क्यों न हो. NDA सांसदों के प्रदर्शन की वजह आपको बताएं. इससे पहले सुनिए कि NDA सांसदों ने डिंपल यादव के समर्थन में क्या कहा?
DNA : मस्जिद वाला विवाद..NDA डिंपल के साथ! नारी की गरिमा पर भारी मुस्लिम तुष्टिकरण?
अखिलेश की चुप्पी पर NDA के चुभते सवाल#DNA #DimpleYadav #AkhileshYadav #MonsoonSession #NDA@pratyushkkhare pic.twitter.com/igbywjYKGS
— Zee News (@ZeeNews) July 28, 2025
आपने NDA सांसदों को सुना. सबकी जुबान पर महिला अपमान के साथ-साथ मुस्लिम तुष्टीकरण वाला शब्द . मुस्लिम तुष्टीकरण शब्द का इस्तेमाल NDA सांसदों ने इसलिए किया, क्योंकि पूरे मामले पर अखिलेश यादव खामोश हैं. इसलिए आपको हम एक बार फिर से NDA सांसदों के प्रदर्शन की तस्वीरों के बार में बताना चाहते हैं. एक प्लेकार्ड में लिखा है-बेशर्मी की कैसी चाल, पत्नी के अपमान पर भी नहीं सवाल यानी एनडीए के सांसद. ये जानना चाहते हैं कि अखिलेश यादव की आख़िर कौन सी मजबूरी है. जिसकी वजह से वो अपनी पत्नी डिंपल यादव के ख़िलाफ़ किए गए अपमानजनक टिप्पणी के बावजूद खामोश हैं. एनडीए के सांसदों के प्रदर्शन पर खुद डिंपल यादव का क्या कहना है. ये भी आज आपको ज़रूर जानना चाहिए.
डिंपल यादव से सवाल NDA सांसदों के प्रदर्शन का था. लेकिन डिंपल यादव को ये बिल्कुल अच्छा नहीं लगा. उन्हें मणिपुर की याद आ गई. ऑपरेशन सिंदूर की याद आ गई. डिंपल यादव के सम्मान में NDA के सांसद मैदान में क्यों उतरे. इसकी वजह दरअसल ये तस्वीर है. ये तस्वीर संसद भवन मस्जिद की है. इसमें अखिलेश यादव भी हैं, समाजवादी पार्टी के कई मुस्लिम सांसद भी हैं. साथ में डिंपल यादव भी हैं.
मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना साजिद रशीदी को सांसद डिंपल यादव का. इस तरह से खुले सिर मस्जिद जाना अच्छा नहीं लगा. उन्होंने मस्जिद के भीतर समाजवादी पार्टी के सांसदों की मीटिंग पर सवाल उठाते हुए. डिंपल यादव पर अपमानजनक टिप्पणी कर दी. NDA सांसदों का का विरोध-प्रदर्शन इसी बात को लेकर था. क्योंकि साजिद रशीदी ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया वो वाकई किसी भी महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला था.
रशीदी के खिलाफ मामला दर्ज
NDA सांसदों ने इसलिए नारी सम्मान के लिए पार्टी लाइन से ऊपर उठते हुए साजिद रशीदी के विवादित बोल के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया. वैसे मौलाना साजिद रशीदी की मुश्किलें बढ़ने वाली है, क्योंकि उनके खिलाफ लखनऊ में मुकदमा दर्ज किया गया है. पर साजिद रशीदी अब भी दावा कर हैं कि उनका बयान मर्यादा के दायरे में है.
NDA ने आज इसलिए प्रदर्शन किया. क्योंकि मामला नारी अस्मिता से जुड़ा था. भले ही साजिद रशीदी ने बातें डिंपल यादव के लिए कही थी. लेकिन उनके शब्द हर हिंदुस्तानी को चुभ गए. अपमानजनक शब्द डिंपल यादव के लिए बोले गए. लेकिन समाजवादी पार्टी इस मुद्दे पर उतनी मुखर नहीं है. जैसी होनी चाहिए थी. NDA को इसलिए मुस्लिम तुष्टिकरण याद आ रहा है. क्योंकि ये मामला मस्जिद और मौलाना से जुड़ा है. शायद इसी वजह से अखिलेश यादव की पार्टी खुलकर विरोध नहीं कर पा रही है. शायद कुछ पार्टियों के लिए महिलाओं की मर्यादा से ज्यादा मुस्लिम वोटबैंक ज़रूरी है.