महाकुंभ पहुंचे पाकिस्तानी, डुबकी लगाते ही पड़ा शरीफ सरकार पर तमाचा! जानिए क्या कहा?
Advertisement
trendingNow12636533

महाकुंभ पहुंचे पाकिस्तानी, डुबकी लगाते ही पड़ा शरीफ सरकार पर तमाचा! जानिए क्या कहा?

Mahakumbh Mela 2025: महाकुंभ की धूम है, जिसके बारे में लोग सबकुछ जानने को बेचैन हैं. सोशल मीडिया पर कुंभ से जुड़ी खबरों और वीडियोज के व्यूज़ आल टाइम हाई हैं. टीवी से लेकर रेडियो और डिजिटल मीडिया के जरिए महाकुंभ की महिमा और सनातन का गुणगान और उसकी शक्ति देख पाकिस्तानी भी खुद को प्रयागराज आने से न रोक न सके.

महाकुंभ पहुंचे पाकिस्तानी, डुबकी लगाते ही पड़ा शरीफ सरकार पर तमाचा! जानिए क्या कहा?

Prayag Kumbh Mela: प्रयागराज के महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने आए पाकिस्तानी हिंदुओं ने अपने पीएम शहबाज शरीफ के सीने पर बुलडोजर चला दिया है. जो हिंदू पाकिस्तान में दमन से परेशान हैं. वो संगम तट पर स्नान का मौका मिलने से अपने जीवन को धन्य मान रहे हैं. वहीं भारत देश में सनातनियों का सम्मान देखकर पाकिस्तानी हिंदुओं का अपने मुल्क लौटने का मन ही नहीं कर रहा है.

शहबाज शरीफ की सरकार को झन्नाटेदार थप्पड़!

कुंभ की धरती से पाकिस्तानी हिंदुओं ने शहबाज शरीफ की सरकार को झन्नाटेदार थप्पड़ मारा है. दरअसल जिस पाकिस्तान में हिंदुओं को हर दिन टॉर्चर किया जाता है, वहां से आये हिंदू वापस सीमा पार नहीं जाना चाहते हैं. लेकिन साहब, मजबूरी है, इसलिए जाना तो पड़ेगा ही, क्योंकि उनका सबकुछ यानी सारा स्टेक और पुरखों की थाती तत्कालीन अखंड भारत लेकिन फिलहाल पाकिस्तान में है. पाकिस्तान से 68 हिंदुओं का एक जत्था प्रयागराज आया. उनके हर एक बयान में बॉर्डर पार की हेट स्टोरी सामने आ रही हैं. यहीं वजह है कि महाकुंभ में आकर सीमा पार के सनातनी खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं. वहीं अपने ही मुल्क में जान का खतरा होने के बावजूद पाकिस्तानी हिंदू यहां से 'अभय' का वरदान लेने की प्रार्थना कर रहे हैं.

पाकिस्तानियों की आपबीती

पाकिस्तानी हिंदू जहां भारत आकर खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं, वहीं अपनी आपबीती भी सुना रहे हैं. हमारे यहां पाकिस्तान में चारों ओर हमारे यहां आने की चर्चा है. फिर भी हम आपको बताएंगे कि वहां हमारे साथ क्या क्या नहीं हुआ? पाकिस्तानी हिंदुओं के लिए भारत आना किसी सपने के सच होने जैसा है. वो संगम तट पर पहुंचने को ही अपने पिछले जन्मों के पुण्य का नतीजा मान रहे हैं.

पाकिस्तान में कट्टरपंथियों के टारगेट पर हिंदू और उनके मंदिर दोनों हैं. कई ऐसे इलाके हैं जहां हिंदुओं को मंदिर जाने तक की इजाजत तक नहीं मिलती. अक्सर पाकिस्तान में मंदिरों को निशाना बनाया जाता है और ऐसे हिंदुओं के लिये महाकुंभ में पहुंचकर पाकिस्तान और शहबाज शरीफ दोनों की पोल खोल दी है.

पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना

यूपी सरकार के मेला प्रशासन और सूचना विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान से आए सभी श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान करके भगवान से अपने परिजनों की मंगलकामना की. उन्होंने अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए भी प्रार्थना की. उन पाकिस्तानी श्रद्धालुओं के साथ आये महंत रामनाथ जी ने बताया कि पहले वे सभी हरिद्वार गये थे. जहां पर उन्होंने अपने करीब 480 पूर्वजों की अस्थियों का विसर्जन करने के साथ पूजन किया. इसके बाद महाकुंभ आकर संगम में स्नान किया और अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.

सिंध से आए एक सनातनी ने कहा, 'जबसे महाकुंभ के बारे में सुना, तब से बड़ी इच्छा यहां आने की थी. अप्रैल 2024 में 250 लोग पाकिस्तान से प्रयागराज में गंगा स्नान करने आए थे. इस बार सिंध के 6 जिलों- गोटकी, सक्कर, खैरपुर, शिकारपुर, कर्जकोट और जटाबाल से 68 लोग आए हैं. इनमें 50 लोग पहली बार सीधे महाकुंभ आए हैं. अनुभव के बारे में कहने के लिए शब्द नहीं है. यहां आए तो हमें सनातन धर्म में जन्म लेने का गौरव की अनुभूति हुई.'

11वीं की स्टूडेंट सुरभि ने कहा, जिंदगी में पहली बार  अपने धर्म को गहराई से देखने जानने का मौका मिला इसलिए बहुत अच्छा लग रहा है.

भारत में सीएए कानून को लेकर अपने विचार प्रकट करते हुए सक्कर जिले से आए एक श्रद्धालु ने कहा, 'सिंध में ऐसा माहौल नहीं है कि लोग भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करें. लेकिन राजस्थान (पाकिस्तान के हिस्से वाला) जैसे कुछ इलाकों में हिंदुओं के लिए थोड़ी मुश्किले हैं.'

About the Author
author img

TAGS

Trending news

;