China Pakistan Turkey news: कहा जा रहा है कि अब आकाश मिसाइल फायर होगी और तीन देशों चीन, पाकिस्तान और तुर्की का नुकसान होगा. आसमान में जहां हिमाकत करेगा पाकिस्तान वहीं गिरेगी मिसाइल और ब्लास्ट होगा और पलभर में दुश्मनों का खेल खत्म हो जाएगा.
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Akash Prime: हिंदुस्तान के गौरव की बात करें तो देश ने रक्षा सेक्टर में एक और उपलब्धि हासिल की है. भारत ने हाल ही में लद्दाख में 15000 फीट ऊंचाई पर आकाश प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण (akash prime air defence system) किया. भारत का ये घातक (Lethal) 'प्राइम' हथियार चीन, पाक और तुर्किए की नापाक तिकड़ी को डायरेक्ट मैसेज है. 15000 फीट ऊंची बर्फीली चोटियां, शरीर को गला देने वाली ठंड के बीच आकाश प्राइम मिसाइल के सफल परीक्षण को देसी तकनीक का एक और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन माना जा रहा है.
दुश्मन के विमान और ड्रोन का काम तमाम
कहा जा रहा है कि अब आकाश मिसाइल फायर होगी और तीन देशों चीन, पाकिस्तान और तुर्की का नुकसान होगा. आसमान में जहां हिमाकत करेगा पाकिस्तान वहीं गिरेगी मिसाइल और ब्लास्ट होगा और पलभर में दुश्मनों का खेल खत्म हो जाएगा.
लद्दाख से फायर हुई आकाश प्राइम मिसाइल चीन, पाकिस्तान और तुर्की जैसे देश के लिए डायरेक्ट मैसेज है. ऑपरेशन सिंदूर में इस मिसाइल ने पाकिस्तान का जिस तरह से कचूमर निकाला था. चीन और तुर्की ने उसे बहुत गौर से देखा होगा. आकाश मिसाइल की खासियत आपको आगे बताएंगे, लेकिन अभी जानिए लद्दाख में आकाश प्राइम मिसाइल ने अपने परीक्षण में क्या हासिल किया.
नंबर 1- ऊंचाई पर सफलता- लद्दाख जैसे ऊंचे और मुश्किल इलाके में 15,000 फीट ऊंचाई पर परीक्षण करना आसान नहीं होता. पतली हवा और ठंडे मौसम में भी मिसाइल का सटीक निशाना लगाना तकनीकी दक्षता का प्रमाण है.
नंबर 2 - स्वदेशी तकनीक - ये सिस्टम पूरी तरह भारत में बनाया गया है.
नंबर 3 - हवाई खतरे से सुरक्षा - ये सिस्टम दुश्मन के विमानों और ड्रोन्स को रोकने में सक्षम है.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आकाश ने पाकिस्तान की मिसाइलों को हवा में ऐसे नष्ट किया, जैसे कोई गुब्बारा. यानी एक साथ 4 टारगेट पर हमले की क्षमता. पूरी तरह ऑटोमैटिक सिस्टम आकाश प्राइम आकाश मिसाइल सिस्टम का एक उन्नत वर्जन है, जिसे DRDO ने विकसित किया है.
'प्राइम' की खासियत
ये मिसाइल सतह से हवा में मार करने वाली होती है.
दुश्मन के विमानों या ड्रोन्स को निशाना बना सकती है.
इसकी खास बात ये है कि यह ऊंचाई और ठंडे मौसम में भी बखूबी काम करती है.
भारत-पाकिस्तान के बीच भले ही सीजफायर हो चुका है. लेकिन पाकिस्तान चीन तुर्किए को अब भी भारत के स्वदेशी और घातक हथियारों की धमक सुनाई दे रही है. भविष्य में ड्रोन और मिसाइल जैसे हथियार ही युद्ध के निर्णायक होंगे. और भारत इस बात को अच्छी तरह से जानता है. इसीलिए वो भविष्य के इन हथियारों को लेकर तेजी से काम कर रहा है.
हाइपरसोनिक मिसाइल से हैरान हैं तीनों
हाल ही में भारत ने हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. जिसकी मारक क्षमता ब्रह्मोस से भी ज्यादा बताई जा रही है और अब लद्दाख जैसे दुर्गम इलाके में आकाश प्राइम मिसाइल सिस्टम का सफल परीक्षण. भारत के ये हथियार सिर्फ देश की रक्षा जरूरतों को पूरा नहीं करेंगे बल्कि इनकी डिमांड विदेशों से भी होगी जाहिर है तब इनसे कमाई भी होगी. मतलब डिफेंस भी मजबूत और देश की इकोनॉमी भी मजबूत होगी.