DNA Analysis: पीएम मोदी के 102 मिनट लंबे भाषण के साथ ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में चर्चा भी खत्म हो गई. प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान संसद में ये साफ कर दिया कि जंग अमेरिका के कहने पर नहीं रुकी. उन्होंने फिर से दोहराया और पाकिस्तान को ये चेतावनी दी कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है
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DNA Analysis: DNA में आज हम ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में हुई चर्चा का संपूर्ण विश्लेषण करेंगे. अब से कुछ घंटे पहले, संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा का दौर खत्म हुआ. लोकसभा में 2 दिन तक चली इस चर्चा में 5 किरदार सबसे अहम रहे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, सदन में नेता विपक्ष राहुल गांधी. कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव. आज आपको ये जरूर जानना चाहिए कि जब संसद में राहुल और प्रियंका ने सीजफायर से जुड़े सवाल उठाए तो सत्ता पक्ष से जवाब क्या आया? आज आपको ये जरूर समझना चाहिए कि संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान भारतीय बनाम हिंदू का नैरेटिव क्यों फैला?
पीएम मोदी के 102 मिनट लंबे भाषण के साथ ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में चर्चा भी खत्म हो गई. प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान संसद में ये साफ कर दिया कि जंग अमेरिका के कहने पर नहीं रुकी. उन्होंने फिर से दोहराया और पाकिस्तान को ये चेतावनी दी कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है. पीएम से पहले लोकसभा में आज सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई बड़े नेताओं ने अपनी बात रखी. इस दौरान विपक्षी सांसदों के 3 कॉमन सवाल थे.
पहला- ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर किसके कहने पर हुआ.
दूसरा- पहलगाम की बैसरन घाटी में घूमने गए पर्यटकों के लिए सुरक्षा की व्यवस्था क्यों नहीं थी.
और तीसरा- पहलगाम की आतंकी घटना के लिए सरकार जिम्मेदार क्यों नहीं तय कर रही है?
विपक्ष के सवाल तीखे थे. इसमें कोई दो राय नहीं. लेकिन सरकार की तैयारी भी पूरी थी. राहुल गांधी ने पीएम मोदी से डॉनल्ड ट्रंप के सीजफायर कराने के दावे पर बयान देने की मांग की. पीएम मोदी ने अपने भाषण में ट्रंप का नाम तो नहीं लिया. लेकिन अमेरिका के उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस का जिक्र कर संसद से पूरी दुनिया को ये बता दिया कि ऑपरेशन सिंदूर से लेकर सीजफायर तक ट्रंप किसी सीन में हैं ही नहीं. पीएम के भाषण के दौरान बीच-बीच में विपक्ष का शोर सुनाई दे रहा था. लेकिन पहले पाकिस्तान और उसके बाद कांग्रेस पर पीएम के प्रहार में ये शोर दब सा गया.
पीएम मोदी ने विपक्ष को विदेशी प्रोपेगेंडा का प्रचारक बताया. यानी वो ये कहना चाहते थे कि कांग्रेस पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा का प्रचार करती है. और कांग्रेस ये साबित करने में जुटी थी कि सीजफायर का फैसला मोदी सरकार की गलती है. लोकसभा में विपक्ष का फोकस सीजफायर और सुरक्षा को लेकर सरकार को घेरने पर रहा तो सरकार का फोकस ये बताने पर रहा कि ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह कामयाब रहा. आज लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचा. पाकिस्तान के गिड़गिड़ाने पर ही सीजफायर हुआ. उन्होंने आज ये जानकारी दी कि ऑपरेशन महादेव के दौरान कल जो तीन आतंकी मारे गए उन्होंने ही पहलगाम हमले को अंजाम दिया था.
ऑपरेशन महादेव में आज कई नई जानकारियां हमारे पास आई हैं. इसके बारे में भी हम विस्तार से बात करेंगे. लेकिन पहले ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में चर्चा से जुड़ी कुछ और अहम बातें जानिए. लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने सरकार से कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सरकार कूटनीतिक मोर्चे पर फेल रही. किसी भी देश ने खुलकर भारत का समर्थन नहीं किया
विपक्ष के इस सवाल का जवाब सरकार की तरफ से दिया गया. यूएन में 193 देशों में से सिर्फ 3 देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया. सरकार ने कहा कि सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को भेजकर दुनिया में भारत में आतंकवाद के खिलाफ मैंडेट बनाया. इसका नतीजा ये रहा कि पहलगाम हमले में जिस आतंकी संगठन TRF का नाम आया..उस पर अब अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लग चुका है. विपक्ष ने कहा कि सरकार ने सेना को पूरी छूट नहीं दी. सेना जब बढ़त बनाए हुए थी तब सरकार ने सीजफायर का ऐलान कर दिया. सेना को अगर खुली छूट दी जाती तो सेना PoK को भी जीत लेती.
इसपर सरकार ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद आतंकी ठिकानों को तबाह करना था. ऑपरेशन सिंदूर में आतंकी ठिकानों को तबाह करने के साथ ही पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया गया. चर्चा के दौरान विपक्ष ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा और आतंकवाद का मुद्दा भी उठाया. विपक्षी सांसदों ने बैसरन घाटी में सुरक्षाबलों की मौजूदगी नहीं होने का मुद्दा उठाया
सरकार की तरफ से इसपर कहा गया कि पहलगाम हमले में शामिल आतंकी को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है. अब आपको ये समझना चाहिए कि आज आज लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान भारतीय बनाम हिंदू का नैरेटिव क्यों फैलने लगा? तो हुआ दरअसल ये कि जब प्रियंका गांधी सदन में बोल रही थीं तो उन्होंने कहा कि मैं सदन में उन भारतीयों के नाम बताना चाहती हूं जो पहलगाम में मारे गए. इस दौरान सत्ता पक्ष की तरफ से कहा गया कि वो भारतीय के साथ हिंदू भी थे. इसपर प्रियंका ने दोहराया कि वो भारतीय थे. यानी बीजेपी सांसद हिंदू-हिंदू करते रहे और कांग्रेस सांसद पहलगाम में जिन लोगों की हत्या धर्म पूछकर की गई थी, उन्हें हिंदू कहने से बच रही थीं.
सदन में आज ऑपरेशन महादेव की चर्चा भी हुई. गृह मंत्री अमित शाह के भाषण के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने टिप्पणी की. इसके बाद सदन में हंगामा हुआ. इसके बाद गृहमंत्री अमित शाह ने अखिलेश यादव को कहा कि आप आतंकवादियों का धर्म देखकर दुखी ना हों. लोकसभा में चर्चा ऑपरेशन सिंदूर पर थी लेकिन इस दौरान कुछ नए मुद्दे भी उठे. राहुल गांधी ने चीन-पाकिस्तान गठजोड़ को भारत के लिए खतरा बताया. अखिलेश यादव ने चीन को भारत का सबसे बड़ा दुश्मन बताया और आरोप लगाया कि चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा किया है. तो सरकार की तरफ से संसदीय कार्यकमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि 1962 के बाद चीन ने भारत की एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं किया. ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी का भी जिक्र हुआ. 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध की चर्चा भी हुई.