Balrampur News: चारों लड़कियां अक्सर साथ जाती थीं. अंजनी पकड़ी जूनियर हाई स्कूल में पढ़ती थी, जिसकी स्कूल घर से डेढ़ किलोमीटर दूर है. वहीं मीना और कुसमा बाबू ज्ञान सिंह इंटर कॉलेज, पेहर में पढ़ती थीं, जो गांव से करीब चार किलोमीटर दूर है. चौथी लड़की सुहानी डी मार्ट में काम कर रही थी. फिर कहां गायब हुई ये लड़कियां?
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Balrampur News: बलरामपुर जनपद के गैड़ास बुजुर्ग थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है. एक ही गांव फकीरीडीह की चार किशोरियां एक साथ रहस्यमय तरीके से लापता हो गईं हैं. इन चारों लड़कियों के लापता होने से गांव में कोहराम मचा हुआ है, जबकि पुलिस महकमा भी पूरी तरह हरकत में आ गया है. प्रशासनिक स्तर पर मामले को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है और पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पांच टीमें गठित कर जांच शुरू कर दी गई है.
स्कूल और नौकरी के बहाने निकलीं, फिर नहीं लौटीं
लापता हुई चारों किशोरियों की पहचान अंजनी (16), मीना (14), कुसमा (17) और सुहानी (17) के रूप में हुई है. इनमें तीन किशोरियां स्कूल की छात्राएं हैं, जबकि सुहानी उतरौला कस्बे में नौकरी करने जाती थी. सभी लड़कियां गुरुवार की सुबह अपने-अपने घरों से स्कूल और काम के बहाने निकली थीं, लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटीं. जब परिजनों ने तलाश शुरू की और कोई सुराग नहीं मिला, तब जाकर मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. बताया जा रहा है कि चारों किशोरियां एक साथ गांव से ई-रिक्शा में बैठकर निकली थीं. यह दृश्य पास के एक सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुआ है. इसके बाद से चारों लड़कियों का कोई अता-पता नहीं है।
परिजनों ने बयां की पीड़ा, नौकरी वाली किशोरी के नेटवर्किंग कंपनी से जुड़े होने का संदेह
लापता किशोरियों के परिजनों का कहना है कि चारों लड़कियां अक्सर साथ जाती थीं. अंजनी पकड़ी जूनियर हाई स्कूल में पढ़ती थी, जिसकी स्कूल घर से डेढ़ किलोमीटर दूर है. वहीं मीना और कुसमा बाबू ज्ञान सिंह इंटर कॉलेज, पेहर में पढ़ती थीं, जो गांव से करीब चार किलोमीटर दूर है. परिजनों ने बताया कि इनका ई-रिक्शा से स्कूल जाना सामान्य बात थी.
चौथी लड़की सुहानी के बारे में उसकी बड़ी बहन पूनम ने चौंकाने वाले खुलासे किए. पूनम के अनुसार, सुहानी आठवीं पास थी और पिछले डेढ़ महीने से डी मार्ट में काम कर रही थी, जहां से उसे कुछ पैसे भी मिले थे। लेकिन इसके अलावा वह ‘स्मार्ट वैल्यू’ नाम की एक मल्टी-लेवल नेटवर्किंग (MLM) कंपनी से भी जुड़ी थी. बहन का आरोप है कि पिछले छह महीने से वह इस कंपनी के संपर्क में थी और उसे कोई आर्थिक लाभ नहीं मिला, बल्कि वह उल्टा घर से पैसे लेकर कंपनी में लगाती रही. पूनम ने बताया कि सुहानी करीब 13,000 और 3,500 रुपये दो बार कंपनी में जमा कर चुकी है. उन्होंने यह भी बताया कि सुहानी कई बार लखनऊ और अन्य स्थानों पर कंपनी की मीटिंग में जाती थी.
अन्य लड़कियों को भी कंपनी से जोड़ने की कोशिश
गांव के कुछ परिजनों का यह भी कहना है कि सुहानी ने अन्य किशोरियों को भी ‘स्मार्ट वैल्यू’ कंपनी से जोड़ने का प्रयास किया था, लेकिन परिवार वालों ने सख्ती से मना कर दिया था. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि लड़कियों के लापता होने में इस नेटवर्किंग कंपनी की भी कोई भूमिका हो सकती है.
पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी, सीसीटीवी और सर्विलांस की मदद
मामले पर जानकारी देते हुए बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि यह एक संवेदनशील मामला है. चार नाबालिग लड़कियों के एक साथ गायब होने को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने पांच टीमें गठित की हैं। जांच के लिए आसपास के क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। इसके साथ ही मोबाइल लोकेशन और सोशल मीडिया गतिविधियों की भी जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि हर पहलू को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जा रहा है.
गांव में फैली चिंता और तनाव का माहौल
लड़कियों के रहस्यमय ढंग से लापता होने के बाद फकीरीडीह गांव में भारी तनाव का माहौल है. परिजन काफी डरे और सहमे हुए हैं, जबकि ग्रामीणों में भी आक्रोश है। गांव में हर तरफ सिर्फ इसी घटना की चर्चा है। लोगों का कहना है कि यदि यह मामला किसी गिरोह या धोखाधड़ी नेटवर्क से जुड़ा है, तो प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि आगे किसी और परिवार को इस तरह की त्रासदी न झेलनी पड़े.
जल्द होगा खुलासा: पुलिस
पुलिस अधिकारियों का दावा है कि जांच तेज़ी से चल रही है और जल्द ही चारों किशोरियों का पता लगा लिया जाएगा. हालांकि अभी तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है, लेकिन सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स और लोगों से पूछताछ के जरिए जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है.