Parliament Monsoon Session: संसद के मॉनसून सत्र में पिछले दो दिनों से पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चल रही है. आज गृहमंत्री ने विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कांग्रेस को इतिहास में की गई गलतियां सिलसिलेवार तरीके से गिनाईं.
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Amit Shah on Pahalgam Probe: 'ऑपरेशन सिंदूर' पर देश की सबसे बड़ी पंचायत में बीते दो दिनों से बहस चल रही है. कल सोमवार को पहले दिन विपक्ष ने सवालों की बौछार कर दी. आज उन्हीं सवालों का जवाब देते हुए देश के गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस की जमकर खबर ली. शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर निशाना साधते हुए चीन और कश्मीर से जुड़े उनके कुछ किस्से संसद में सुनाए.
'वहां घास का एक तिनका भी नहीं उगता... जगह का क्या करूं?'
शाह ने कहा कि 1962 के भारत-चीन युद्ध के समय चीन को भारत का 38 हजार वर्ग किलोमीटर अक्साई चिन का हिस्सा दे दिया गया था. जब इस पर संसद में चर्चा हुई थी, तब नेहरू ने कहा था कि 'वहां घास का एक तिनका भी नहीं उगता है, उस जगह का क्या करूं?'
जब चीन ने नेहरू जी से 38000 वर्ग किलोमीटर भारत की जमीन छीन ली, तो नेहरू जी ने ये कह के 'सुरेंदर' कर दिया कि वहां तो घास भी नहीं उगती, उस जमीन का क्या करेंगे।
-अमित शाह जी pic.twitter.com/u9mrXAjl2V— TARUN (@fptarun) July 29, 2025
शाह के कमेंट पर लगने लगे ठहाके
शाह के जवाब देने के दौरान विपक्ष लगातार टोका-टाकी कर रहा था. इस पर गृहमंत्री ने कहा कि मैं तो बड़ी गंभीरता से जवाब दे रहा हूं लेकिन विपक्ष के लोग मुझे बोलने नहीं देते. बात को थोड़ा घुमाते हुए अपने सिर पर हाथ फेरा और कहा कि नेहरू जी का सिर मेरे जैसा था. इस पर NDA खेमे के लोग हंसने लगे. (शाह का इशारा था कि जैसे मेरे सिर पर बाल नहीं है, वैसे ही नेहरू के सिर पर भी बाल नहीं थे.) आगे शाह ने कहा कि तब एक सांसद महावीर प्रसाद त्यागी ने नेहरू से कहा था कि आपके सिर पर भी एक बाल नहीं है, वो भी चीन को भेज दें क्या? शाह ने इस किस्से को सुनाते हुए कहा कि मान्यवर उस समय इस तरह से लोग जवाब देते थे.
नेहरू युद्धविराम न करते तो PoK न होता...
शाह ने 1948 में कश्मीर में एकतरफा युद्धविराम, सिंधु जल समझौते और 1971 के शिमला समझौते का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि 1948 में भारतीय सेना कश्मीर में निर्णायक बढ़त पर थी, लेकिन नेहरू ने एकतरफा युद्धविराम कर दिया, जिसके कारण ही आज PoK का अस्तित्व है. सरदार वल्लभभाई पटेल ने इसका विरोध किया था.
80 प्रतिशत पानी पाकिस्तान को दे दिया- शाह
गृह मंत्री ने 1960 में हुए सिंधु जल समझौते पर भी सवाल उठाए, जिसमें भारत का 80 प्रतिशत पानी पाकिस्तान को दे दिया गया. उन्होंने 1971 के युद्ध में भारत की बड़ी जीत के बावजूद शिमला समझौते में पीओके को वापस न लेने को एक बड़ी चूक बताया. शाह ने कहा कि उस समय भारत के पास 93 हजार युद्धबंदी और 15 हजार वर्ग किलोमीटर पाकिस्तानी क्षेत्र था, लेकिन शिमला समझौते में पीओके का मामला ही उलट गया.
कांग्रेस पाकिस्तान को दे रही क्लीन चिट
अमित शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह पाकिस्तान को 'क्लीन चिट' दे रही है और उसे सवाल पूछने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि आज की स्थिति नेहरू और इंदिरा गांधी की नीतियों का ही नतीजा है.