NIA terror charges on top Hizb-ut-Tahrir leader: नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने हिज्ब-उत-तहरीर (HuT) के एक बड़े नेता फैजुल हुसैन पर आतंकवाद के गंभीर आरोप लगाए हैं. एनआईए का कहना है कि फैजुल हुसैन तमिलनाडु में इस संगठन का मुखिया था जिसने युवाओं को भड़काने और भारत के खिलाफ हिंसक साजिश रचने का काम किया है. आखिर कौन है ये फैज-उल-हुसैन?
Trending Photos
Hizb-ut-Tahrir leader Faizul Hussain: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने हिज्ब-उत-तहरीर के एक बड़े नेता पर भारत विरोधी एजेंडे को अंजाम देने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी समूह की हिंसक विचारधारा को बढ़ावा देने और युवाओं को भड़काने का आरोप लगाया है. ये खबर 4 अप्रैल 2025 को सामने आई जब एनआईए ने तमिलनाडु के चेन्नई में पूनमल्ली की स्पेशल कोर्ट में फैजुल हुसैन के खिलाफ चार्जशीट दायर की. एनआईए का कहना है कि फैजुल हुसैन तमिलनाडु में इस संगठन का मुखिया था और उसने युवाओं को भड़काने और भारत के खिलाफ हिंसक साजिश रचने का काम किया.
देश को तोड़ने की बात
एनआईए के मुताबिक, फैजुल हुसैन ने हिज्ब-उत-तहरीर की खतरनाक विचारधारा को फैलाने की कोशिश की. उसने चेन्नई के रॉयपेट्टाह इलाके में मॉडर्न एजुकेशन ट्रस्ट (MEET) हॉल के नाम पर गुप्त बैठकें कीं, जहां वह मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाकर भारत में इस्लामिक खिलाफत स्थापित करने की बात करता था. उसने सोशल मीडिया के जरिए भी देश विरोधी सामग्री फैलाई, जिससे लोगों में नफरत और अलगाववाद को बढ़ावा मिले.
कौन है फैजुल हुसैन?
जांच में पता चला कि फैजुल हुसैन कश्मीर को भारत से अलग करने की वकालत करता था और इसके लिए पाकिस्तानी सेना से सैन्य मदद की बात करता था. एनआईए का दावा है कि उसका मकसद भारत की संवैधानिक लोकतंत्र को उखाड़ फेंकना और हिज्ब-उत-तहरीर के संस्थापक शेख तकी अल-दिन अल-नभानी की लिखी इस्लामिक संविधान को लागू करना था. उसे 8 अक्टूबर 2024 को गिरफ्तार किया गया था.
क्या है हिज्ब उत तहरीर?
हिज्ब-उत-तहरीर एक अंतरराष्ट्रीय इस्लामिक संगठन है, जिसे भारत सरकार ने अक्टूबर 2024 में आतंकी संगठन घोषित किया था. ये संगठन हिंसा के जरिए इस्लामिक शासन लाने की कोशिश करता है. इस मामले में फैजुल सातवां आरोपी है, जिसके खिलाफ चार्जशीट दायर हुई है. एनआईए ने जुलाई 2024 में ये केस तमिलनाडु पुलिस से अपने हाथ में लिया था. इस खबर ने देश में हलचल मचा दी है. लोग हैरान हैं कि कैसे एक संगठन इतनी चुपके से साजिश रच रहा था. एनआईए का कहना है कि जांच अभी जारी है और ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.